किसान आंदोलन का 28वां दिन:कृषि मंत्री बोले- किसान हमारे प्रपोजल में जो भी बदलाव चाहें, बता दें; हम बातचीत करने को तैयार

आज किसान दिवस है। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों को शुभकामनाएं दी हैं। राजनाथ ने कहा कि किसान देश को खाद्य सुरक्षा देते हैं। कुछ किसान कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता से बात कर रही है। उम्मीद है कि वे जल्द आंदोलन खत्म करेंगे।

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नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 28वां दिन है। सरकार ने बातचीत के न्योते की जो चिट्ठी रविवार रात भेजी थी, उसका जवाब किसान आज देंगे। इधर, कृषि मंत्री ने कहा है कि किसान हमारे प्रपोजल में जो भी जोड़ना-घटाना चाहें, हमें बता दें। हम उनकी सुविधा के दिन और समय पर बातचीत करने के लिए तैयार हैं। उम्मीद है कि किसान संगठन हमारी अपील पर विचार करेंगे और जल्द समाधान निकलेगा।

किसान बोले- सरकार के मन में खोट
दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने कहा कि हम 24 घंटे बात करने के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार बात नहीं करना चाहती, क्योंकि उनके मन में खोट है।

  • पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल की प्रमुख ममता बनर्जी के निर्देश पर उनकी पार्टी के 5 सांसदों ने सिंघु बॉर्डर पर किसानों से मुलाकात की। इनमें डेरेक ओ’ब्रायन, शताब्दी रॉय, प्रसून बनर्जी, प्रतिमा मंडल और मोहम्मद नदीमुल हक शामिल थे।
  • कांग्रेस ने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए राष्ट्रपति से दखल की मांग की है। 24 दिसंबर को राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष के नेता 2 करोड़ किसानों के साइन वाला ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपेंगे।

मोदी 25 दिसंबर को 6 राज्यों से किसानों से बात करेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 6 राज्यों के किसानों से बात करेंगे। ये चर्चा PM किसान सम्मान निधि की अगली किश्त जारी करने के इवेंट के दौरान होगी।

किसानों की भूख हड़ताल जारी
दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर जहां-जहां प्रदर्शन चल रहा है, वहां रोज 11 किसान 24 घंटे के उपवास पर बैठ रहे हैं। यह सिलसिला सोमवार से चल रहा है।

राजनाथ बोले- किसानों के लिए सरकार संवेदनशील
आज किसान दिवस है। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों को शुभकामनाएं दी हैं। राजनाथ ने कहा कि किसान देश को खाद्य सुरक्षा देते हैं। कुछ किसान कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता से बात कर रही है। उम्मीद है कि वे जल्द आंदोलन खत्म करेंगे।

अपडेट्स

  • टिकरी बॉर्डर पर खालसा एड ने किसान मॉल खोल दिया है। यहां सभी किसानों को एक फॉर्म दिया गया है, इसमें अलग-अलग प्रोड्क्टस के नाम लिखे हैं। किसान को जिस भी चीज की जरूरत है, वह उसके आगे टिक लगाकर मॉल से ले सकता है।
किसान मॉल में सुई-धागे से लेकर जूते और थर्मल तक मिल जाएंगे।
किसान मॉल में सुई-धागे से लेकर जूते और थर्मल तक मिल जाएंगे।
  • टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान ने कहा- किसान दिवस पर मैं मोदी सरकार को एक ही बात बोलना चाहता हूं कि कृषि कानूनों को वापस लेकर हमें आज ये गिफ्ट में दें, क्योंकि आज का किसान पढ़ा-लिखा है। उन्हें इन कानूनों के बारे में पता है।
  • किसान दिवस पर गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों ने हवन कर आंदोलन की सफलता की कामना की।

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 28वां दिन है। सरकार ने बातचीत के न्योते की जो चिट्ठी रविवार रात भेजी थी, उस पर किसान बीते 2 दिन में फैसला नहीं ले पाए। मंगलवार को कुंडली बॉर्डर पर पंजाब के किसान नेताओं की मीटिंग हुई, इसके बाद कहा गया कि संयुक्त मोर्चा के सदस्य बुधवार को तय करेंगे कि सरकार से बात करनी है या नहीं।

राजनाथ बोले- किसानों के लिए सरकार संवेदनशील
आज किसान दिवस है। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों को शुभकामनाएं दी हैं। राजनाथ ने कहा कि किसान देश को खाद्य सुरक्षा देते हैं। कुछ किसान कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता से बात कर रही है। उम्मीद है कि वे जल्द आंदोलन खत्म करेंगे।

अपडेट्स

  • किसानों के समर्थन में कांग्रेस आज उत्तर प्रदेश में भाजपा नेताओं के दफ्तरों और घरों का घेराव करेगी। कांग्रेस कार्यकर्ता ताली और थाली बजाकर प्रदर्शन करेंगे।
  • कांग्रेस ने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए राष्ट्रपति से दखल की मांग की है। पार्टी का कहना है कि 2 करोड़ किसानों के साइन वाला ज्ञापन राहुल गांधी के नेतृत्व में 24 दिसंबर को राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा।

ब्रिटिश PM को भारत आने से रोकने की अपील करेंगे किसान
किसान नेता कुलवंत संधू ने कहा कि हम ब्रिटेन के सांसदों को लिख रहे हैं कि जब तक केंद्र सरकार किसानों की बात नहीं मानती, तब तक PM बोरिस जॉनसन को भारत आने से रोकें। दूसरी तरफ किसानों की भूख हड़ताल भी जारी है। दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर जहां-जहां प्रदर्शन चल रहा है, वहां रोज 11 किसान 24 घंटे के उपवास पर बैठ रहे हैं।

सरकार का दावा- UP के किसान नेता हमारे साथ
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा, ‘उत्तर प्रदेश के कुछ किसान नेता मुझसे मिले। उन्होंने नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार का समर्थन किया है। उनका कहना है कि कानूनों में बदलाव नहीं होने चाहिए।’

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