J&K में DDC इलेक्शन:PAGD को अब तक 96 सीटें मिलीं, भाजपा को 56; उमर बोले- जम्मू-कश्मीर ने BJP को जवाब दे दिया
जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (DDC) चुनाव की 280 सीटों के लिए काउंटिंग जारी है। अब तक 210 सीटों के रिजल्ट जारी हो चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा 96 सीटें पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लरेशन (PAGD) के खाते में गई हैं। 18 सीटों पर गुपकार आगे चल रही है। भाजपा के खाते में अब तक 56 सीटें आई हैं। 15 सीटों पर भाजपा उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। कांग्रेस को अब तक 18 सीटें मिली हैं और 6 सीटों पर पार्टी कैंडिडेट आगे चल रहा है।
भाजपा ने पहली बार कश्मीर में खाता खोला
भाजपा के लिए अच्छी खबर ये है कि 3 सीटों के साथ उसने पहली बार कश्मीर में खाता खोला है। रात 9:30 पर राज्य चुनाव आयोग की ओर से जारी सूचना के मुताबिक अब तक 37 स्वतंत्र उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल कर ली है। महबूबा मुफ्ती की पार्टी PDP के नेता वहीद पारा चुनाव जीत गए हैं। उन्हें कुछ दिनों पहले NIA ने गिरफ्तार किया था। जीत से उत्साहित गुपकार अलायंस ने कहा- यह अनुच्छेद 370 पर रेफरेंडम है।
उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती ने BJP पर निशाना साधा
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने BJP पर निशाना साधा। कहा, जम्मू कश्मीर DDC चुनाव में गुपकार अलायंस की बड़ी जीत है। BJP से हम दोगुना सीट पर आगे है। वहीं, उमर अब्दुल्ला ने कहा कि BJP को जम्मू कश्मीर के लोगों ने अपना जवाब दे दिया है।
280 में से 258 सीटों के रुझान/नतीजे
पार्टी | जीत | बढ़त | टोटल |
PGDA | 96 | 18 | 114 |
भाजपा | 56 | 15 | 71 |
कांग्रेस | 18 | 06 | 24 |
जम्मू-कश्मीर में 51% वोटिंग हुई
आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां पहली बार हुए चुनाव हुए। गुपकार अलायंस के तहत 6 पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ा था। जम्मू-कश्मीर में DDC की 280, वार्ड की 234 और पंच-सरपंच की 12,153 सीटों के लिए 8 फेज में चुनाव हुए थे। इनमें 51% वोटिंग हुई थी। 28 नवंबर को पहले फेज की वोटिंग हुई थी, जबकि 19 दिसंबर को 8वें और आखिरी फेज की वोटिंग हुई थी।
किस फेज में कितने वोट पड़े थे?
पहला फेज : 51.79%
दूसरा फेज: 48.62%
तीसरा फेज: 50.53%
चौथा फेज: 50.08%
पांचवां फेज: 51.20%
छठा फेज: 51.51%
सातवां फेज: 57.22%
आठवां फेज: 51.5%
6 पार्टियों का गुपकार अलायंस
जम्मू-कश्मीर के इतिहास में यह पहली बार है, जब 6 प्रमुख पार्टियों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा। आर्टिकल 370 हटने के बाद इन पार्टियों ने मिलकर गुपकार अलायंस बनाया है। इसमें डॉ. फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की अगुआई वाली पीडीपी के अलावा सज्जाद गनी लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और माकपा की स्थानीय इकाई शामिल है। वहीं, भाजपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे।
जम्मू-कश्मीर के लोगों की मांग पूरी
जम्मू-कश्मीर के लोगों और नेताओं के लिए यह चुनाव किसी इम्तिहान जैसा रहा। यहां लंबे समय से पंचायती राज को लागू करने की मांग की जा रही थी। अब सरकार का दावा है कि पंचायत, BDC और उसके बाद अब DDC चुनाव होने से थ्री टियर सिस्टम पूरी तरह लागू हो गया है। जम्मू-कश्मीर में कुल 20 जिले हैं। हर जिले में DDC के लिए 14 क्षेत्र बनाए गए थे।
मुख्य और बुनियादी मुद्दे
जम्मू और कश्मीर में हर जिले के बुनियादी मुद्दे भले अलग हों, लेकिन भ्रष्टाचार और बेरोजगारी मुख्य मुद्दे हैं। गावों की सड़कें, पंचायत घर, स्कूल, अस्पताल बिजली, पानी और उसके बाद एग्रीकल्चर में सरकारी स्कीमों का लाभ चुनावी मुद्दा रहे। भाजपा ने इस चुनाव में प्रत्याशी से ज्यादा प्रधानमंत्री के नाम पर वोट बांटा।
PAGD पूरी तरह आर्टिकल 370 का हटना, कश्मीर से स्पेशल स्टेटस का जाना, राज्य का केंद्र शासित प्रदेश बनना जैसे मुद्दों के साथ मैदान में उतरी थी।
विधानसभा चुनाव की तैयारी
DDC के इन चुनावों को भाजपा के लिए जम्मू कश्मीर में लिटमस टेस्ट के रूप में देखा जा रहा है। अब विधानसभा क्षेत्रों का डी लिमिटेशन होना है। इसके बाद विधानसभा चुनाव होंगे। हालांकि, यह चुनाव पूरी तरह से भाजपा, कांग्रेस, NC या PDP के लिए एक टेस्ट के तौर पर देखा जा रहा है। नतीजों के विश्लेषण से पार्टियां यह जान सकेंगी कि उनकी सियासी जमीन कहां और कितनी है।