दिल्ली चुनाव / चुनाव आयोग ने कहा- देर रात तक डेटा इकट्ठा करते रहे, 62.59% वोटिंग हुई; आप ने आंकड़े न जारी करने पर उठाया था सवाल
दिल्ली में मतदान खत्म होने के 24 घंटे बाद चुनाव आयोग ने वोटिंग के आधिकारिक आंकड़े बताए आप नेता संजय सिंह ने कहा था- 70 साल में पहली बार है, जब चुनाव आयोग आंकड़े नहीं बता रहा; आश्चर्यजनक
नई दिल्ली. चुनाव आयोग ने दिल्ली में वोटिंग खत्म होने के करीब 24 घंटे बाद रविवार शाम 7 बजे मतदान के आंकड़े जारी किए। चुनाव आयोग ने कहा कि 8 फरवरी को दिल्ली में 62.59% वोटिंग हुई। आयोग ने कहा कि हम देर रात तक मतदान का डेटा इकट्ठा कर रहे थे। चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले आम आदमी पार्टी ने मतदान के आंकड़े न जारी होने पर हैरानी जताई थी। आप ने आरोप लगाया था, “आयोग द्वारा आंकड़े न जारी करना आश्चर्यजनक है। अंदर ही अंदर खेल चल रहा है।’
#WATCH Live – Delhi Chief Electoral Officer (CEO) addresses media. #DelhiElections https://t.co/2IPWCtx7qQ
— ANI (@ANI) February 9, 2020
आप ने ईवीएम की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की थी
मतदान के बाद आप ने एक बैठक की थी। इसमें ईवीएम की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की गई थी। आप सांसद संजय सिंह ने रविवार को कहा था- 70 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ होगा कि चुनाव आयोग ये बताने को तैयार नहीं कि कितने प्रतिशत मतदान हुआ। इसका मतलब कहीं कुछ दाल में काला है, कोई खेल चल रहा है अंदर ही अंदर। इससे पहले उन्होंने एक वीडियो पोस्ट करके ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका जताई थी।
Why is the Election Commission not releasing final voting percentage ? pic.twitter.com/hki8YoYpN5
— AAP (@AamAadmiParty) February 9, 2020
भाजपा ने कहा था- एग्जिट पोल के नतीजे सटीक नहीं
वोटिंग के बाद एग्जिट पोल के नतीजे आए थे। इन एग्जिट पोल में दिल्ली में आप को स्पष्ट बहुमत का अनुमान जाहिर किया गया था। इसके बाद देर रात भाजपा मुख्यालय में गृहमंत्री अमित शाह ने बड़े नेताओं के साथ बैठक की। भाजपा की तरफ से कहा गया कि एग्जिट पोल सटीक आंकड़े नहीं दिखाते और सोमवार को नतीजे आने तक इंतजार किया जाना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आप के जीत के दावों को नकारते हुए कहा कि एग्जिट पोल्स गलत हो सकते हैं। इसलिए भाजपा एग्जेक्ट पोल्स (सटीक नतीजों) का इंतजार करेगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “दिल्ली चुनाव भाजपा ही जीतेगी और एग्जिट पोल्स और अंतिम नतीजों में बड़ा अंतर होगा। लोकसभा चुनाव में भी एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए थे।”