इजराइली दूतावास के बाहर धमाका:ब्लास्ट के समय एम्बेसी के आसपास 45 हजार मोबाइल फोन एक्टिव थे, ओला-उबर बुक करने वालों की भी जांच होगी

फॉरेंसिंक टीम की तफ्तीश में सामने आया है कि ब्लास्ट के लिए अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था। मौके से क्राइम ब्रांच की टीम को आधा जला हुआ गुलाबी रंग का दुपट्टा (scarf) और इजराइली राजदूत के नाम एक लिफाफा मिला है।

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नई दिल्ली । इजराइली दूतावास के पास शुक्रवार शाम को हुए ब्लास्ट के समय आसपास के इलाके में 45 हजार मोबाइल फोन एक्टिव थे। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है। जांच टीम को उस एरिया के मोबाइल टॉवर के यह डेटा मिला। हालांकि यह साफ नहीं है कि धमाके को अंजाम देने वाले लोग वारदात के दौरान अपने साथ फोन रखे हुए थे या नहीं।

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर आने या यहां से जाने के लिए कैब बुक करने वालों के डेटा की पड़ताल भी कर रही है। इनमें ओला और उबर समेत दूसरी कैब सर्विस शामिल हैं। शुक्रवार की दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे के बीच कैब लेने वालों की जानकारी जुटाई जा रही है।

CCTV फुटेज में कैब से उतरते दिखे थे दो संदिग्ध
पुलिस ने घटनास्थल के पास लगे CCTV से दो संदिग्धों की पहचान की थी। ये लोग एक कैब से उतरते हुए दिखाई दे रहे थे। पुलिस ने कैब ड्राइवर से पूछताछ कर संदिग्धों का स्केच तैयार कराया था। शुक्रवार को देर रात कई इलाकों में छापेमारी कर दो लोगों को हिरासत में भी लिया था। हालांकि उनसे मिली जानकारी का ब्यौरा नहीं दिया गया।

इजराइली दूतावास के पास शुक्रवार को हुए ब्लास्ट की जांच के लिए आज इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद की टीम दिल्ली आ सकती है। NSA लेवल की बातचीत के बाद इजराइल सरकार ने यह फैसला लिया है। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी। एजेंसी के मुताबिक, इजराइल के डिफेंस ने इस हमले के पीछे ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) का हाथ बताया है। इसी के साथ इजराइल ने दुनियाभर में अपने दूतावासों की सुरक्षा बढ़ाने का भी फैसला लिया है।

जांच में अब तक मिले अहम सबूत

  • फॉरेंसिंक टीम की तफ्तीश में सामने आया है कि ब्लास्ट के लिए अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था।
  • मौके से क्राइम ब्रांच की टीम को आधा जला हुआ गुलाबी रंग का दुपट्टा (scarf) और इजराइली राजदूत के नाम एक लिफाफा मिला है।
  • सूत्रों के मुताबिक, इस लिफाफे के अंदर से एक चिट्ठी भी बरामद हुई है। इसमें ‘यह तो ट्रेलर है’ लिखा है। फॉरेंसिक टीम अब फिंगर प्रिंट की जांच करने में जुट गई है।
  • जांच एजेंसियों ने घटनास्थल से कोल्ड ड्रिंक कैन के टूटे हुए टुकड़े और बॉल बियरिंग्स बरामद किया है। इन टुकड़ों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है।
  • शुरूआती जांच से पता चला है कि कोल्ड ड्रिंक कैन में विस्फोटक और बॉल बियरिंग्स को ठूस दिया गया था।

कैब ड्राइवर खोलेगा दो संदिग्धों का राज
पुलिस ने घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी से दो संदिग्धों की पहचान भी की है। ये कैब से उतरते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने कैब ड्राइवर से पूछताछ शुरू कर दी है। इसके आधार पर संदिग्धों का स्कैच तैयार किया जा रहा है। पुलिस ने देर रात कई इलाकों में छापेमारी भी की। दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी शुरू कर दी गई है। क्राइम ब्रांच के साथ स्पेशल सेल और NIA की टीम ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। दिल्ली में रहने वाले सभी ईरानी लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। दिल्ली पुलिस ने सभी होटल की तलाशी भी शुरू कर दी है।

घटनास्थल पर जांच करती दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल।
घटनास्थल पर जांच करती दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल।

29वीं डिप्लोमेटिक एनिवर्सरी पर हुआ धमाका
दिल्ली में इजराइली दूतावास के पास शुक्रवार शाम करीब 5 बजे ब्लास्ट हुआ। दूतावास की इमारत से करीब 150 मीटर की दूरी पर हुए इस ब्लास्ट में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन आसपास खड़ी चार से पांच गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। इजराइल ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। ब्लास्ट को लेकर चिंता इसलिए भी बढ़ गई, क्योंकि शुक्रवार को ही भारत-इजराइल के कूटनीतिक रिश्तों की 29वीं सालगिरह थी।

 

भारत-इजराइल के विदेश मंत्रियों ने फोन पर बात की
ब्लास्ट को लेकर भारत और इजराइल के विदेश मंत्रियों ने फोन पर बात की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि मैंने इजराइल के विदेश मंत्री गाबी अश्केनाजी से बात की है। हमने इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया है। दूतावास और वहां काम करने वाले डिप्लोमेट्स को पूरी सुरक्षा दी जा रही है। घटना की जांच की जा रही है और दोषियों को खोजने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

इसके बाद इजराइल के विदेश मंत्री गाबी अश्केनाजी का बयान आया कि भारत के विदेश मंत्री ने सभी इजराइली डिप्लोमेट की सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। उन्होंने ब्लास्ट करने वालों को जल्द खोजने की बात भी कही है। मैंने उन्हें धन्यवाद दिया है। इस मामले में इजराइल पूरी मदद करने को तैयार है।

घटनास्थल से मिले मलबे की जांच भी शुरू हो गई है।
घटनास्थल से मिले मलबे की जांच भी शुरू हो गई है।

इजराइल के राजदूत बोले- भारत के साथ मिलकर जांच करेंगे
दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बातचीत के बाद भारत में इजराइल के राजदूत रॉन मलका का बयान आया। उन्होंने कहा, ‘यह घटना दोनों देशों के बीच डिप्लोमैटिक संबंधों की 29वीं साल गिरह पर हुई है। हमलावरों और उनके मकसद का पता लगाने के लिए हम भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमें भारत की जांच पर पूरा भरोसा है। इस जांच में इजराइल पूरी तरह से सहयोग करेगा।’ रॉन ने आगे कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि ये आतंकी हमला है। ये 2012 में हुए आतंकी हमले से जुड़ा हो सकता है।

ब्लास्ट की जगह से 1.7 किमी दूरी पर मौजूद थे VVIP
लुटियंस जोन में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर जिंदल हाउस के पास इजराइल दूतावास के पास जहां ब्लास्ट हुआ, वो जगह विजय चौक से करीब 1.7 किलोमीटर की दूरी पर है। जब ब्लास्ट हुआ, उस वक्त विजय चौक पर ही बीटिंग रिट्रीट चल रही थी, जिसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री समेत कई VVIP मौजूद थे।

घटनास्थल पर NIA के अफसर भी पहुंच गए हैं। उन्होंने स्पॉट पर सबूत जुटाए।
घटनास्थल पर NIA के अफसर भी पहुंच गए हैं। उन्होंने स्पॉट पर सबूत जुटाए।

देशभर में हाई अलर्ट
दिल्ली के अति सुरक्षित इलाके में हुए इस ब्लास्ट के बाद देशभर के 63 एयरपोर्ट्स पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। CISF ने कहा, ’63 एयरपोर्ट्स के साथ महत्वपूर्ण संस्थानों, सरकारी इमारतों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।’ खुफिया विभाग और क्राइम ब्रांच के अफसरों समेत बम निरोधक दस्ता मौके पर मौजूद है। आसपास के इलाके को सील कर दिया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

9 साल पहले भी इजराइल को निशाना बनाया गया था
इससे पहले फरवरी 2012 में भी इजराइली दूतावास की एक कार को निशाना बनाया गया था। भारत में इजराइल के राजदूत की कार में 13 फरवरी 2012 को ब्लास्ट किया गया था। इसमें राजदूत के ड्राइवर समेत 4 लोग घायल हुए थे। इजराइल ने ईरान पर इस हमले का आरोप लगाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यकाल में राजधानी दिल्ली में ये पहला ब्लास्ट है।

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