भाजपा ने केजरीवाल के घर का नया वीडियो जारी किया:14 मिनट के वीडियो में पूरा बंगला दिखाया; अमित शाह बोले- AAP यानी अवैध आमदनी पार्टी

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भाजपा ने रविवार शाम को दिल्ली के CM हाउस का नया वीडियो जारी किया। इस बंगले में पूर्व CM केजरीवाल रहते थे। भाजपा ने X पर वीडियो शेयर करके लिखा- आइए आपको सैर कराएं महाठग अरविंद केजरीवाल की अय्याशी के शीशमहल की।

यूट्यूब पर इस वीडियो को शेयर करने के साथ भाजपा ने घर में मौजूद चीजों का रेट भी बताया। भाजपा के मुताबिक, केजरीवाल के घर में 4 करोड़ से 5.6 करोड़ के बॉडी सेंसर और रिमोट वाले 80 पर्दे लगे हैं, 64 लाख रुपए के 16 टीवी, 10-12 लाख रुपए की टॉयलेट सीट, 36 लाख रुपए के सजावटी खंभे हैं।

वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने AAP को अवैध आमदनी पार्टी बताया। उन्होंने नरेला में रैली के दौरान कहा- AAP ने झूठ बोलकर वोट बटोरा और आगे बढ़ने का काम किया है। AAP का मतलब है- अवैध आमदनी वाली पार्टी। दिल्ली के पैसों से ये पंजाब, गुजरात, गोवा का चुनाव लड़ते हैं।

शाह ने कहा कि AAP के लोग ने कहा कि हम राजनीतिक लोग नहीं हैं, हम पार्टी नहीं बनाएंगे, लेकिन इन्होंने पार्टी बनाई। इन्होंने कहा, हम कांग्रेस का समर्थन नहीं लेंगे, कांग्रेस का समर्थन लिया। इन्होंने कहा था कि हम सिक्योरिटी, गाड़ी और बंगला नहीं लेंगे, लेकिन इन्होंने सिक्योरिटी ली, गाड़ी ली और करोड़ों का शीश महल बनवाया।

CM हाउस की पांच तस्वीरें…

घर में 19.5 लाख कीमत की स्मार्ट एलईडी टर्न-टेबल लाइट्स लगाई गई हैं।
घर में 19.5 लाख कीमत की स्मार्ट एलईडी टर्न-टेबल लाइट्स लगाई गई हैं।

दिसंबर में भी भाजपा ने जारी किया था केजरीवाल के घर का वीडियो

9 दिसंबर को भाजपा ने आरोप लगाया था कि खुद को आम आदमी कहने वाले केजरीवाल ने अपने रहने के लिए ‘शीशमहल’ बनवाया था। केजरीवाल कहते थे कि सरकारी घर नहीं लूंगा, लेकिन रहने के लिए 7 स्टार रिसॉर्ट बना डाला। इस महल में 1.9 करोड़ रुपए से मार्बल ग्रेनाइट, लाइटिंग, 1.5 करोड़ रुपए से मरम्मत और 35 लाख रुपए से जिम और स्पा बनवाया है।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा था कि केजरीवाल को दिल्ली के लोगों को बताना चाहिए कि उन्होंने किस अधिकार से अपने बंगले की सजावट पर करीब 45 करोड़ रुपए खर्च कर दिए, जबकि कोविड में जनता के विकास कार्य ठप थे।

भाजपा के आरोप पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने कहा था कि वह मकान 1942 में बना था और बहुत खस्ता हालत में था। मकान की छतें टपकती थीं। कुछ तो गिर भी गई थीं। पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट के ऑडिट के बाद ही मकान की मरम्मत कराई गई थी।

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