कांग्रेस में मंथन : पंजाब, तेलंगाना, गुजरात के संगठन में जल्द होगा बदलाव, आगामी चुनावों के मद्देनजर तैयारी
सोनिया गांधी ने शनिवार को कांग्रेस के नाराज नेताओं के साथ करीब 5 घंटे चर्चा की। इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद थे।
नई दिल्ली। कुछ राज्यों में आगामी महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर कांग्रेस तैयारी में जुट गई है। तेलंगाना, पंजाब और गुजरात में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) में जल्द ही बड़े बदलाव की सुगबुगाहट है। इन राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष भी बदले जा सकते हैं। शनिवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कई नेताओं से बात की थी। इनमें से कई नेताओं ने पार्टी में अंदरूनी स्तर पर सुधार की बात कही थी।
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में तेलगांना के प्रभारी और सांसद मनिकम टैगोर ने बताया कि तेलंगाना में PCC चीफ बदले जाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। प्रदेश के पार्टी प्रमुख उत्तर कुमार रेड्डी ने ग्रेटर हैदराबाद म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (GHMC) में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के चलते इस्तीफा दे दिया था। तेलंगाना के 160 नेताओं से बातचीत के बाद रिपोर्ट सोनिया को रिपोर्ट सौंप दी गई है।
पंजाब की स्थिति
राज्य में कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने बताया कि PCC अपनी जगह है, लेकिन जिला कमेटियों की तैयारी चल रही है। ये जल्द ही बन जाएंगी। जैसे ही किसानों और केंद्र सरकार के बीच नए कानूनों का मुद्दा हल हो जाएगा, जिला समिति बना ली जाएगी।
गुजरात की स्थिति
गुजरात का प्रभार संभाल रहे एक नेता ने बताया कि दिसंबर के अंत तक राज्य में कांग्रेस अध्यक्ष तय हो जाएगा। हाल ही में मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी और मणिपुर के प्रदेश अध्यक्ष बदले गए थे।
कल 5 घंटे हुई थी चर्चा
सोनिया गांधी ने शनिवार को कांग्रेस के नाराज नेताओं के साथ करीब 5 घंटे चर्चा की। इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहे। मीटिंग में पार्टी नेताओं की शिकायतें, आने वाले चुनावों की रणनीति और नए पार्टी अध्यक्ष पर चर्चा हुई। इसमें आम राय बनी कि जल्द ही एक चिंतन शिविर रखा जाएगा। इसमें पार्टी नेता आगे की रणनीति के बारे में चर्चा करेंगे। मीटिंग के दौरान राहुल गांधी ने खुलकर अपनी राय रखी और नाराज नेताओं को मनाने की पूरी कोशिश की।
‘पार्टी को राहुल की लीडरशिप की जरूरत’
कांग्रेस के सीनियर लीडर पवन बंसल के मुताबिक मीटिंग में सभी ने कहा कि पार्टी को राहुल की लीडरशिप की जरूरत है। हमें उनकी परवाह नहीं करनी चाहिए जो एजेंडे से ध्यान भटकाना चाहते हैं।
शनिवार को बैठक में हिस्सा लेने के लिए राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा सदस्य आनंद शर्मा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी 10 जनपथ पहुंचे थे।
सोनिया को नेताओं ने चिट्ठी भी लिखी थी
कुछ महीने पहले पार्टी के 23 नेताओं ने इस मसले पर सोनिया गांधी को चिट्ठी भी लिखी थी। इनमें कपिल सिब्बल के साथ गुलाम नबी आजाद भी शामिल थे। चिट्ठी में पार्टी में ऊपर से नीचे तक बदलाव करने की मांग की गई थी।