स्वदेशी से मजबूत होगी सेना:देश में बने 2 लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर लद्दाख में तैनात; इन्हें बनाने वाली एचएएल ने कहा- ये दुनिया का सबसे हल्का कॉम्बैट हेलिकॉप्टर

रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में डिफेंस सेक्टर में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कुछ कदमों का ऐलान किया था लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर को सेना की खास जरूरत के हिसाब से डिजाइन और डेवलप किया गया

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चीन के साथ जारी विवाद के बीच लद्दाख में 2 लाइट कॉम्बैट हेलिकॉटर तैनात किए गए हैं। इन्हें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने तैयार किया है। एचएएल ने दावा किया है कि ये दुनिया के सबसे हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर हैं।

एचएएल के सीएमडी आर. माधवन ने कहा- आत्मनिर्भर भारत में एचएएल की भूमिका को देखते हुए इसे सेना की जरूरत के हिसाब से डिजाइन और डेवलप किया गया है।

दिन और रात में एक जैसी ताकत से हमला

इस लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर में कई खूबियां हैं। यह वजन में तो हल्का है, लेकिन भारी हथियार ले सकता है। इसके अलावा दिन या रात किसी भी वक्त अपना टारगेट हिट कर सकता है। लेह और लद्दाख जैसे काफी ऊंचाई वाली क्षेत्रों में इसकी मारक क्षमता काफी घातक है।

सेना को 160 लाइट कॉम्बैट हैलिकॉप्टर की जरूरत
भारतीय सेना और वायुसेना ने एचएएल से ऐसे 160 हेलिकॉप्टर मांगे हैं। डीएसी ने फिलहाल एचएएल को 15 हेलिकॉप्टर तैयार करने को कहा है। इनमें से 10 एयरफोर्स जबकि पांच सेना को सौंपे जाने हैं। कीमत समेत खरीद की दूसरी प्रॉसेस पूरी की जा चुकी हैं। माना जा रहा है कि एचएएल जल्द ही ये हेलिकॉप्टर मुहैया करा देगी।

स्वदेशी को तवज्जो देने की तैयारी में भारत
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में बड़ा ऐलान किया था। इसके तहत स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए विदेशों से आयात होने वाले 101 रक्षा उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इन्हें अब देश में ही तैयार करने पर जोर दिया जाएगा। इसका मकसद देश के रक्षा बाजार को मजबूत करना है। इन उपकरणों को तैयार करने में रक्षा अनुसंधान और विकास संस्थान (डीआरडीओ) की मदद ली जाएगी।

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