कोरोना की एक और दवा को मंजूरी:स्विस कंपनी के एंटीबॉडी कॉकटेल को भारत में इमरजेंसी यूज की इजाजत, यूरोप-अमेरिका के डेटा के आधार पर मिला अप्रूवल
नई दिल्ली। स्विस फार्मा कंपनी रोशे को कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली एंटीबॉडी कॉकटेल के भारत में इस्तेमाल को इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने बुधवार को बताया कि उसके एंटीबॉडी कॉकटेल को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) से अप्रूवल मिल गया है। यह अप्रूवल अमेरिका और यूरोपियन यूनियन में इमरजेंसी यूज के लिए दिए गए डेटा के आधार पर मिला है।
अब तक भारत में कोरोना से बचाव के लिए दो वैक्सीन कोवीशील्ड और कोवैक्सिन इस्तेमाल हो रही हैं। रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-V का शिपमेंट भी भारत आ चुका है। जल्द ही इसका भी यूज होने लगेगा। कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार ने हर उस वैक्सीन को देश में इस्तेमाल करने की इजाजत दी है, जिसे अमेरिका, यूरोप, ब्रिटेन और WHO अप्रूव कर चुके हैं।
मरीजों की हालत बिगड़ने से बचाएगी दवा
रोशे इंडिया के MD वी सिम्पसन एमैनुएल ने कहा कि हम भारत में मरीजों के हॉस्पिटलाइजेशन और हेल्थकेयर सिस्टम से दबाव घटाने के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे। एंटीबॉडी कॉकटेल (Casirivimab और Imdevimab) कोरोना मरीजों की स्थिति बिगड़ने से पहले इलाज में अहम भूमिका निभा सकते हैं। यह इलाज देश में वैक्सीनेशन के साथ-साथ चलेगा और भारत में महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई का समर्थन करेगा।
एंटीबॉडी कॉकटेल क्या होते हैं
एंटीबॉडी कॉकटेल दो ऐसी एंटीबॉडी का मिश्रण होता है, जो किसी वायरस पर एक जैसा असर करती हैं। रोशे इंडिया के इसी एंटीबॉडी कॉकटेल को मंजूरी मिली है। भारत में रोशे की इस एंटीबॉडी कॉकटेल को बनाने और मार्केट करने का अधिकार सिप्ला के पास है।
सिप्ला के MD और ग्लोबल CEO उमंग वोहरा का कहना है कि हम इलाज के सभी संभावित विकल्पों की खोज करने के लिए कमिटेड हैं। हम कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई में सबसे आगे हैं।