कैबिनेट / धान के समर्थन मूल्य में 65 रु. का इजाफा, सामान्य धान का एमएसपी 1815 रु. प्रति क्विंटल हुआ

सरकार ने 2019-20 के लिए खरीफ की 13 फसलों के समर्थन मूल्य को मंजूरी दी तुअर का एमएसपी 125 रुपए, तिल का 236 रुपए बढ़ा, कैबिनेट ने श्रम सुधारों के वेज कोड बिल को भी मंजूरी दी

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नई दिल्ली. सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष (2019-20) के लिए खरीफ की 13 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दे दी है। सीजन की प्रमुख फसल धान का समर्थन मूल्य 65 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। सामान्य धान का रेट 1 हजार 750 रुपए से बढ़कर 1 हजार 815 रुपए और ए-ग्रेड का धान 1 हजार 770 रुपए से बढ़कर 1 हजार 835 रुपए हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में समर्थन मूल्यों को मंजूरी दी गई। सामान्य किस्म के धान के समर्थन मूल्य में पिछले साल 200 रुपए का रिकॉर्ड इजाफा किया गया था।

सोयाबीन का एमएसपी 311 रुपए बढ़ा

फसल 2018-19 में समर्थन मूल्य (रु.) 2019-20 में समर्थन मूल्य (रु.) बढ़ोतरी (रु.) लागत से कितना ज्यादा (%)
सामान्य धान 1,750 1,815 65 50
ए-ग्रेड धान 1,770 1,835 65
तुअर 5,675 5,800 125 60
मूंग 6,975 7,050 75 50
उड़द 5,600 5,700 100 64
तिल 6,249 6,485 236 50
रामतिल 5,877 5,940 63 50
मूंगफली 4,890 5,090 200 50
ज्वार हाइब्रिड 2,430 2,550 120 50
ज्वार मालदानी 2,450 2,570 120
बाजरा 1,950 2,000 50 85
रागी 2,897 3,150 253
मक्का 1,700 1,760 60 50
सोयाबीन 3,399 3,710 311 50
कपास मध्यम रेशा 5,150 5,255 105 50
कपास लंबा रेश 5,450 5,550 100
सूरजमुखी बीज 5,388 5,650 262 50

 

उत्पादन लागत में ये खर्च शामिल 
सरकार के मुताबिक इसमें परिवार के लोग और श्रमिकों की मजदूरी, मवेशी या मशीन का खर्च, लीज पर ली गई जमीन का किराया, बीज, खाद और सिंचाई का खर्च शामिल है। सरकार ने पिछले साल बजट में कहा था कि उत्पादन लागत का कम से कम 1.5 गुना एमएसपी तय किया जाएगा। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि उसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए इस साल भी एमएसपी तय किए गए हैं। सरकार ने ए-ग्रेड धान, ज्वार मालदानी और कपास लंबा रेशा के लिए लागत पर रिटर्न के आंकड़े नहीं दिए हैं।

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