मध्यप्रदेश में आफत की बारिश:होशंगाबाद में बाढ़, सेना और हेलिकॉप्टर बुलाए गए; सीएम ने की आपात बैठक, अगले 48 घंटे में 24 जिलों में अलर्ट
नर्मदा नदी का जल स्तर खतरे के निशान 964 फीट 4 फीट ऊपर 968.90 पर पहुंच गया है तवा डैम के सभी 13 के 13 गेटों को 30-30 फीट खोलकर पानी को लगातार छोड़ा जा रहा है लगातार हुई बारिश से प्रदेश में 251 में से 120 डैम में पानी क्षमता से 90% से ज्यादा
मध्यप्रदेश के बारिश से हालात मुश्किल हो रहे हैं। होशंगाबाद में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं। इसके चलते अब सेना को बुलाया गया है। एनडीआरएफ की दो यूनिट भी मदद के लिए पहुंच रही हैं। शाम तक हेलिकाप्टर भी होशंगाबाद पहुंच जाएंगे। उधर, राजधानी भोपाल में भी शुक्रवार से लगातार बारिश का दौर जारी है। शनिवार सुबह 6 बजे तक भोपाल में 97.7 मिमी पानी रिकॉर्ड किया गया।
I made an aerial survey of villages hit by floods due to overflowing Narmada river. There is still an alert for heavy rain. I am personally supervising the situation and relief measures: Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan https://t.co/cGziTfm4qg pic.twitter.com/ZERFDXftT2
— ANI (@ANI) August 29, 2020
दरअसल, लगातार हुई बारिश से प्रदेश में 251 में से 120 डैम में पानी क्षमता से 90% से ज्यादा हो चुका है। ऐसे में ज्यादातर डैम को गेट खोलने से निचले क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। होशंगाबाद की बात करें तो यहां भारी बारिश से नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान 964 फीट से 4 फीट ऊपर यानी 968.90 पर पहुंच गया। तवा डैम के सभी 13 गेट को 30-30 फीट खोलकर 5 लाख 33 हजार 823 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है।
फिलहाल बारिश से राहत नहीं
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग ने छिंदवाड़ा, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर और आगर में रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा भोपाल और इंदौर समेत 18 जिलों में तेज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
Due to heavy rain in Bhopal 2 man, 2 woman, 1 handicap man, 1 girl child resqued successfully and safely by SDRF team , they were trapped inside their house due to flood water in nayapura near mandideep bhopal.#jansamparkmp #Wetherupdate pic.twitter.com/SoX0iGzLEq
— PRO JS Bhopal (@probhopal) August 22, 2020
होशंगाबाद में बाढ़ के साथ ही सीहोर, रायसेन, सागर में तेज बारिश और मौसम खराब होने के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपना दौरा रद्द कर दिया। सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री निवास पर आपात बैठक बुलाई। उन्होंने प्रदेश की प्रमुख नदियों के जलस्तर की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि स्थिति पर नजर बनाए रखें। जहां जैसी जरूरत हो, उस पर तुरंत कदम उठाएं।
शिवराज ने कहा कि नर्मदा और उसकी सहयोगी नदियों में जलस्तर बढ़ गया है। कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। प्रदेश के कुछ हिस्सों में अगले 48 घंटे में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ अलर्ट पर हैं।
#monsoon low has shown 2-3 degree northwest moment in the past 24 hours; situated in the vicinity of #sagar district #MadhyaPradesh; the possibility of extremely heavy rain over #bhopal, #sagar, #indore, #biaora, #itarsi, #khandwa, #Ujjain, #agar, #mandsaur, #guna in 24 hours. pic.twitter.com/T16GIpToXZ
— Pradeep Kushwaha (@pkusrain) August 22, 2020
प्रदेश के बांधों की स्थिति
- तवा डैम के सभी 13 गेट खोले गए हैं।
- इंदिरा सागर के 22 गेट खोले गए हैं।
- ओंकारेश्वर में 23 में से 21 गेट खोले गए।
- राजघाट 18 में से 14 गेट खोले गए।
- बरगी के 21 में से 17 गेट खोले गए।
- मंडला, पेंच बांध के सभी गेट खोले गए हैं
- भोपाल में भदभदा के 4 और कलियासोत के 5 गेट खोले गए।
- भोपाल के न्यू मिनाल में सड़कों में घुटनों तक पानी भर गया।
भोपाल में भदभदा डैम के 4 गेट खोले गए
राजधानी भोपाल में बीते 24 घंटे में लगातार बारिश हो रही है। शनिवार सुबह 6 बजे तक शहर में 97.7 मिमी (9.77 सेमी) पानी गिर चुका था, जबकि भोपाल जिले में 80.9 मिमी (8.09 सेमी) बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके चलते भदभदा डैम फुल हो गया। उसके सुबह ही 4 गेट खोलने पड़े।
खंडवा, खरगोन, बड़वानी और धार जिलों को रेड अलर्ट
इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोलने के बाद नर्मदा ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है। लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण खंडवा, खरगोन, बड़वानी और धार जिलों को रेड अलर्ट पर रखा गया है। खंडवा में प्रशासन नर्मदा के किनारे बसे गांवों पर नजर रखे हुए हैं। दोनों बांधों से करीब 10 हजार क्यूसेक प्रति सेकंड की रफ्तार से पानी छोड़ा जा रहा है। इससे नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। वहीं, सरदार सरोवर बांध के बैक वाटर में लगातार इजाफा हो रहा है। लोग नाव की मदद से सामान शिफ्ट कर रहे हैं।