प्रतिक्रिया / सिंधिया के इस्तीफे के 24 घंटे बाद राहुल गांधी का ट्वीट- कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने में व्यस्त मोदी सरकार पहले अर्थव्यवस्था संभाले
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दिया था, वे 2001 में कांग्रेस में शामिल हुए थे कांग्रेस ने कहा कि सिंधिया के 50 से ज्यादा समर्थकों को टिकट और 9 मंत्री दिए फिर भी साथ छोड़ा
नई दिल्ली. ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के करीब 24 घंटे बाद राहुल गांधी ने कहा कि जब आप (मोदी सरकार) कांग्रेस की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने में व्यस्त हैं, तब यह देखने में चूक गए कि दुनिया में तेल की कीमतों में 35% की गिरावट आई है। क्या आप पेट्रोल की कीमतों को 60 रुपए प्रति लीटर कर देश के लोगों को राहत दे सकते हैं? इससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
सिंधिया जी की 18 साल की राजनीति में कांग्रेस ने :
– 17 साल सांसद बनाया
– 2 बार केंद्रीय मंत्री बनाया
– मुख्य सचेतक बनाया
– राष्ट्रीय महासचिव बनाया
– यूपी का प्रभारी बनाया
– कार्यसमिति सदस्य बनाया
– चुनाव अभियान प्रमुख बनाया
– 50+ टिकट, 9 मंत्री दियेफिर भी मोदी-शाह की शरण में ? pic.twitter.com/bABGfFuYc5
— MP Congress (@INCMP) March 11, 2020
‘कांग्रेस ने कई अहम पद दिए, फिर भी वे मोदी-शाह की शरण में चले गए’
ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफा पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने कहा कि पार्टी ने उन्हें सांसद, मंत्री और राष्ट्रीय महासचिव जैसे कई अहम पद दिए, फिर भी वे मोदी-शाह की शरण में चले गए। सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस से नाता तोड़ दिया था। उनके इस्तीफे के बाद मध्यप्रदेश के 22 विधायकों ने भी मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के मुताबिक, सिंधिया बुधवार को भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
Hey @PMOIndia , while you were busy destabilising an elected Congress Govt, you may have missed noticing the 35% crash in global oil prices. Could you please pass on the benefit to Indians by slashing #petrol prices to under 60₹ per litre? Will help boost the stalled economy.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 11, 2020
1957 तक सिंधिया परिवार हिंदू महासभा के साथ था: दिग्विजय
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को सिंधिया को लेकर ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, ‘उनका (सिंधिया) परिवार 1957 तक हिंदू महासभा के साथ था। तात्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने दिवंगत राजमाता विजयाराजे सिंधिया को कांग्रेस में शामिल किया। इसके बाद 1957 और 1962 में वे सांसद बनीं। उन्होंने 1967 में कांग्रेस छोड़ दिया था।
Also the revolver by which Godse killed Mahatma Gandhi was given to him by one Parchure from Gwalior. Need to do some more research about who was Parchure.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 11, 2020
- एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा- महात्मा गांधी को मारने के लिए नाथूराम गोडसे ने जिस रिवाल्वर का इस्तेमाल किया था, उसे ग्वालियर के परचुरे ने ही दी थी। दिग्विजय ने ट्वीट में जिन परचुरे का नाम लिया है उनका पूरा नाम डॉ. डीएस परचुरे था, वो ग्वालियर में एक हिंदू संगठन के प्रमुख थे।