मध्यप्रदेश के विधायक 4 शहरों में / कांग्रेस सूत्रों का दावा- 22 में से सिर्फ 8 विधायक सिंधिया के साथ, बाकी 14 विधायक भाजपा में नहीं जाना चाहते
14 विधायकों को मनाने में कांग्रेस कामयाब हुई तो सपा-बसपा और निर्दलीय विधायकों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी, सिंधिया समर्थक 8 विधायकों के इस्तीफे मंजूर होने पर विधानसभा में सदस्यों की संख्या 220 होगी
भोपाल/नई दिल्ली. ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के 22 विधायक किस तरफ जाएंगे, इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ है। ये विधायक अभी बेंगलुरु में हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे राघवेंद्र इनकी निगरानी कर रहे हैं। इनकी सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। हालांकि, कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि 22 में से सिर्फ 8 विधायक सिंधिया के साथ हैं। बाकी 14 विधायक भाजपा में नहीं जाना चाहते। कांग्रेस के सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि भाजपा के 6 विधायक हमारे संपर्क में हैं। विधायकों के पाला बदलने के खतरे को देखते हुए भाजपा ने 105 विधायकों को मानेसर और कांग्रेस ने करीब 80 विधायकों को जयपुर भेज दिया है। कुछ विधायक भोपाल में बने हुए हैं।
भाजपा, कांग्रेस और बागी विधायक 4 अलग-अलग शहरों में
Sources: Suspension of seven Congress Lok Sabha MPs has been revoked by Speaker Om Birla. They had been suspended on charges of gross misconduct in the House. pic.twitter.com/lmQNt8WLcN
— ANI (@ANI) March 11, 2020
मानेसर : भाजपा के 107 में से 105 विधायक होटल में
भाजपा के पास 107 विधायक हैं। इनमें से 105 विधायकों को भाजपा ने मंगलवार रात ही भोपाल में पार्टी मुख्यालय से बसों में बैठाकर एयरपोर्ट भेज दिया और दिल्ली रवाना कर दिया। इन्हें मंगलवार देर रात दिल्ली पहुंचने के बाद गुड़गांव के आईटीसी ग्रैंड होटल ले जाया गया। दो बचे विधायकों में शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में और नारायण त्रिपाठी अपनी मां के निधन की वजह से मध्यप्रदेश में ही हैं।
जयपुर : कांग्रेस+ के 94 में से 80 विधायक सीएम हाउस से सीधे रवाना किए गए
मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास पर 16 घंटे में दूसरी बार कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई। पहली बैठक मंगलवार शाम 6 बजे हुई थी। इसमें कांग्रेस के 90 और 4 निर्दलीय विधायक मौजूद थे। दूसरी बैठक बुधवार सुबह करीब 10 बजे शुरू हुई। दो घंटे की बैठक के बाद विधायकों ने यहां नाश्ता किया। फिर 94 में से 80 विधायकों को तीन बसों में बैठाकर सीधे एयरपोर्ट रवाना कर दिया गया। विधायक जिन कारों में आए थे, उन्हें खाली ही लौटा दिया गया।
भोपाल : कांग्रेस के 14 विधायक भोपाल में
कांग्रेस ने सबसे भरोसेमंद 14 विधायकों को भोपाल में रोक रखा है। बताया जा रहा है कि राजनीतिक उठापटक और 26 मार्च को राज्यसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर इन विधायकों को भोपाल में रोका गया है। मध्यप्रदेश की 3 राज्यसभा सीटों पर चुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकन का आखिरी दिन है।
बेंगलुरु : 22 बागी विधायक येदियुरप्पा के बेटे की निगरानी में
बेंगलुरु से 40 किलोमीटर दूर रिसॉर्ट पाम मेडोज के साथ तीन अलग-अलग जगहों पर सिंधिया समर्थक विधायकों को ठहराया गया है। ये जगह कर्नाटक के भाजपा विधायक अरविंद लिंबोवली के निर्वाचन क्षेत्र में है। सभी विधायक कमांडो की निगरानी में हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे और सांसद बीवाय राघवेंद्र और विजयन इन विधायकों को संभाल रहे हैं। इनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता अरविंद भदौरिया भी हैं।
लोकसभा स्पीकर की सर्वदलीय बैठक खत्म, कांग्रेस के 7 सांसद का वापस हो सकता है निलंबन
कांग्रेस के सात सांसदों के निलंबन का मामला बुधवार को संसद में उठाया गया. लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदन में इस मामले पर जमकर हंगामा हुआ. इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला (Om Birla) ने सर्वदलीय बैठक की. सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग तय हुआ है कि सभी सांसदों के निलंबन खत्म किया जा सकता है.
दरअसल, बीते दिनों कांग्रेस के सात सांसदों गौरव गोगोई, टी.एन प्रतापन, एडवोकेट डीन कुरियाकोस, बेनी बेहनन, मणिक्कम टैगोर, राजमोहन उन्नीथन और गुरजीत सिंह औजला ने लोकसभा में दिल्ली हिंसा को लेकर हंगामा किया था. इन कांग्रेस सांसदों पर स्पीकर पर पेपर फेंकने का आरोप है.
इस घटना के बाद स्पीकर ने इन सांसदों को लोकसभा के बजट सत्र तक निलंबित कर दिया था. कांग्रेस ने इसपर कड़ी आपत्ति जाहिर की थी.
सदन में लौटे ओम बिड़ला
सर्वदलीय बैठक खत्म होने के बाद स्पीकर ओम बिड़ला सदन में लौट आए हैं. विपक्षी सांसदों के व्यवहार के कारण वह तीन दिन से सदन में नहीं आ रहे थे. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने इसपर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा, ‘आपको (ओम बिड़ला) दोबारा यहां देखकर खुशी हो रही है. कभी-कभी ऐसा कुछ हो जाता है जो हम नहीं चाहते हैं. हम भी चाहते हैं कि सदन की कार्यवाही अच्छे से चले. हम विरोध के मकसद से नहीं आते हैं. सांसदों के निलंबन पर उन्होंने कहा कि हो सकता है कुछ गलती हुई हो, लेकिन उसकी जांच होनी चाहिए.’
बता दें कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का आज छठा दिन है. आज राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही की शुरुआत हंगामे से हुई. जिसके बाद स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही 1.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. वहीं, राज्यसभा की कार्यवाही भी 2 बजे तक स्थगित कर दी गई है.
आज लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर जवाब देंगे गृह मंत्री अमित शाह
दिल्ली हिंसा पर लोकसभा में बुधवार को नियम 193 के तहत चर्चा होगी. गृह मंत्री अमित शाह सदन में जवाब देंगे. कांग्रेस लंबे समय से इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रही है और वह सदन की कार्यवाही बाधित कर रही है, लेकिन सरकार ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा होली के बाद ही होगी.