अयोध्या / रामजन्म भूमि ट्रस्ट का मेंबर बनने की रेस में ब्यूरोक्रेट भी; पूर्व कैबिनेट सचिव नृपेंद्र मिश्रा, पूर्व आईएएस दीपक सिंघल के नाम

ट्रस्ट की पहली बैठक 19 फरवरी को संभावित, इसी दिन चेयरमैन का चुनाव और चेयरमैन ही 15वां सदस्य नामित करेंगे पहली बैठक में ही 9वें और 10वें मेंबर नामित किए जा सकते हैं, इनमें एक पर विहिप के चंपत राय का भी नाम संभावित

लखनऊ. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के 15वें एक्स आफिसियो सदस्य बनने की दौड़ में वरिष्ठ और रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट भी शामिल हो गए हैं। 15वें सदस्य के लिए पूर्व कैबिनेट सचिव नृपेंद्र मिश्रा और पूर्व आईएएस दीपक सिंघल के नाम सबसे आगे हैं। सिंघल एनसीआर के पूर्व कमिश्नर भी रह चुके हैं।

ट्रस्ट के गठन की डीड में तीन हिंदू ब्यूरोक्रेट मेंबर बनाए गए हैं। डीड के मुताबिक, 12वें सदस्य के लिए केंद्र से हिंदू समुदाय के कम से कम संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी, 13वें मेंबर के लिए उत्तर प्रदेश के सचिव स्तर के अधिकारी और 14वें सदस्य के तौर पर अयोध्या के डीएम को एक्स ऑफिसियो मेंबर नामित किया गया है।

डीएम अनुज कुमार की सदस्यता पक्की मानी जा रही
अयोध्या के मौजूदा डीएम अनुज कुमार की सदस्यता हिंदू होने के कारण पक्की है। 12वें व 13वें मेंबर के लिए केंद्र और राज्य से अधिकारियों को नामित किए जाने का फैसला लिया जाना अभी बाकी है। सूत्रों के मुताबिक, ट्रस्ट के 13वें सदस्य के रूप में उप्र के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को नामित किया जाना पक्का माना जा रहा है। सरकार ने मंदिर निर्माण और अयोध्या के विकास के लिए प्रदेश के गृह विभाग को नोडल एजेंसी नामित किया गया है।

मंदिर विकास और प्रशासन से जुड़े मामलों के लिए 15वां सदस्य चुना जाएगा
ट्रस्ट के चेयरमैन की ओर से नामित होने वाले 15वें सदस्य को लेकर हलचल मची हुई है। अभी तक ट्रस्ट की पहली बैठक नहीं हुई है। पहली बैठक 19 फरवरी को संभावित है। जिसमें पहले बोर्ड आफ ट्रस्टी पहले चेयरमैन का चुनाव करेंगे। चेयरमैन ही 15वें सदस्य को नामित करेगा। चेयरमैन राम मंदिर के विकास और प्रशासन से जुड़े मामलों के लिए 15वें सदस्य को चुनेगा और इस सदस्य का हिंदू होना जरूरी है।

सूत्रों के मुताबिक, पहली बैठक में ही 9वें और 10वें मेंबर को भी नामित किया जा सकता है। एक पर विहिप के चंपतराय को नामित किया जा सकता है और दूसरे के लिए संभावित नाम नृत्यगोपाल दास का माना जा रहा है। लेकिन, नृत्य गोपाल दास के अलावा जूना अखाड़े के महंत अवधेशानंद और द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद के शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद के नाम भी शामिल हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.