नई दिल्ली। कम्युनिस्ट नेता और JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार 2 अक्टूबर को कांग्रेस का दामन थामेंगे। सूत्रों के मुताबिक गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल काफी दिनों से कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी को कांग्रेस में शामिल करने की कोशिश में लगे हुए थे।
कन्हैया ने 2019 का लोकसभा चुनाव अपने गृहनगर बिहार के बेगूसराय से लड़ा, लेकिन भाजपा के गिरिराज सिंह से करीब 4 लाख वोट से हार गए थे। इस चुनाव में कन्हैया को 2.68 लाख वोट, जबकि गिरीराज सिंह को 6.88 लाख वोट मिले थे। सूत्रों के मुताबिक गुजरात के वडगाम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को पार्टी की राज्य इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
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जम्मू में सेना के चॉपर क्रैश में दोनों पायलट की मौत
जम्मू के ऊधमपुर जिले में सुबह सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें पायलट और को-पायलट की मौत हो गई है। हादसे के वक्त लोगों ने दोनों को मलबे से बाहर निकाला था, लेकिन अस्पताल ले जाने में दोनों की मौत हो गई। पहाड़ी ऊधमपुर जिले के उपरी भाग में शिव गढ़ धार में खराब मौसम के कारण यह दुर्घटना हुई थी। स्थानीय लोगों ने पायलट्स को खींच कर चॉपर से बाहर निकाला था। इसका वीडियो सामने आया है।
देहरादून-मसूरी हाईवे रोड पर मलबा गिरा, लगा जाम
उत्तराखंड का देहरादून-मसूरी रूट पहाड़ से मलबा गिरने के कारण करीब 1 घंटे तक बाधित रहा। यहां गलोगी पावर हाउस पर पहाड़ से मलबा आने के बाद ट्रैफिक जाम लग गया।
2 महीने बाद जेल से रिहा हुए राज कुंद्रा
पोर्नोग्राफी केस में 2 महीने से जेल में बंद राज कुंद्रा को आज रिहा किया गया। उन्हें सोमवार को मुंबई की सेशंस कोर्ट ने 50 हजार के मुचलके पर उन्हें जमानत दी थी। जमानत देने के दौरान अदालत ने कहा था कि राज लोकल पुलिस स्टेशन को जानकारी दिए बिना शहर नहीं छोड़ सकते हैं।
मराठी एक्ट्रेस ईश्वरी देशपांडे और उनके दोस्त की गोवा में हुई मौत
पुणे की रहने वाली मराठी एक्ट्रेस ईश्वरी देशपांडे और उनके दोस्त शुभम डेगे की गोवा में गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई है। पुलिस को दोनों के शव सोमवार को उत्तरी गोवा के अरपोरा इलाके में गहरे पानी में डूबी एक कार के अंदर से बरामद हुए। ईश्वरी की कुछ दिनों में पहली मराठी फिल्म आने वाली थी।
25 वर्षीय एक्ट्रेस और उनके 28 वर्षीय दोस्त शुभम डेगे की दर्दनाक मौत को लेकर गोवा पुलिस ने बताया है कि मंगलवार दोपहर वे जिस कार सजा रहे थे वह तेज रफ्तार में थी और अनियंत्रित होकर पानी में गिर गई। यह क्लियर नहीं हो सका है कि कार कौन चला रहा था। सेंट्रल लॉक लगे होने के कारण दोनों कार से बाहर नहीं निकल सके। शाम तकरीबन 7 बजे दमकल की पहली गाड़ी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। पूरी रात चले बचाव अभियान के बाद मंगलवार सुबह दोनों का शव कार के अंदर से बरामद हुआ है।
किसी क्लब में जाने की आशंका
दोनों के हाथ में रिस्टबैंड मिले हैं। पुलिस ने अनुमान लगाया है कि दुर्घटना से एक रात पहले वह किसी क्लब में गए थे। शुभम डेगे पुणे के किर्कटवाड़ी इलाके के रहने वाला था, जबकि ईश्वरी देशपांडे भी पुणे में ही रहती थीं। हादसे की सूचना मिलते ही दोनों के परिजन पुणे से गोवा पहुंच गए हैं।
मराठी-हिंदी फिल्मों में अभिनय
ईश्वरी देशपांडे एक हिंदी और एक मराठी फिल्म में कम कर रहीं थी। मराठी फिल्म की शूटिंग लगभग पूरी हो चुकी थी और जल्द ही सिनेमा के परदे पर रिलीज होने वाली थी।
अमेजन घूसखोरी मामले की जांच करेगी सरकार, कहा- करप्शन के लिए “जीरो टॉलरेंस’
केंद्र सरकार अमेजन के घूसखोरी मामले की जांच करने जा रही है। सरकार ने कहा है कि करप्शन को लेकर हमारी पॉलिसी जीरो टॉलरेंस की है। कंपनी पर आरोप लग रहे हैं कि उसके वकीलों ने भारतीय अफसरों को रिश्वत देने की कोशिश की। इस आरोप को लेकर अमेजन ने भी जांच शुरू कर दी है।
सिंघु बॉर्डर से आया CM चन्नी के लिए संदेश
पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के लिए सिंघु बॉर्डर से एक संदेश आया है। मुख्यमंत्री ने सिंघु बॉर्डर पर जाकर किसानों से मिलने और बात करने का प्रस्ताव रखा था। जवाब में संदेश आया कि अगर वे किसान मोर्चे पर जाते हैं तो उन्हें वहां का स्टेज नहीं मिलेगा। उन्हें पंडाल में बैठकर किसान नेताओं की बात सुननी होगी। वह वहां भाषण भी नहीं दे सकते हैं।
चन्नी के बयान का भी करारा जवाब दिया
चन्नी द्वारा अपना सिर काटकर किसानों को दे देने पर किसान नेताओं का कहना है कि यह सब कहने की बातें हैं। न तो वह अपना सिर काटकर देंगे और न ही हमें चाहिए। हम कृषि कानून वापस करवाना चाहते हैं। अगर वह यह बिल वापस करवा सकते हैं तो उसके लिए प्रयास करें। चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपनी पहली पत्रकारवार्ता के दौरान कहा था कि वह किसानों के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। अगर जरूरत पड़ी तो वह अपना सिर काटकर भी उन्हें दे देंगे।
इसके बाद वह देर शाम अपने घर चमकौर साहिब पहुंचे। अनाज मंडी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि वह एक बार सिंघु के मोर्चा पर जाना चाहते हैं। जहां से कृषि कानूनों को लेकर संघर्ष किया जा रहा है। मैं उस जगह पर नतमस्तक होना चाहता हूं।
सिद्धू ने भी जताई थी इच्छा, मगर अभी तक गए नहीं
नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रधान बनने के बाद ताजपोशी समारोह में भी कहा था कि वह किसानों के पास जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि वह प्यासे हैं और किसान कुआं, लेकिन उनकी यह कहावत गलत हो गई थी। इसका विरोध भी हुआ था। ऐलान करने के बावजूद वह अभी तक किसानों से नहीं मिले हैं। इसके बाद सीएम चन्नी ने स्टेज से किसानों से मिलने जाने की इच्छा जाहिर कर राजनीतिक चर्चा जरूर छेड़ दी है। कुछ लोग तो यह भी कह रहे हैं कि राजनेता सिर्फ वोट लेने के लिए ही इस तरह की बयानबाजी करते हैं।
अब सुखजिंदर रंधावा और सिद्धू में अनबन
कैप्टन अमरिंदर सिंह के तख्तापलट के बाद भी पंजाब कांग्रेस में कलह थम नहीं रही है। अब प्रदेश प्रधान नवजोत सिद्धू और नए डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा के बीच अनबन हो गई है। डिप्टी CM रंधावा ने सोमवार को पंजाब सचिवालय में चार्ज संभाला। इस दौरान सिद्धू वहां नहीं आए। अनबन पर किसी की अधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि इसे रंधावा के CM न बन पाने से जोड़कर देखा जा रहा है।
सिद्धू ने रंधावा को मुख्यमंत्री बनाने का यह कहकर विरोध किया था कि जट्ट सिख को बनाना है तो फिर मुझे बनाओ, जिसके बाद रंधावा का पत्ता कट गया। उनकी जगह चरणजीत चन्नी पंजाब के पहले दलित CM बन गए। रंधावा उनके डिप्टी बनकर रह गए। कांग्रेस के भीतर भी अब यह नया विवाद पकने लगा है।
सिद्धू की वजह से ऐसे CM बनते-बनते रह गए रंधावा
- कांग्रेस हाईकमान ने सुनील जाखड़ को पंजाब का पहला हिंदू CM बनाना तय कर लिया था। हाईकमान की इच्छा थी तो सिद्धू ने इसका खुलकर विरोध नहीं किया।
- मुद्दा तब खड़ा हुआ, जब पहले कुछ विधायकों ने सिख स्टेट का मुद्दा उठाकर इसका विरोध कर दिया। बाकी कसर गांधी परिवार की करीबी अंबिका सोनी ने पूरी कर दी। सोनी ने पंजाब में सिख चेहरे को ही CM बनाने की बात कही।
- इसके बाद रंधावा का नाम आया। जैसे ही सिद्धू को पता चला तो उन्होंने भी दावा ठोक दिया। दोनों ही जट्ट सिख कम्युनिटी से हैं। हाईकमान की रंधावा के नाम पर सहमति बन गई। संदेश रंधावा व उनके समर्थकों तक भी पहुंच गया। खुशियां मनाई जाने लगीं।
- यह देख सिद्धू गुस्से से उस होटल से बाहर निकल गए, जिसमें ऑब्जर्वर ठहरे थे। सिद्धू कह गए कि मुझे नहीं बनाना तो किसी दलित नेता को बना दो।
- इसके बाद चन्नी पंजाब के पहले दलित CM बन गए। दरअसल सिद्धू अगले साल होने वाले चुनाव में CM बनना चाहते हैं। उस वक्त वह कोई ऐसा चेहरा कुर्सी पर नहीं चाहते, जिसे हटाना मुश्किल हो जाए।
कैप्टन को कुर्सी पर बिठाने-उतारने वाली माझा एक्सप्रेस का हिस्सा रंधावा
सुखजिंदर रंधावा भी तृप्त बाजवा व सुख सरकारियों वाली माझा एक्सप्रेस के अहम अंग हैं, जो पंजाब में सत्ता बनाने व हटाने का दम रखती है। कैप्टन को 2017 में इन्हीं लोगों ने पूरी मदद करके सत्ता तक पहुंचाया। तब कैप्टन को प्रताप सिंह बाजवा की बगावत झेलनी पड़ रही थी। बदलते वक्त के साथ कैप्टन के उनसे रिश्ते बिगड़ते गए। फिर कैप्टन का तख्तापलट करने की अगुवाई भी इन्हीं लोगों ने की और उसे अंजाम तक पहुंचाया।
सिद्धू की प्रधानगी को लेकर डटे रहे
नवजोत सिद्धू की प्रधानगी का जब विरोध हो रहा था तो रंधावा उनके साथ डटे रहे। औपचारिक ऐलान से पहले ही रंधावा सिद्धू के साथ रहे। सब नेताओं से मिलवाया। माफी मंगवाने पर अड़े कैप्टन की मांग का विरोध भी किया। सिद्धू के लिए हर तरह की फील्डिंग लगाई। हालांकि जब रंधावा को इसका फल मिलना था तो सिद्धू ने ही अड़ंगा लगा दिया।
ऐसी कोई बात नहीं : रंधावा
हालांकि इस मामले में सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि मैं पैदाइशी कांग्रेसी हूं। कांग्रेस का सच्चा सिपाही हूं। हाईकमान की मर्जी है कि किसे CM बनाना है। मंत्री या मुख्यमंत्री बनने की मर्जी सबकी होती है, लेकिन इसे पार्टी के बड़े नेताओं को देखना होता है कि किसे बनाना है और किसे नहीं। मैं चन्नी के CM बनने का स्वागत करता हूं। मुझे किसी पद की लालसा नहीं है।
महाराष्ट्र में ताश के पत्तों की तरह गिरी 3 मंजिला इमारत, 5 साल पहले ही बनी थी
The building collapsed like cards bungalow in Jalgaon, watch the video pic.twitter.com/A23Ph8e0zs
— Akankshaaa (@patil_akankshaa) September 21, 2021
महाराष्ट्र के जलगांव जिले के पचोरा में देर रात एक तीन मंजिला इमारत ताश के पत्ते की तरह जमींदोज हो गई। गनीमत यह थी कि इसमें रह रहे परिवारों को सही समय पर इसके जर्जर होने की जानकारी मिल गई थी और इसने इसे खाली कर दिया था। इसलिए इसमें कोई भी हताहत नहीं हुआ है। हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें इमारत को गिरते हुए देखा जा सकता है। इस मामले की सबसे खास बात यह है कि इस इमारत का निर्माण सिर्फ पांच साल पहले ही किया गया था।
अभिषेक बनर्जी की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई आज
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और TMC महासचिव अभिषेक बनर्जी की याचिका पर आज दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। अभिषेक बनर्जी ने कोयला घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा मामले में उन्हें भेजे गए समन को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है।
याचिका में अभिषेक बनर्जी ने कोर्ट से मांग की है कि उन्हें और उनकी पत्नी रूजिरा को दिल्ली में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय द्वारा भेजे गए समन को खारिज किए जाए। अभिषेक बनर्जी ने दिल्ली हाईकोर्ट से अनुरोध किया है कि वह ED को मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून ( PMLA) के सेक्शन 50 के तहत जारी समन को खारिज करने का निर्देश दें। याचिका में यह भी कहा गया है कि ईडी को निर्देश दिया जाए कि वह अभिषेक और उनकी पत्नी को पूछताछ के लिए दिल्ली न बुलाए। जांच और पूछताछ कोलकाता में ही की जाए।
आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर होगी नजर
- इंडियन विमेंस क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया में वन डे सीरीज खेलना शुरू करेगी।
- पारस डिफेंस का IPO खुलेगा, कंपनी 170.78 करोड़ रुपए का इश्यू ला रही है।