बड़े दिलवाले धोनी- जानें कैसा ‘कर्ज’ चुकाने के लिए मैच में बदलते हैं बल्ले

BAS उनके साथ शुरुआत से जुड़ा हुआ है और SG ने भी उनकी काफी मदद की है.'बता दें कि 2004 में जब धोनी ने वनडे इंटरनेशनल में डेब्यू किया था तब वो BAS के बल्ले से खेलते थे. जिसके बाद उन्होंने कई कम्पनियों के बल्ले से खेला मगर जिन तीन कम्पनियों ने उन्हें सबसे ज्यादा खेल में सहारा दिया धोनी उन तीन के बल्ले से अपने करियर के अंतिम क्षणों में खेल रहे हैं.

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नई दिल्ली। मौजूदा वर्ल्ड कप में अपनी धीमी बल्लेबाजी के कारण आलोचना झेल रहे दिग्गज भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी टूर्नामेंट में मैच के दौरान तीन अलग-अलग स्पॉन्सर वाले बल्लों से खेल रहे हैं. धोनी जब बैटिंग करने के लिए मैदान पर उतरते हैं, तो उनके हाथ में जिस स्पॉन्सर का बल्ला होता है वो बैटिंग के दौरान और पारी के खत्म होने के दौरान बदल जाता है.

बड़े दिलवाले धोनी- जानें कैसा 'कर्ज' चुकाने के लिए मैच में बदलते हैं बल्ले

  • धोनी कभी SS, SG तो कभी  BAS कंपनी के बल्‍ले के साथ दिखते हैं. धोनी के जीवन का संघर्ष तो फैंस उनकी बायोपिक ‘एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी’ मे देख चुके हैं. धोनी का तीन तरह के बल्लों से खेलने का राज उनके मैनेजर अरुण पांडे ने खोला है. अरुण पांडे ने कहा, ‘धोनी वर्ल्ड कप में तरह-तरह की ब्रांड वाले बल्लों का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन वह उसके लिए पैसे नहीं ले रहे. बस वह अपने करियर के कई चरणों में मदद के लिए उनका धन्यवाद कर रहे हैं.’
धोनी का दिल बहुत बड़ा है. उनको पैसों की जरूरत नहीं है

अरुण पांडे ने कहा, ‘धोनी का दिल बहुत बड़ा है. उनको पैसों की जरूरत नहीं है, उनके पास काफी पैसा है. वह इन बैट्स का इस्तेमाल सिर्फ एक अच्छे भाव के लिए कर रहे हैं. BAS उनके साथ शुरुआत से जुड़ा हुआ है और SG ने भी उनकी काफी मदद की है.’बता दें कि 2004 में जब धोनी ने वनडे इंटरनेशनल में डेब्यू किया था तब वो BAS के बल्ले से खेलते थे. जिसके बाद उन्होंने कई कम्पनियों के बल्ले से खेला मगर जिन तीन कम्पनियों ने उन्हें सबसे ज्यादा खेल में सहारा दिया धोनी उन तीन के बल्ले से अपने करियर के अंतिम क्षणों में खेल रहे हैं.

धोनी ने छक्का मारकर जीत दिलाई थी. वह बैट 1.11 करोड़ रुपये में नीलाम हुआ

2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ जब धोनी ने छक्का मारकर जीत दिलाई थी. वह बैट 1.11 करोड़ रुपये में नीलाम हुआ था. यह क्रिकेट इतिहास के सबसे महंगे बल्लों में गिना जाता है.SG और BAS के अलावा पिछले साल तक धोनी को स्पार्टन के बल्ले से भी खेलते देखा गया है. लेकिन उस कंपनी ने धोनी को तय रकम नहीं दी जिसके कारण धोनी ने उन पर केस कर दिया था.बता दें कि क्रिकेट में या किसी भी खेल में खिलाड़ी के शरीर के ऊपर से उनके बल्ले तक पर जो भी स्टीकर देखने को मिलते हैं, वो सब स्‍पॉन्‍सरशिप होती है. जिसके लिए उन्हें 4 से 5 करोड़ तक रुपये मिलते हैं. विराट कोहली को MRF का स्टीकर लगाने के लिए 8 से 9 करोड़ रुपये सालाना मिलते हैं.

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