नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान 26 जनवरी को दिल्ली की आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर रैली निकालने पर अड़े हैं। किसानों के साथ पुलिस की गुरुवार हुई मीटिंग भी बेनतीजा रही। यह लगातार तीसरा दिन था, जब पुलिस ने किसानों को मनाने की कोशिश की। मीटिंग में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारी शामिल थे।
मीटिंग के बाद स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने बताया- पुलिस चाहती है कि किसान दिल्ली के बाहर ही रैली निकालें, लेकिन यह संभव नहीं। हम दिल्ली के अंदर शांति से रैली निकालेंगे।
ट्रैक्टर रैली पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इनकार
ट्रैक्टर रैली पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई थी, लेकिन बुधवार को वापस लेनी पड़ी। क्योंकि, कोर्ट ने दखल देने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा कि किसानों का प्रदर्शन रोकने का कोई आदेश जारी नहीं कर सकते। इस बारे में पुलिस को ही फैसला लेने दें, क्योंकि कानून-व्यवस्था से जुड़ा मामला है।
पंजाब से 1140 ट्रैक्टर दिल्ली रवाना
ट्रैक्टर रैली के लिए पंजाब के 4 जिलों से 1140 ट्रैक्टरों में सवार होकर किसान बुधवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए। अमृतसर से 850 ट्रैक्टरों का जत्था रवाना हुआ। संगरूर से 250 और मोगा से 40 ट्रैक्टर रवाना हुए।
दिल्ली पुलिस के तर्क क्या हैं?
- कोई भी रैली या ऐसा विरोध जो गणतंत्र दिवस समारोह में खलल डालने की कोशिश करता है, वह देश को शर्मिंदा करने वाला होगा।
- इससे दुनियाभर में देश की बदनामी होगी। कानून-व्यवस्था खराब होने की स्थिति बन सकती है।
- अलग-अलग रिपोर्ट्स का हवाला देकर कहा गया है कि कई किसान गणतंत्र दिवस की परेड में खलल डालने के लिए लाल किले तक पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं।