पश्चिम बंगाल में गृह मंत्री:शाह बोले- वैक्सीनेशन खत्म होते ही CAA लागू करेंगे; जब तक ममता चुनाव नहीं हारतीं, यहां आता रहूंगा
नईदिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे। ठाकुरनगर में रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लेकर आए, लेकिन बीच में कोरोना आ गया। ममता दीदी कहने लगी कि ये झूठा वादा है। उन्होंने कहा कि हम जो कहते हैं, वो करते हैं। जैसे ही ये वैक्सीनेशन पूरा होगा, जैसे ही कोरोना से मुक्ति मिलती है, आप सभी को नागरिकता देने का काम भाजपा सरकार करेगी।
शाह ने ममता सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में हिंसा का दौर रोक कर विकास का नया दौर शुरू करने जा रही है। मैं दूसरी बार ठाकुरनगर की पवित्र धरती पर आया हूं। कुछ परिस्थितियों की वजह से मेरा पिछला दौरा रद्द हो गया, तो ममता दीदी बहुत खुश हो गईं। अरे ममता दीदी! अभी बहुत समय है अप्रैल तक, मैं बार-बार आऊंगा। जब तक आप चुनाव नहीं हारतीं, तब तक आऊंगा।
बंगाल को सोनार बांग्ला बनाने की लड़ाई : शाह
उन्होंने कहा कि भाजपा के साइबर योद्धाओं को मैं कहना चाहता हूं कि ये लड़ाई भाजपा को मजबूत बनाने की नहीं है। ये लड़ाई ममता दीदी को उखाड़ फेंकने की नहीं है, बल्कि ये लड़ाई हमारे बंगाल को सोनार बांग्ला बनाने की है। इससे पहले शाह ने सुबह भी कूचबिहार में रैली को संबोधित किया था।
शाह के भाषण की 6 प्रमुख बातें
1. बंगाल में परिंदा भी नहीं घुस पाएगा
वे (तृणमूल कांग्रेस वाले) कह रहे हैं कि हम परिवर्तन यात्रा क्यों निकालते हैं? मैं आज कहने आया हूं, ये किसी मुख्यमंत्री को बदलने की परिवर्तन यात्रा नहीं है। किसी विधायक को हराने की नहीं है। यह बंगाल की स्थिति में बदलाव करने की परिवर्तन यात्रा है। आप लोग घुसपैठ से परेशान हो या नहीं? क्या ममता दीदी घुसपैठ रोक सकती हैं? यह घुसपैठ रोकने के लिए परिवर्तन यात्रा है। आप एक बार भाजपा की सरकार बनाइए, राज्य में गलत आदमी तो क्या, परिंदा भी नहीं घुस पाएगा।
2. मोदी को मौका दीजिए, सोनार बांग्ला बनाकर देंगे
इस बार परिवर्तन यात्रा बुआ-भतीजे (ममता और अभिषेक बनर्जी) के भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए है। बंगाल की बेरोजगारी को समाप्त करने की परिवर्तन यात्रा है। यहां बम धमाकों को बंद करने की परिवर्तन यात्रा है। यह हिंसा की जगह विकास की राजनीति करने की परिवर्तन यात्रा है। यह सोनार बांग्ला बनाने की परिवर्तन यात्रा है। इस बार बांग्ला, इस बार दो सौ पार। आपने ममता दीदी को बहुत मौका दे दिया। एक बार नरेंद्र मोदी को मौका दे दीजिए, हम सोनार बांग्ला बनाकर दे देंगे।
3. ममता ने आपकी अकाउंट डिटेल तो दी नहीं, पैसे कहां से भेजें?
ममता दीदी मानती हैं कि गुंडे उन्हें चुनाव जिता देंगे। आपके दंगाप्रमुख गुंडों के सामने मेरा बूथ प्रमुख है। बंगाल की जनता ने इस बार तय कर लिया है कि हम परिवर्तन करके ही रहेंगे। अभी मोदी जी आए थे। उन्होंने किसानों के लिए बड़ी घोषणा की, लेकिन कोच राजवंशी समाज और अन्य समाज के लोग बताइए कि आपके अकाउंट में 6 हजार रुपए आते हैं कि नहीं? कहां से आएगा, जब ममता दीदी आपके अकाउंट की डिटेल ही नहीं भेजती।
4. यहां जय श्रीराम नहीं बोलेंगे तो क्या पाक में कहेंगे
जय श्रीराम बोलने से ममता दीदी को परहेज है। यहां जय श्रीराम नहीं बोला जाएगा तो क्या पाकिस्तान में बोला जाएगा। मेरे साथ हाथ उठाओ और बोलो जय श्रीराम, जय जय श्रीराम। यह ममता दीदी को अपमान लगता है, क्योंकि उन्हें तुष्टीकरण के जरिए एक समाज के वोट चाहिए। मैं गारंटी देता हूं कि चुनाव समाप्त होते-होते ममता दीदी भी जय श्रीराम बोलने लगेंगी।
5. ममता दीदी भतीजे के कल्याण में लगी हैं
आयुष्मान भारत योजना नरेंद्र मोदी लाए। ममता नहीं चाहतीं कि ये सुविधा आपको मिले। ये आपके पास आई तो मोदी जी पॉपुलर हो जाएंगे। मैं वादा करता हूं कि भाजपा की सरकार बनाइए, आयुष्मान का लाभ एक महीने में मिलने लगेगा। मई के बाद ममता दीदी इसे नहीं रोक पाएंगी, क्योंकि वे मुख्यमंत्री ही नहीं रहेंगी। मोदी जी ने गरीबों के लिए 115 योजनाएं बनाई हैं ममता दीदी उन्हें रोक कर बैठी हैं। मोदी सरकार गरीब कल्याण के लिए तो ममता दीदी भतीजा कल्याण में लगी हैं। वे कोशिश कर रही हैं कि कब भतीजा मुख्यमंत्री बन जाए।
6. किसी माई के लाल की ताकत नहीं कि चुनाव प्रभावित करे
तृणमूल के गुंडों ने हमारे 130 कार्यकर्ताओं की हत्या की है। कोई भी पकड़ा नहीं गया। ममता दीदी, हमारी सरकार आने वाली है, एक-एक गुंडे को चुन-चुनकर जेल में डालेंगे। इस बार भाजपा पूरे दमखम के साथ मैदान में है। किसी माई के लाल की हिम्मत नहीं है कि चुनाव को प्रभावित करे। 2017 में हमने कहा था कि हम 20 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। तब दीदी ने कहा था- अंडा आएगा, अंडा। आपने हमें 18 सीटें दीं। ममता आज खुद सीट तलाश रही हैं कि यहां से लड़ूं या वहां से, इस सीट से लडूं कि उस सीट से, एक जगह से लड़ूं या दो सीटों से।
क्यों अहम है ठाकुरनगर?
राज्य में विधानसभा चुनाव को देखते हुए ठाकुरनगर इस बार बंगाल की राजनीति में काफी अहम माना जा रहा है। ठाकुरनगर मटुआ समुदाय का गढ़ माना जाता है। यह कस्बा बांग्लादेश की सीमा से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
दलित मटुआ समुदाय 70 सीटों में फैला हुआ है
बंगाल में दलित मटुआ समुदाय 70 सीटों में फैला हुआ है। कुछ सीटों पर इसका बेहद गहरा प्रभाव है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में इस समुदाय ने अपना समर्थन भाजपा को दिया था। बोनगांव सीट से भाजपा प्रत्याशी शांतनु ठाकुर को इस समुदाय का एकमुश्त वोट हासिल हुआ था। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के बाला ठाकुर को चुनाव हराया था।
अप्रैल-मई में हो सकते हैं चुनाव
माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव इस साल अप्रैल-मई में हो सकते हैं। भाजपा के राज्यसभा सदस्य और मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने बताया कि शाह ऐतिहासिक श्री मदन मोहन मंदिर जाएंगे और पूजा-अर्चना करेंगे। मंदिर यात्रा के बाद वे कूचबिहार के रास मेला मैदान से परिवर्तन यात्रा के दूसरे चरण को हरी झंडी दिखाएंगे।
शाह पिछले साल दिसंबर में बंगाल आए थे
गृह मंत्री ने पिछले साल 19-20 दिसंबर को बंगाल का दौरा किया था। इस दौरान तृणमूल नेता शुभेंदु अधिकारी समेत 35 नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद शाह जनवरी में भी बंगाल आने वाले थे, लेकिन दिल्ली में इजराइली दूतावास के पास हमले की वजह से उन्हें अपना कार्यक्रम टालना पड़ा था। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद पार्टी अब विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियों में जुटी हुई है।