दिल्ली / जैश आतंकियों के निशाने पर आठ इलाकों की 400 से ज्यादा इमारतें-बाजार, हाईअलर्ट
खुफिया जानकारी के मुताबिक, त्योहारों के मद्देनजर आतंकी संवेदनशील इमारतों के पास आत्मघाती हमला कर सकते हैं इसी साल जनवरी में गिरफ्तार किए गए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से पुलिस को आतंकी साजिश की जानकारी मिली
नई दिल्ली. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद दिल्ली में 400 से ज्यादा बड़ी इमारतों और भीड़ भरे बाजारों को निशाना बना सकता है। खुफिया जानकारी के मुताबिक, त्योहार के मद्देनजर आतंकी राजधानी में बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं। दिल्ली पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद हाईअलर्ट जारी कर दिया है।
दिल्ली पुलिस के एक अफसर ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर न्यूज एजेंसी को बताया कि दिल्ली के 15 इलाकों में से 8 इलाकों को संवेदनशील करार दिया गया है। रोहिणी, दिल्ली उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम, उत्तर, नई दिल्ली, द्वारका, पूर्वी और मध्य में 400 से ज्यादा इमारतें और कुछ बाजार आतंकियों के निशाने पर हो सकते हैं।
200 वीआईपी कैटेगरी की इमारतें भी आतंकियों के निशाने पर
सूत्रों के मुताबिक, सबसे ज्यादा संवेदनशील इमारतें नई दिल्ली इलाके में हैं। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करते हुए पुलिसकर्मियों को इमारतों-बाजारों का ब्योरा उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। इन आठ जिलों में लगभग 425 इमारतें ऐसी हैं, जिनकी सुरक्षा दिन-रात की जाती है। वहीं, 200 इमारतें वीआईपी कैटेगरी की हैं। जैश की धमकी के बाद इन इमारतों कीसुरक्षा बढ़ा दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद और उसके साथी आतंकी संगठन इन इमारतों के पास आत्मघाती हमले को अंजाम दे सकते हैं। इसके अलावा वे भीड़ पर बम फेंकने से लेकर संवेदनशील इलाकों में अंधाधुंध फायरिंग भी कर सकते हैं।
कैसे हुआ साजिश का खुलासा?
सूत्रों के मुताबिक, 3 मई 2016 को गिरफ्तार किए गए जैश के तीन आतंकवादियों ने दिल्ली पर हमले की साजिशों का खुलासा किया था। तीनों दिल्ली के चांद बाग इलाके से गिरफ्तार किए गए थे। बाद में इन्हें शरण देने वाले 10 से ज्यादा लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद जनवरी 2019 को गिरफ्तार जैश आतंकीअब्दुल लतीफ गनी उर्फ उमैर और हिलाल अहमद भट से भी दिल्ली पुलिस और खुफिया तंत्र को हमले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल हुई थीं।