कांग्रेस में फटा एक और चिट्ठी बम, संबित पात्रा ने कसा तंज-चिट्ठी आई है, आई है…
पिछले साल पार्टी से निकाले गए 9 वरिष्ठ कांग्रेस (Congress) नेताओं ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखा है और कहा है कि वह पार्टी को महज 'इतिहास' का हिस्सा बनकर रह जाने से बचा लें.
नई दिल्ली. पार्टी नेतृत्व को लेकर कांग्रेस (Congress) में एक बार फिर आपसी मनमुटाव देखने को मिल रहा है. दरअसल कांग्रेस में अब एक और लेटर बम ने पार्टी नेतृत्व की नींद उड़ा दी है. पिछले साल पार्टी से निकाले गए 9 वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखा है और कहा है कि वह पार्टी को महज ‘इतिहास’ का हिस्सा बनकर रह जाने से बचा लें. इसके साथ ही पत्र में लिखा गया है कि वह परिवार के मोह से ऊपर उठकर पार्टी के लिए कोई उचित निर्णय करें. कांग्रेस में मचे इस घमासान पर अब बीजेपी ( BJP) नेता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने तंज कसा है. संबित पात्रा ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर लिखा है, कांग्रेस में चिट्ठी लिखोगे तो बाहर जाओगे.
इसके बाद संबित पात्रा ने एक गीत के जरिए कांग्रेस आलाकमान पर तंज कसते हुए ट्वीट में लिखा, चिट्ठी आइ है,आइ है,आइ है… बस थोड़े दिनों के बाद दोबारा चिट्ठी आइ है. चिट्ठी में लिखा है सोनिया जी,परिवार के मोह से ऊपर उठें. मगर ये चिट्ठी लिखने वाले शायद जानते नहीं है की कांग्रेस में चिट्ठी लिखना मना है.
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कांग्रेस में मचे घमासान पर कसा तंज.
बता दें कि यूपी के पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व विधायक विनोद चौधरी, भूधर नारायण मिश्रा, नेकचंद पांडे, स्वयं प्रकाश गोस्वामी और संजीव सिंह ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखते हुए कहा है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. चिट्ठी के जरिए कांग्रेस नेताओं ने यूपी की प्रभारी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी परोक्ष रूप से निशाना साधा. चार पन्नों के पत्र में सोनिया गांधी से परिवार से ऊपर उठने का आग्रह किया गया है.
कांग्रेस में चिट्ठी लिखोगे तो बाहर जाओगे।#चिट्ठी_लिखना_मना_है https://t.co/jFmP3bVhMs
— Sambit Patra (@sambitswaraj) September 7, 2020
चिट्ठी के जरिए नाराजगी जताते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि हमें आशंका है कि राज्य की मौजूदा स्थिति के बारे में आपको कोई जानकारी नहीं दी जा रही है. हम लगभग एक साल से आपसे मिलने के लिए समय मांग रहे हैं लेकिन हर बार आपसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. हमने अपने निष्कासन के खिलाफ अपील की थी जो अवैध थी लेकिन केंद्रीय अनुशासन समिति को भी हमारी अपील पर विचार करने का समय नहीं मिला. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पार्टी के पदों पर उन लोगों ने कब्जा जमा लिया है जो वेतन के आधार पर काम कर रहे हैं और वह पार्टी के प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं.