कोरोना वायरस से अमेरिका में 80 हजार लोगों की हो सकती है मौत: रिपोर्ट

अमेरिका (America) से डराने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. न्यूयॉर्क में अब तक 385 लोगों की मौत हो गई है. यहां करीब 37 हजार लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं

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न्यूयॉर्क. कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से अमेरिका (America) में हाहाकार मच गया है. यहां करीब 82 हज़ार लोगों को कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है. अब दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमित लोगों की संख्या के मामले में अमेरिका ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है. शुक्रवार को अकेले न्यूयॉर्क शहर में सौ लोगों की मौत हो गई. अब तक अमेरिका में मौत का आंकड़ा 1200 को पार कर गया है. इस बीच अमेरिका की एक संस्थान ने अनुमान लगाया है कि यहां आने वाले दिनों में मौत का आंकड़ा 80 हज़ार को पार कर सकता है.

हर दिन 2300 लोगों की मौत!

डेली मेल के मुताबिक इंस्टीट्यूट फोर हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन ने (IHME) ने अनुमान लगाया है कि इस साल अप्रैल से मई के बीच अमेरिका में हर दिन 2300 लोगों की मौत हो सकती है. ऐसे में आने वाले चार महीनों में कोरोना वायरस से 80 हज़ार लोगों की जान जा सकती है. रिसर्च में कहा गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के बाद भी इस आकंड़े में कोई कमी नहीं आएगी. ये अनुमान सारे आंकड़ों को ध्यान में रखकर तैयार किये गये हैं. ये भी अनुमान लगाया गया है कि मौजूदा ट्रेंड को देखते हुए अप्रैल के दूसरे हफ्ते में अमेरिका में वेंटिलेटर और आईसीयू की कमी हो सकती है.

मौत का शहर!
हर दिन अमेरिका से डराने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. न्यूयॉर्क में अब तक 385 लोगों की मौत हो गई है. यहां करीब 37 हजार लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं. लगभग हर हॉस्पिटल से हर दिन दर्जनों मौत की खबरें आ रही हैं. हर तीसरे दिन मरीजों की संख्या दोगुनी हो रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां अगले कुछ दिनों में हज़ारों लोगों की मौत हो सकती है.

टेंट और ट्रकों पर मुर्दाघर
सीएनन के मुताबिक न्यूयॉर्क के कई हॉस्पिटलों में टेंट और रेफ्रिजरेटेड ट्रक पर मुर्दाघर बनाए जा रहे हैं. वहां के चीफ मेडिकल अधिकारी ने कहा कि हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. न्यूयॉर्क में पहले ही इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया है. इसी तरह टेम्परेरी मुर्दाघर 9/11 हमले के बाद भी तैयार किए गए थे. बता दें कि कोरोना वायरस से मौत के बाद शवों को अलग मुर्दाघरों में रखने की कोशिश की जाती है, जिससे कि आगे इसका संक्रमण और ज्यादा न फैले.

 

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