कृषि बिलों को लेकर पंजाब और हरियाणा के किसान के प्रदर्शनों का शनिवार को तीसरा दिन है। किसान आज भी दिल्ली बॉर्डर (सिंघु और टीकरी) पर डटे हुए हैं। सिंघु पर शुक्रवार को हुए संघर्ष के बाद के किसानों को दिल्ली में एंट्री की इजाजत सरकार ने दे दी। दिल्ली सरकार ने कहा कि किसान बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड पर प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन किसानों ने दिल्ली में एंट्री से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि दिल्ली को घेरने आए हैं, न कि दिल्ली में घिर जाने के लिए।
Delhi: Tractors of farmers at the approved protest site- Nirankari Samagam Ground in Burari, being sanitised by a municipal worker pic.twitter.com/18yjQzQjTG
— ANI (@ANI) November 28, 2020
शुक्रवार रात हजारों किसान सिंघु बॉर्डर पर ही रहे। उनका कहना है कि हम हाईवे पर ही प्रदर्शन करेंगे। एक किसान ने कहा कि हमारे पास 6 महीने का राशन है। किसानों के खिलाफ बने काले कृषि कानूनों से मुक्ति के बाद ही वापस जाएंगे।
दिल्ली-NCR के कई कॉलेजों ने परीक्षाएं टालीं
दिल्ली-NCR के कई कॉलेजों ने किसान प्रदर्शन के चलते परीक्षाएं टाल दी हैं। इससे बाहर से आने वाले छात्रों की परेशानी बढ़ गई हैं। उनका कहना है कि कॉलेज इसके बारे में पहले से कोई सूचना नहीं दी थी, अचानक से परीक्षा टालने का फैसला ले लिया।
#WATCH A meeting of farmers from Punjab underway at Singhu border (Delhi-Haryana) as they continue their protest here
Delhi Police yesterday gave permission to farmers to hold their demonstrations at the Nirankari Samagam Ground in Delhi's Burari area pic.twitter.com/1t4OoVITCQ
— ANI (@ANI) November 28, 2020
पुलिस ने 8 बार रोकने की कोशिश की, पर रोक नहीं पाए
सिंघु बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने तीन लेयर में बैरिकेडिंग कर रखी थी। सबसे आगे कंटीले तार थे। फिर ट्रकों को बैरिकेड की तरह लगाया गया। आखिर में वॉटर कैनन तैनात थी। इतने इंतजाम भी किसानों को नहीं रोक पाए। पंजाब-हरियाणा बॉर्डर से दिल्ली बॉर्डर तक तीन राज्यों की पुलिस ने 8 बार बड़ी नाकेबंदी कर किसानों को रोकने की कोशिश की, लेकिन किसान हर बार ट्रैक्टर के सहारे आगे बढ़ते गए। बीच-बीच में पथराव भी हुआ।
पानीपत में लगातार दूसरे दिन संघर्ष
पुलिस और किसानों के बीच लगातार दूसरे दिन बड़ा टकराव पानीपत में हुआ। बड़ी तादाद में किसान बैरिकेडिंग तोड़ते हुए दिल्ली की तरफ आगे बढ़ गए। पीछे-पीछे पंजाब के किसान भी थे। इनकी हरियाणा पुलिस से झड़प होती रही। पानीपत के सेक्टर-29 के थाने के पास पुलिस ने जेसीबी मशीन बुला ली और सड़कों को खोद दिया। कई किसान शिवा गांव के पास मेन हाईवे पर खेतों से होते हुए कई किलोमीटर लंबे बैरिकेड को पार कर दिल्ली की तरफ आगे बढ़ गए।
Delhi: Farmers at the approved protest site -Nirankari Samagam Ground in Burari
A farmer says, "Our protest will continue till the Farm laws are not withdrawn. We are here for the long haul." pic.twitter.com/lkOSHDllZI
— ANI (@ANI) November 28, 2020
पुलिस ने सड़कें खोदीं, लेकिन किसान अपना रास्ता बनाते गए
जिस तरह बस्तर के कई नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे दिखाई पड़ते हैं, ठीक वैसे ही गड्ढे हाईवे पर दिखाई दिए। पुलिस ने कई JCB लगा दी। बैरिकेडिंग के लिए ट्रकों का इस्तेमाल किया। इसके बाद भी किसान खेतों के सहारे अपना रास्ता बनाते गए। किसानों की दिल्ली में बड़े आंदोलन की तैयारी है। इसके लिए वे ट्रैक्टरों पर गैस सिलेंडर और चूल्हे लेकर चल रहे हैं।
केंद्र ने कहा- 3 दिसंबर को बात करेंगे, लेकिन किसान मांगों पर अड़े
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील करते हुए कहा कि 3 दिसंबर को उनसे बात की जाएगी, पर किसान अपनी बात पर अडे़ हैं। वे केंद्र के तीनों कृषि बिलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
क्यों हो रहा प्रदर्शन?
केंद्र सरकार ने कृषि सुधारों के लिए 3 कानून द फार्मर्स प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फेसिलिटेशन) एक्ट; द फार्मर्स (एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑफ प्राइज एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेस एक्ट और द एसेंशियल कमोडिटीज (अमेंडमेंट) एक्ट बनाए थे। इनके विरोध में पंजाब और हरियाणा के किसान पिछले दो महीनों से सड़कों पर हैं। किसानों को लगता है कि सरकार MSP हटाने वाली है, जबकि खुद प्रधानमंत्री इससे इनकार कर चुके हैं।
किसानों के कूच के दौरान हरियाणा में लगे पाकिस्तान समर्थक नारे! BJP ने कहा- अब तो इशारे समझो
चंडीगढ़। किसानों के दिल्ली कूच आंदोलन में एक अति चिंताजनक वीडियो क्लिप वायरल हो गई है। इसमें कथित रूप से देशद्रोही नारे सुनाई दे रहे हैं। इस वीडियो क्लिप में एक युवक पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाता सुनाई दे रहा है। इस दौरान पंजाब के लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंसे भी दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने से सनसनी फैल गईं है। हरियाणा भाजपा ने इस पर कड़ा संज्ञान लिया है और कहा है कि लोग अब तो इशारे समझें। हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने इस घटना को बेहद गंभीर बताया है।
Punjab: Farmers from Fatehgarh Sahib on their way to Delhi to protest against Centre's Farm laws pic.twitter.com/0scMjWS6rl
— ANI (@ANI) November 28, 2020
किसानों का जत्था लेकर दिल्ली जा रहे विधायक बैंस के सामने लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
इस वीडियो की सत्यता की अभी पुष्टि नहीं हुई है। इस वीडियो क्लिप के वायारल होने से हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है लुधियाना के आत्मनगर से लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस के सामने ही ये नारे लगाए गए हैं। ये वीडियो क्लिप समालखा और सोनीपत के बीच बड़ी गांव की बताई जा रही है। एक वीडियो बैंस ने अपने फेसबुक पेज पर भी लगाया है, जिसमें नाके लागए जाने के बारे में बैंस के पूछने पर अर्धसैनिक बल के जवान कह रहे हैं कि सोनीपत के एसपी के आदेश पर नाका लगा है। एसपी आ रहे हैं।
सिमरजीत बैंस के पीए ने नारे लगाए जाने की बात मानी
पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों के संबंध में बैंस के पीए मनिंदर सिंह मनी ने माना है कि जब वे सोनीपत शहर के पास से गुजर रहे थे तो भीड़ में किसी एक शख्स ने ऐसे नारे लगाए थे। पंजाब से होकर हरियाणा पहुंचे किसान आंदोलन के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने को भाजपा ने बेहद गंभीरता से लिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने शुक्रवार देर रात को कहा कि किसानों के आंदोलन को ढाल बनाकर कुछ अतिवादी किस्म के लोग अपने मंसूबे पूरे करना चाहते हैं। यह न तो किसानों के लिए उचित है और न ही देश-प्रदेश के किसी व्यक्ति के हित में है। बता दें कि किसानों के दिल्ली कूच आंदोलन में एक आपत्तिजनक वीडियो क्लिप वायरल हुई, जिसे पानीपत और सोनीपत के बीच का बताया जा रहा है। इस वीडियो में देशद्रोह की भावना स्पष्ट सुनाई पड़ रही है। इस वीडियो क्लिप में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने आंदोलन को अतिवादी किस्म के लोगों के हाथों में बताया
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इस वीडियो क्लीपिंग से स्पष्ट हो जाता है कि आंदोलन किन हाथों में चला गया है और कहां से कैसे संचालित हो रहा है। धनखड़ ने कहा कि किसानों को अपनी बात कहने का हक है। हमें इस पर ऐतराज नहीं है। तीनों कृषि कानून किसानों के हक में हैं, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस आंदोलन को हवा दी है। यह आंदोलन अब इस मोड़ पर आ गया कि अराजक तथा असामाजिक तत्वों ने इसे जकड़ लिया है। पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
धनखड़ ने कहा कि किसानों की बात सुनी जा रही है। वे गलतफहमी का शिकार हैं। कांग्रेस उन्हें बरगलाने का काम कर रही है। इस आंदोलन की आड़ में जो अतिवादी किस्म के लोग अपने हित साधना चाहते हैं, उनसे किसान संगठनों के साथ-साथ बाकी लोगों को भी सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने इस बात से भी इन्कार नहीं किया कि इन अतिवादी लोगों को कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी मूक सहमति दे रहे हैं।