69 के हुए मोदी / प्रधानमंत्री ने सरदार सरोवर बांध पर मां नर्मदा की पूजा की, कहा- पर्यावरण के साथ विकास संभव

मोदी ने कहा- सरदार सरोवर से 4 राज्यों मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात के लोगों को फायदा मिलेगा ‘सरदार पटेल ने जो सपना देखा था, वह दशकों बाद पूरा हो रहा है, सरदार सरोवर का 138 मीटर तक भरना अविस्मरणीय’ ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी 133 की हुई, यहां रोज 10 हजार लोग पहुंचते हैं; स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बने हुए 11 महीने ही हुए, रोजाना 8500 लोग देखने पहुंच रहे’

0 998,732

अहमदाबाद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को 69 साल के हो गए। इस मौके पर उन्होंने केवड़िया में सरदार सरोवर बांध पर मां नर्मदा की पूजा की। मोदी नमामि देवी नर्मदे महोत्सव में भी शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के साथ भी विकास किया जा सकता है।

प्रधानमंत्री केवड़िया में जंगल सफारी, ईको-टूरिज्म पार्क और केक्टस गार्डन भी गए। इसके बाद वे बटरफ्लाई गार्डन गए, जहां उन्होंने तितलियों को उड़ाया।  पार्टी सूत्रों के मुताबिक, वे दोपहर बाद अहमदाबाद में मां हीराबेन का आशीर्वाद लेने भी जा सकते हैं। पहले मां से मिलने का कार्यक्रम मंगलवार सुबह 6 बजे का था।

‘प्रकृति हमारे लिए आराध्य’
मोदी ने कहा, ‘‘आज यह ऐसा अवसर है, जिसका लाभ मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात के लोगों और किसानों को होगा। हमारी संस्कृति में हमेशा माना गया है कि पर्यावरण की रक्षा करते हुए भी विकास हो सकता है। प्रकृति हमारे लिए आराध्य है। हमारा गहना है। मैं समझता हूं कि केवड़िया में पर्यटन और पर्यावरण का अद्भुत संगम हो रहा है।’’

‘सरदार सरोवर का 138 मीटर तक भरना अविस्मरणीय’
प्रधानमंत्री के मुताबिक, ‘‘सरदार पटेल ने जो सपना देखा था, वह दशकों बाद पूरा हो रहा है। वो भी उनकी प्रतिमा के ठीक सामने। हमने पहली बार सरदार सरोवर बांध को पूरा भरा देखा है। पहले पानी का स्तर 122 मीटर तक पहुंचने के लक्ष्य को बहुत बड़ा माना जाता था। 5 साल में ही सरदार सरोवर का 138 मीटर तक भर जाना अविस्मरणीय है। इस स्थिति तक हमें पहुंचाने के लिए लाखों लोगों का योगदान रहा है। साधु संतों की भूमिका रही है। अनेक सामाजिक संगठनों का साथ रहा है। आज का दिन उन लाखों लोगों का आभार व्यक्त करने का दिन है। ऐसे हर साथी को मैं नमन करता हूं।’’

‘‘आज तालाबों, झीलों और नदियों की साफ-सफाई का काम हो रहा है। आने वाले समय में बड़े स्तर पर पौधरोपण का कार्य होना है। यही वो प्रेरणा है जिसके बल पर जल जीवन मिशन आगे बढ़ने वाला है और जल संरक्षण का आंदोलन सफल होने वाला है।’’

‘कभी वॉटर ट्रेन चलाने की नौबत आ गई थी’
मोदी के मुताबिक, ‘‘कभी हमारी बहन बेटियों को पानी के लिए कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था। लोग अपने पशुधन को लेकर सैकड़ों किमी चलकर पानी की संभावना वाली जगह चले जाने के लिए मजबूर हुआ करते थे। 2000 में गर्मियों में यह हालत हो गई थी कि हिंदुस्तान में पहली बार स्पेशल वॉटर ट्रेन चलाने की नौबत आ गई थी। आज जब उन पुराने दिनों को याद करते हैं तो अहसास होता है कि गुजरात कितना आगे निकल आया है।’’

‘‘आपने जब मुझे यहां का दायित्व दिया तो हमारे सामने दोहरी चुनौती थी, सिंचाई के लिए, बिजली के लिए डैम के काम को तेज करना था। दूसरा वैकल्पिक व्यवस्था का काम भी तेज करना था। लेकिन आप गुजरात के लोगों ने कभी हिम्मत नहीं हारी और सिंचाई की योजनाओं का एक व्यापक नेटवर्क गुजरात में खड़ा हो गया है। 17-18 सालों में सिंचाई का एरिया दोगुना हो गया है।’’

‘‘अभी कुछ दिनों पहले आईआईएम अहमदाबाद ने इस बारे में एक स्टडी की थी। इसमें सामने आया कि माइक्रो इरिगेशन, टपल सिंचाई के कारण ही गुजरात में पानी की 50% बचत हुई। 25% फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कम हुआ। 40% लेबर कॉस्ट कम हुई और बिजली की खपत कम हुई सो अलग।’’

‘केवड़िया टूरिज्म मैप पर आया’
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘जब टूरिज्म की बात आती है तो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की बात भी आती है। इससे केवड़िया दुनिया के टूरिज्म मैप पर आ गया है। 11 महीनों में इसे देखने 23 लाख पर्यटक सरदार पटेल का स्टैच्यू देखने आ चुके हैं। हर दिन औसतन 8500 टूरिस्ट इसे देखने आते हैं। पिछले महीने जन्माष्टमी के दौरान यहां 34 हजार पर्यटक पहुंचे थे। अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को देखने के लिए 10 हजार लोग प्रतिदिन पहुंचते हैं। उसे बने हुए 133 साल हो चुके हैं, जबकि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बने हुए सिर्फ 11 महीने। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी यहां के युवाओं के लिए रोजगार का माध्यम भी बनती जा रही है।’’

अमित शाह, जयशंकर, राजनाथ सिंह और सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने मोदी को बधाई दी

विकास के साथ-साथ भारतीय संस्कृति को और अधिक समृद्ध करने में मोदी जी का अभूतपूर्ण योगदान है। मोदी जी ने एक रिफार्मिस्ट के रूप में न सिर्फ राजनीति को नई दिशा प्रदान की बल्कि आर्थिक सुधारों के साथ-साथ दशकों से चली आ रही समस्याओं का स्थायी समाधान निकालकर सभी को गौरवान्वित किया।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, इस नए भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व हम सभी के लिए प्रेरणा हैं। कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी को जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘वे दीर्घायु हों, स्वस्थ और खुश रहें।

मोदी के लिए बनाया 700 फीट लंबा केक

सरदार सरोवर बांध में नर्मदा नदी का जलस्तर अपनी क्षमता 138.68 मीटर के करीब पहुंच चुका है। सरदार सरोवर मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। बांध की नींव 1961 में पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने रखी थी, लेकिन यह 56 साल बाद 2017 में बनकर तैयार हुआ। पिछले साल यह बांध कम बारिश के कारण आधा खाली रह गया था। उधर, सूरत की एक बेकरी मोदी के जन्मदिन के लिए 7000 किलो का 700 फीट लंबा केक बनाया। इसे ‘केक अगेंस्ट करप्शन’ नाम दिया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपनी मां हीराबेन से मुलाकात की और जन्मदिन के अवसर पर आशीर्वाद लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने मां हीराबेन के साथ लंच किया.

जब जनता से मोदी ने पूछा- केम छो…

जन्मदिन के मौके पर पीएम मोदी ने यहां एक जनसभा को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवडिया में कहा कि कभी मुझे मन करता था कि फोटो निकालूं, लेकिन आज मन कर रहा था कि काश मेरे हाथ में कैमरा होता. पीएम ने यहां लोगों से पूछा कि केम छो!!! प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे नमामि महोत्सव में आने का अवसर मिला, इसके लिए गुजरात का आभार करता हूं. नर्मदा की योजना से गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के किसानों को लाभ मिलेगा. पीएम ने कहा कि प्रकृति हमारे लिए आराध्य है, पर्यावरण को बचाते हुए कैसे विकास किया जाता है, इसका उदाहरण केवडिया में देखने को मिलता है.

पीएम मोदी ने कहा कि आज सरदार पटेल का सपना आज पूरा हो रहा है और वो भी उनकी आंखों के सामने, क्योंकि सामने ही सरदार साहब की सबसे बड़ी मूर्ति खड़ी है. इस स्थिति तक आने में लाखों लोगों को योगदान रहा है, साधु-संतों की भूमिका भी रही है. आज हम हर किसी का आभार व्यक्त करते हैं. प्रधानमंत्री बोले कि आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर पेड़ लगाने का काम होगा. गुजरात में हो रहे सफल प्रयोगों को हमें आगे ले जाना है. गुजरात के गांव-गांव में हमें विकास को ले जाना है, जहां कई हफ्तों तक पानी नहीं पहुंच पाता था आज वहां पर भी पानी है. कभी यहां पानी के लिए गोलियां भी चली थीं, बेटियों को 5-10 किमी. तक पैदल चलना पड़ता था.
पीएम मोदी ने कहा कि आज कच्छ और सौराष्ट्र के उन क्षेत्रों में भी मां नर्मदा की कृपा हो रही है, जहां कभी कई-कई दिनों तक पानी नहीं पहुंच पाता था. आपने जब मुझे यहां का दायित्व दिया, तब हमारे सामने दोहरी चुनौती थी. सिंचाई के लिए, पीने के लिए, बिजली के लिए, डैम के काम को तेज करना था, दूसरी तरफ नर्मदा कैनाल के नेटवर्क को और वैकल्पिक सिंचाई व्यवस्था को भी बढ़ाना था.
प्रधानमंत्री ने कहा कि लेकिन गुजरात के लोगों ने हिम्मत नहीं हारी और आज सिंचाई की योजनाओं का एक व्यापक नेटवर्क गुजरात में खड़ा हो गया है, बीते 17-18 सालों में लगभग दोगुनी जमीन को सिंचाई के दायरे में लाया गया है.
गुजरात में आज सिंचाई का नेटवर्क खड़ा हुआ है, पानी को बचाने का अभियान चलाया गया. इससे 12 लाख किसान परिवारों को फायदा हुआ. आज गुजरात की 19 लाख हेक्टेयर भूमि खेती करने वाली है. IIM अहमदाबाद स्टडी से सामने आया कि माइक्रो इरिगेशन के कारण ही गुजरात में 50 प्रतिशत तक पानी की बचत हुई है, 25 प्रतिशत तक फर्टिलाइजर का उपयोग कम हुआ, 40 प्रतिशत तक लेबर कॉस्ट कम हुई और बिजली की बचत हुई सो अलग. नर्मदा का पानी आज कच्छ नहीं, गुजरात के बड़े हिस्से के लिए पारस साबित हो रहा है.
अब हम पूरे देश में हर घर, हर जल के लक्ष्य को आगे बढ़ाना है. प्रधानमंत्री किसान निधि के जरिए गुजरात के हर किसी को लाभ मिल रहा है. जो घोघा-दहेज रो-रो फेरी सेवा सुविधा मैंने शुरू की थी, अभीतक सवा तीन लाख यात्री फायदा उठा चुके हैं और कई गाड़ियां भी इसके जरिए ट्रांसपोर्ट की जा चुकी हैं. जल्द ही इस पर मुंबई से हजीरा के बीच ऐसी सुविधा शुरू होगी. अभी तक 23 लाख से अधिक पर्यटक सरदार पटेल की मूर्ति देखने आए हैं, रोजाना औसतन 6.5 हजार पर्यटक आते हैं. जन्माष्टमी के अवसर पर तो 34 हजार लोग आए थे. अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को देखने रोजाना 10 हजार लोग पहुंचते हैं, उसे तो 130 साल हो चुके हैं. गुजरात टूरिज्म में आगे बढ़ रहा है लेकिन हमें ध्यान रखना है कि इसे प्लास्टिक से बचाना है. पूरा देश सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. हमारा जल, जंगल और जमीन प्लास्टिक से मुक्त रहे, इसके लिए कोशिश तेज होनी चाहिए.
प्रधानमंत्री ने रैली में कहा कि आज हैदराबाद मुक्ति दिवस है, 17 सितंबर 1948 में हैदराबाद का विलय भारत में हुआ था. और आज हैदराबाद देश की उन्नति में योगदान दे रहा है. एक भारत-श्रेष्ठ भारत का सपना आज साकार हो रहा है, आजादी के बाद जो काम अधूरे रह गए उनको आज हिंदुस्तान पूरा कर रहा है.

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को 70 साल तक भेदभाव का सामना करना पड़ा, इसका दुष्परिणाम पूरे हिंदुस्तान ने भुगता है. सरदार साहब की प्रेरणा से एक जरूरी फैसला देश ने लिया है, अब नए रास्ते पर चलने का फैसला लिया गया है. हम जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में विश्वास और विकास की गंगा बहाएंगे.

भारत की एकता और श्रेष्ठता के लिए आपका सेवक पूरी तरह प्रतिबद्ध है, 100 दिन में हमारी सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं. इसमें किसान, अर्थव्यवस्था समेत कई बड़े फैसलों को लिया गया है. हमारी नई सरकार पहले से भी तेज गति से काम करेगी और बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करेगी.

Leave A Reply

Your email address will not be published.