शिवकुमार बोले- हिंदू हूं, इसलिए शिवरात्रि कार्यक्रम में गया:शाह भी थे; कांग्रेस सचिव बोले- डिप्टी CM राहुल का मजाक उड़ाने वालों के साथ

0 998,925

कर्नाटक में कांग्रेस नेताओं के बीच अनबन की खबरें सामने आ रही हैं। डिप्टी CM डीके शिवकुमार 26 फरवरी को ईशा फाउंडेशन की तरफ से कोयंबटूर में आयोजित महाशिवरात्रि कार्यक्रम में गए थे। इसमें गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के सचिव पीवी मोहन ने शिवकुमार की कोयंबटूर यात्रा पर निशाना साधा। पीवी मोहन ने सोशल मीडिया पर लिखा- शिवकुमार एक ऐसे व्यक्ति के निमंत्रण पर गए, जो राहुल गांधी का मजाक उड़ाता है।

पीवी मोहन के आरोपों का जवाब देते हुए शिवकुमार ने कहा- मैं एक हिंदू हूं। मैं एक हिंदू के रूप में पैदा हुआ हूं और मैं एक हिंदू के रूप में मर जाऊंगा, लेकिन मैं सभी धर्मों से प्यार करता हूं और उनका सम्मान करता हूं।

शिवकुमार बोले- सद्गुरु जग्गी वासुदेव एक महान इंसान हैं शिवकुमार ने सद्गुरु के कार्यक्रम में जाने को लेकर कहा कि ईशा फाउंडेशन के सद्गुरु जग्गी वासुदेव आए और मुझे (कोयंबटूर में शिवरात्रि समारोह के लिए) आमंत्रित किया। वे मैसूर से हैं। वे महान व्यक्ति हैं और मैं उनके ज्ञान और कद की प्रशंसा करता हूं, लेकिन कई लोग उनकी आलोचना करते हैं।

कांग्रेस नेताओं के आरोपों पर शिवकुमार के 2 जवाब…

  • योगी सरकार का कुंभ का आयोजन सराहनीय: महाकुंभ के बारे में मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा। जिस तरह से उन्होंने (योगी सरकार) इसे आयोजित किया, मैं उसकी सराहना करता हूं। यह कोई छोटा काम नहीं है। यहां-वहां कुछ समस्याएं हो सकती हैं। ट्रेनों के कारण भी समस्याएं हो सकती हैं। मुझे खामियां निकालना पसंद नहीं है। यह बहुत संतोषजनक है।
  • भाजपा से किसी तरह की साठगांठ नहीं: भाजपा के साथ साठगांठ के आरोपों का जवाब देते हुए शिवकुमार ने इसे अपने खिलाफ साजिश बताया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी में सभी को साथ लेकर चलने का सिद्धांत है। महात्मा गांधी, नेहरू और इंदिरा गांधी ने भी यही किया। मैंने सोनिया गांधी को उगादि उत्सव मनाते देखा है। उन्होंने भारतीयता को अपनाया है।’

कर्नाटक में 2023 से शिवकुमार बनाम सिद्धारमैया कर्नाटक में कांग्रेस और डी शिवकुमार के बीच काफी समय से अनबन की खबरें रही हैं। इसकी शुरुआत 2023 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव से शुरू हुई थी। कांग्रेस की शानदार जीत के बाद शिवकुमार मुख्यमंत्री पद की रेस में सिद्धारमैया से काफी आगे थे। बाद में उन्हें पीछे हटना पड़ा।

कई दिनों की मान-मनौव्वल के बाद शिवकुमार ने प्रदेश अध्यक्ष का पद बरकरार रखते हुए उपमुख्यमंत्री पद के लिए समझौता किया। उस समय सत्ता-साझाकरण समझौते की खबरें थीं, जिसके तहत शिवकुमार को ढाई साल बाद CM पद मिल जाता। हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।

Leave A Reply

Your email address will not be published.