बंगाल में भाजपा का राम बाण : स्मृति ईरानी बोलीं- दीदी ने राम को त्यागा, पर बंगाल में राम राज दस्तक दे रहा है
स्मृति के बाद शाह बोले कि 10 साल पहले ममता ने मां, माटी और मानुष का नारा दिया था। आज ये नारा गायब हो गया और तानाशाही, तुष्टिकरण और टोलबाजी शुरू हो गई। शाह ने कहा कि बंगाल में 10 साल पहले कम्युनिस्टों के बाद जो बदलाव होना था, वो बदलाव अब भाजपा करेगी।
हावड़ा. बंगाल के हावड़ा में रविवार को भाजपा ने बड़ी रैली की। इस रैली में स्मृति ईरानी ने मंच से भाषण दिया तो बंगाल दौरा टाल चुके गृह मंत्री अमित शाह ने वर्चुअल स्पीच दी। स्मृति ईरानी ने मोदी के कार्यक्रम में जय श्री राम के नारे लगने से नाराज ममता पर राम का नाम लेकर ही निशाना साधा। स्मृति ने कहा कि ममता दीदी ने भले ही प्रभु राम को त्याग दिया हो, पर बंगाल में राम राज दस्तक दे रहा है।
स्मृति के बाद शाह बोले कि 10 साल पहले ममता ने मां, माटी और मानुष का नारा दिया था। आज ये नारा गायब हो गया और तानाशाही, तुष्टिकरण और टोलबाजी शुरू हो गई। शाह ने कहा कि बंगाल में 10 साल पहले कम्युनिस्टों के बाद जो बदलाव होना था, वो बदलाव अब भाजपा करेगी।
ममता चुनाव आते-आते अकेली बचेंगी, साथ देने वाला नहीं होगा- शाह
अमित शाह ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी सरकार को बंगाल की जनता ने दोबारा आशीर्वाद दिया। 6 साल के भीतर मोदी सरकार ने गैस, घर, शौचालय और पीने का पानी दिया। वो चाहते थे कि 5 लाख तक की स्वास्थ्य की सुविधा भी लोगों तक पहुंचे, उसे ममता दीदी ने नहीं पहुंचने दिया। जन-धन योजना का फायदा पूरा देश उठा रहा है। बंगाल की जनता को ये फायदा नहीं मिल रहा है। ये मोदी सरकार की योजना है इसलिए ममता जी उसे यहां पहुंचने नहीं दे रही हैं। बंगाल की जनता ने आपका क्या बिगाड़ा है? भाजपा की सरकार बनने के बाद हम पहली कैबिनेट में फैसला करेंगे कि आयुष्मान योजना का पूरा फायदा आपको मिले।’
शाह बोले, ‘जिस तरह लोग भाजपा में आ रहे हैं, उस हिसाब से चुनाव आते-आते ममता दीदी अकेली रह जाएंगी और कोई साथ देने वाला नहीं होगा। उन्हें सोचना चाहिए कि आखिर लोग उन्हें क्यों छोड़ रहे हैं।’
तृणमूल में कोई रामभक्त एक मिनट भी नहीं ठहर सकता- स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी ने कहा, ‘जो दल स्वार्थ के लिए केंद्र से बैर रखता है। जो जय श्री राम के नारे को अपमानित करता है। उस दल में एक मिनट भी कोई राम भक्त नहीं ठहर सकता। जनता जानती है TMC में जब तक कट मनी नहीं आती है, तब तक काम नहीं होता। बंगाल ने हाल के दिनों में सिर्फ कोरोना को ही नहीं बल्कि अम्फान तूफान को भी सहा। केंद्र सरकार ने इस तूफान की चेतावनी 11 दिन पहले दे दी थी, लेकिन दीदी आपने उसे भी नहीं सुना। जिस भारत की सेना को आप अपमानित करती रहीं, उसी सेना ने यहां लोगों की मदद की।’
एक दिन पहले TMC के 5 बड़े नेता भाजपा में आए
एक दिन पहले ही शनिवार को ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा था। उनके 5 बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़कर भाजपा जॉइन कर ली। इसमें पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी, विधायक बैशाली डालमिया, विधायक प्रबीर घोषाल, हावड़ा के पूर्व मेयर रतिन चक्रवर्ती, रानाघाट के पूर्व मेयर पार्थसारथी चटर्जी शामिल थे। इसके अलावा एक्टर रूद्रनील घोष ने भी भाजपा का दामन थाम लिया। इन सभी ने शनिवार को भाजपा बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और सांसद मुकुल रॉय के साथ गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
बीते एक महीने में ममता सरकार के 3 मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इसके पहले 19 दिसंबर को शुभेंदु के साथ ही सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और 10 विधायकों ने भाजपा जॉइन की थी। इनमें 5 विधायक तृणमूल के ही थे।