मालदीव पहुंचे मोदी, राष्ट्रपति सोलिह उन्हें सर्वोच्च सम्मान निशान इज्जुद्दीन देंगे, त्रिसूर में बोले मोदी- केरल भी मेरा उतना ही जितना बनारस

गुरुवायूर मंदिर काफी पुराना है. मंदिर के गर्भगृह में श्रीकृष्ण की मूर्ति है. पीएम मोदी नेवी के हेलीकॉप्टर से मंदिर पहुंचे. केरल दौरे के लिए पीएम मोदी शुक्रवार रात ही कोच्चि पहुंचे.

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त्रिसूर. प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी अपनी पहली यात्रा पर हैं. केरल में पीएम मोदी ने  त्रिसूर में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इससे पहले पीएम यहां पर प्रसिद्ध गुरुवायूर मंदिर में विशेष पूजा किए. पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देश के गरीबों को अपना घर बेचना ना पड़े इसके लिए हम 5 लाख की सुविधा दे रहे हैं, लेकिन केरल के लोगों को यह सुविधा नहीं मिल रही है. क्योंकि यहां की सरकार ने इस सुविधा को लागू करने से मना किया है. हम अपील करते हैं कि वे स्वीकार करें और केरल के लोग इसका फायदा उठा सकें.

पीएम मोदी ने कहा कि हम राजनीति में सरकार बनाने के लिए नहीं हैं. हम लोगों की सेवा करने के लिए यहां हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जनता-जर्नादन ईश्वर का रूप है, ये इस चुनाव में देश ने भलि-भांति देखा है. राजनीतिक दल जनता के मिजाज के नहीं पहचान पाए. लेकिन जनता ने भाजपा और एनडीए के पक्ष में प्रचंड जनादेश दिया. मैं सिर झुकाकर जनता को नमन करता हूं.

  • पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के नेता कहते हैं कि केरल में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला, फिर भी मोदी धन्यवाद के लिए गए. जो हमें जिताते हैं वो भी हमारे हैं, जो चूक गए हैं वो भी हमारे हैं. केरल मेरे लिए उतना ही है जितना बनारस है.
  • पीएम मोदी ने कहा कि गुरुवायूर की धरती पर आने का मुझे सौभाग्य मिला. ये मेरे लिए नई शक्ति देने वाला अवसर है. पीएम मोदी ने इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं का आभार जताया. साथ ही उन्होंने लोकतंत्र के उत्सव में योगदान के लिए केरल के लोगों का धन्यवाद किया.

इससे पहले पीएम मोदी ने त्रिसूर के गुरुवायूर मंदिर में पूजा किए. पीएम मोदी को मंदिर में कमल के फूलों से तौला गया है. इस दौरान 112 किलो कमल के फूलों का इस्तेमाल किया गया.


मालदीव पहुंचे मोदी, राष्ट्रपति सोलिह उन्हें सर्वोच्च सम्मान निशान इज्जुद्दीन देंगे

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मालदीव पहुंचे। दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। वे मालदीव की संसद को भी संबोधित करेंगे। इससे पहले मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशान इज्जुद्दीन देने का ऐलान किया। यह विदेशी प्रतिनिधियों को दिया जाने वाला मालदीव का सबसे बड़ा सम्मान है। मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि मोदी के दौरे पर उन्हें यह सम्मान दिया जाएगा।  ये दूसरी बार है, जब मोदी मालदीव की यात्रा पर जा रहे हैं। इससे पहले मोदी पिछले साल राष्ट्रपति सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में मालदीव गए थे। मोदी सरकार की नेबर फर्स्ट (पड़ोसी पहले) की पॉलिसी रही है। 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भी मोदी अपने पहले विदेश दौरे पर भूटान गए थे।

रविवार को श्रीलंका दौरे पर जाएंगे मोदी

मोदी मालदीव से 9 जून को श्रीलंका दौरे पर जाएंगे। 21 अप्रैल को श्रीलंका में हुए बम धमाकों के बाद मोदी वहां जाने वाले पहले विदेशी नेता होंगे। हालांकि, वे यहां कुछ ही घंटे बिताएंगे। मोदी राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना से मुलाकात करेंगे। श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए बम धमाकों में 11 भारतीय समेत 258 लोगों की जान चली गई थी।

प्रधानमंत्री रहते मोदी का यह तीसरा श्रीलंकाई दौरा है। इससे पहले वे 2015 और 2017 में भी श्रीलंका दौरे पर जा चुके हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि मोदी का यह दौरा श्रीलंका सरकार को यह बताने के लिए है कि इस आपदा में हम उनके साथ बराबरी से खड़े हैं। मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि आतंकवाद से निपटने में भारत सरकार श्रीलंका की पूरी मदद करेगा।

पीएम मोदी और कांग्रेस अध्‍यक्ष, दोनों शनिवार को कुछ समय के लिए केरल में रहे, उनके परिधानों को लेकर चर्चा भी चल पड़ी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (शनिवार, 8 जून)  मालदीव के दौरे पर रवाना हो गए। इससे पहले उन्‍होंने केरल के गुरुवायूर स्थित कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना की। उनका केरल दौरा ऐसे समय में हुआ है, जबकि कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी भी केरल के दौरे पर हैं। यहां की वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस अध्‍यक्ष लोगों का आभार जताने के लिए यहां पहुंचे, जिस दौरान उन्‍होंने पिछले दो दिनों में रोड शो किए तो कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया।

  • ऐसे में जबकि पीएम मोदी और कांग्रेस अध्‍यक्ष, दोनों शनिवार को कुछ समय के लिए केरल में रहे, उनके परिधानों को लेकर चर्चा भी चल पड़ी है। शुक्रवार को ही केरल पहुंचे कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी जहां पिछले दो दिनों में केवल कुर्ता-पायजामा में नजर आए, वहीं महज कुछ घंटों के लिए केरल पहुंचे पीएम मोदी यहां के परंपरागत परिधान में नजर आए। यूं तो यह महज एक परिधान था, पर प्रधानमंत्री मोदी अगर इस पद पर अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद किसी ऐसे राज्‍य को अपनी पहली यात्रा के लिए चुनें, जहां से उनकी पार्टी का एक भी सांसद नहीं चुना गया हो तो अपने आप में खास हो जाता है।
  • पूजा के बाद पीएम मोदी इस परिधान को बदल सकते थे और चूड़ीदार व कुर्ता के अपने चिर-परिचित पहनावे को पहन सकते थे, पर उन्‍होंने ऐसा नहीं किया, बल्कि वे कार्यकर्ताओं के बीच भी केरल के उसी पारंपरिक परिधान में गए। इस दौरान वे धोती के ऊपर सफेद कुर्ते में नजर आए तो मालदीव रवानगी के दौरान भी उन्‍होंने केरल का यह पारंपरिक परिधान ही पहने रखा, जब वह धोती के साथ गहरे क्रीम कलर के कुर्ते में नजर आए। पीएम के तौर पर दूसरा कार्यकाल संभालने के बाद अपने पहले सार्वजनिक कार्यक्रम में उन्‍होंने साफ कर दिया कि बीजेपी ने भले ही यहां से एक भी लोकसभा सीट न जीती हो, पर केरल की परंपराओं से भी उन्‍हें उतना ही प्‍यार है, जितना कि उत्‍तर भारत की अन्‍य परंपराओं से उनका लगाव है।
  • यहां अपने संबोधन के दौरान उन्‍होंने कहा भी, ‘केरल मुझे उतना ही प्रिय है, जितना कि वाराणसी।’पीएम मोदी यूं तो यहां कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे और इस दौरान केरल का पारंपरिक परिधान पहनना आम बात हो सकती थी, लेकिन जिस तरह से उन्‍होंने बीजेपी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए और फिर मालदीव रवाना होने के दौरान भी धोती और शर्टनुमा हाफ कुर्ता पहने रखा, वह काफी कुछ बयां करता है। परंपराओं के अनुसार, इस मंदिर में पूजा के लिए पुरुषों को धोती (mundus) पहनना अनिवार्य होता है, जबकि ऊपर का बदन वे खुला भी छोड़ सकते हैं या उसे हल्‍के क्रीम रंग की चादर (melmundu) से ढक सकते हैं। पीएम मोदी ने पूजा के दौरान ऐसा ही किया, जब वे परंपरागत धोती में नजर आए, जबकि ऊपर उन्‍होंने हल्‍के क्रीम रंग की चादर ओढ़े रखी।

 

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