सेना ने 7 पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया:इनमें 3 पाकिस्तानी सैनिक, इंडियन पोस्ट पर BAT टीम के हमले की साजिश नाकाम
भारतीय सेना ने 7 पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया है। इनमें 3 पाकिस्तानी आर्मी के जवान भी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि घटना 4 फरवरी की रात पुंछ जिले में कृष्णा घाटी के पास हुई, जब LoC के पास घुसपैठ की कोशिश की गई।
दैनिक भास्कर के सूत्रों का दावा है कि भारतीय सेना की फॉरवर्ड पोस्ट पर हमले की प्लानिंग थी। इसकी सूचना इंडियन आर्मी को मिली और उन्होंने पहले ही हमला कर साजिश को नाकाम कर दिया।
घुसपैठ के दौरान मारे गए 7 लोगों में 3-4 पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के मेंबर्स की भी मौत हो गई। यह टीम क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन में माहिर होती है।
हालांकि भास्कर को सूत्रों ने बताया कि इस घटना में 5 आतंकवादियों की मौत हुई है। इनमें BAT टीम मेंबर्स का जिक्र नहीं किया गया।
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आतंकवादी अलबद्र ग्रुप के हो सकते हैं सूत्रों ने बताया कि इस ऑपरेशन में जो आतंकवादी मारे गए वो अलबद्र ग्रुप के मेंबर्स हो सकते हैं। घुसपैठ की यह कोशिश तब की गई है, जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कह चुके हैं कि हम भारत के साथ सभी मसले बातचीत के जरिए सुलझाएंगे।
पाकिस्तानी PM बोले- बातचीत से मसले सुलझाएंगे घुसपैठ की यह कोशिश तब की गई है, जब एक दिन पहले 6 फरवरी को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कह चुके हैं कि हम भारत के साथ सभी मसले बातचीत के जरिए सुलझाएंगे।
POK में हुई जैश-लश्कर की मीटिंग, सरकार ने दी मंजूरी पाकिस्तानी पीएम के बयान के बाद ही सरकार ने POK के रावलाकोट में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा को एक रैली की मंजूरी दी गई। इसमें बंदूकें और AK-47 लहराई गईं। इस रैली में एंटी इंडिया नारे लगाए गए। इसमें हमास के लीडर्स भी मौजूद थे।
भारत की आतंकियों के खिलाफ पिछली दो बड़ी स्ट्राइक
2016: पहली सर्जिकल स्ट्राइक
- तारीख- 18 सितंबर 2016। समय- सुबह के साढ़े 5 बजे। चार आतंकवादी भारतीय सैनिकों के वेश में LoC को पार कर कश्मीर में घुस आते हैं। उनके निशाने पर था, उरी में भारतीय सेना का ब्रिगेड हेडक्वार्टर। उजाला होने से पहले आतंकी हमला करते हैं। 3 मिनट के भीतर ही आतंकियों ने 15 से ज्यादा ग्रेनेड कैंप पर फेंके। हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हो जाते हैं। कई घायल हुए। सेना के जवानों ने जवाबी फायरिंग की। इसमें चारों आतंकी मारे गए।
- देश में इस हमले के खिलाफ गुस्सा था। हर ओर बदला लेने की बात उठने लगी थी। सुरक्षा एजेंसियों ने पता लगा लिया था कि ये आतंकी PoK से आए थे और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। पाकिस्तान की सेना इन्हें पूरा सपोर्ट देती है।
- इसके बाद, 29 सितंबर 2016 का दिन। भारत के DGMO यानी डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन के लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। उन्होंने ऐलान किया- भारत ने सीमा पार आतंकियों के लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक की है। मतलब ये कि भारतीय सेना ने पहली बार LoC पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर डाले। ये न सिर्फ उरी हमले का बदला था, बल्कि पाकिस्तान को एक खुली चेतावनी थी कि जब-जब आतंकी हमला होगा, भारत उनके घर में घुसकर मारेगा। भारत के इस कदम से दुनिया हैरान रह गई। 2018 में सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी बरसी पर नीचे दिया गया वीडियो जारी किया था।
2019: बालाकोट में एयर स्ट्राइक
- साल 2019 की 14 फरवरी। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक विस्फोट हुआ। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी CRPF के 78 जवानों के काफिले को निशाना बनाया गया। इस हमले में हमारे 40 जवान शहीद हुए। पूरा देश गम में डूबा था, इसी बीच पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ले ली। यह लोकसभा चुनाव का समय था तो माहौल में और अधिक गहमागहमी थी।
- दो सप्ताह के भीतर 48 साल बाद भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा यानी LoC पार कर पाकिस्तान के पूर्वोत्तर इलाके खैबर पख्तूनख्वाह के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैम्पों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। इसे ऑपरेशन बंदर नाम दिया गया।
- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस दौरान भारतीय सेना के मिराज विमानों ने 150-200 आतंकियों को ढेर किया था। मरने वालों में जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के साले समेत तकरीबन एक दर्जन बड़े आतंकी शामिल थे।