मध्य प्रदेश / भोपाल पहुंचने से पहले सिंधिया गुट के 6 मंत्री कैबिनेट से बर्खास्त, एयरपोर्ट पर सिंधिया समर्थकों और कांग्रेसियों के बीच नारेबाजी, धारा 144 लागू

सिंधिया गुट के विधायक भोपाल पहुंचकर विधानसभा स्पीकर से मिलेंगे, इसकी वीडियोग्राफी होगी इस्तीफा देने वाले विधायकों को विधानसभा स्पीकर ने पेश होने के लिए नोटिस दिए, आज 6 विधायकों की पेशी

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भोपाल. मध्य प्रदेश में सियासी घमासान के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के 6 मंत्री और विधायक थोड़ी देर में भोपाल पहुंचेंगे। बेंगलुरु के एक रिसॉर्ट में में ठहरे 13 विधायक दो फ्लाइट के जरिए भोपाल पहुंचेंगे। सिंधिया समर्थक कुल 22 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को अपने इस्तीफे भेजे हैं। इसके बाद स्पीकर ने नोटिस जारी कर विधायकों को हाजिर होने के लिए कहा था। इनमें से 6 विधायकों को शुक्रवार, 7 विधायकों को शनिवार और बाकी 9 विधायकों को रविवार को उपस्थित होना है। एयरपोर्ट पर कांग्रेस और भाजपा के नेताओं की मौजूदगी और टकराव को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस बीच राज्यपाल ने बेंगलुरु से इस्तीफा भेजने वाले 6 मंत्रियों को राज्यपाल ने कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया है। सुबह राज्यपाल से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री ने इसकी सिफारिश की थी।

कैबिनेट से बर्खास्त किए गए छह मंत्रियों के विभागों का जिम्मा अन्य मंत्रियों को दिया गया है। विजयलक्ष्मी साधौ को महिला बाल विकास, गोविंद सिंह को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, ब्रजेंद्र सिंह राठौर को परिवहन, सुखदेव पांसे को श्रम, जीतू पटवारी को राजस्व, कमलेश्वर पटेल को स्कूली शिक्षा और तरुण भनोट को स्वास्थ्य विभाग दिया गया है।

विभागों का बंटवारा

  • विजयलक्ष्मी साधो को महिला बाल विकास
  • मंत्री गोविंद सिंह को खाद्य नागरिक आपूर्ति
  • बृजेंद्र सिंह राठौर को परिवहन
  • सुखदेव पांसे को श्रमजीतू पटवारी को राजस्व
  • कमलेश्वर पटेल को स्कूल
  • तरुण भनोट को स्वास्थ्य विभाग दे दिया गया है

एयरपोर्ट पर एसटीएफ तैनात

एयरपोर्ट पहुंचे भाजपा कार्यकर्ता जब सिंधिया के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे, उसी दौरान वहां कांग्रेस विधायकों को सीआईएसएफ के जवानों ने रोक दिया। इसके बाद कांग्रेसियों ने सिंधिया के विरोध में नारेबाजी की। भारी संख्या में दोनों ही तरफ के लोगों की मौजूदगी की खबर मिलने के बाद भोपाल कलेक्टर तरुण पिथौड़े और डीआईजी इरशाद वली एयरपोर्ट पहुंचे। मौके पर तनाव को देखते हुए कलेक्टर ने धारा-144 लागू करने के आदेश दे दिए हैं। वहीं एसटीएफ का दस्ता एयरपोर्ट पर तैनात कर दिया गया है।

एयरपोर्ट पर तगड़ी सुरक्षा

खबर है कि सिंधिया समर्थक कांग्रेस के बागी विधायक विशेष विमान से बेंगलुरु से रवाना हुए हैं. भोपाल एयरपोर्ट पर बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के टकराव की आशंका को देखते हुए इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. माहौल को देखते हुए एयरपोर्ट पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. आईजी इरशाद वली खुद कमान संभाले हुए हैं. उनके साथ DIG, 2 एसपी, 4 एएसपी, 5 सीएसपी, 8 टीआई और करीब 1000 पुलिस जवान तैनात हैं. एयरपोर्ट छावनी में तब्दील है. सुरक्षा में 31 गनमैन लगाए गए हैं.

3 विशेष विमान से आएंगे विधायक

खबर है कि सिंधिया समर्थक ये बागी विधायक बेंगलुरु से तीन विशेष विमान से भोपाल लाए जा रहे हैं.  इनमें से 2 विशेष विमान 10-10 सीटर हैं और 1 विशेष विमान 8 सीटर है. जो विधायक लौट रहे हैं उन्हें बीजेपी के तीन नेता लेकर आ रहे हैं. इनके साथ विधायक रक्षा सरोनिया के पति संतराम भी आ रहे हैं.

ये हैं बागी विधायक
इमरती देवी
जसवंत जाटव
सुरेश धाकड़​
मनोज चौधरी
ऐंदल सिंह कंसाना
मोहन सिंह
रक्षा सिरोनिया
तुलसी सिलावट
गोविंद सिंह राजपूत
प्रद्युम्न सिंह तोमर
प्रभु राम चौधरी
राजवर्धन सिंह
महेंद्र सिंह सिसोदिया
कमलेश जाटव

बीजेपी नेता 
अरविंद सिंह भदौरिया
रमाकांत भार्गव
उमाशंकर गुप्ता

विधानसभा सचिवालय ने मांगी सुरक्षा
इस बीच प्रदेश के राजनीतिक माहौल को देखते हुए विधायकों के लौटने की खबर मिलने पर विधानसभा सचिवायल ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. उसने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर एयरपोर्ट पर उन विधायकों की सुरक्षा के इंतज़ाम करने के लिए लिखा.

ये सभी विधायक बेंगलुरु में डेरा डाले हुए थे. इनके जाने के बाद से ही प्रदेश की राजनीति में तूफान मचा हुआ है. दो दिन पहले ही इन लोगों ने अलग-अलग वीडियो जारी कर अपने बेंगलुरु में होने की पुष्टि की थी. सबने एक सुर से कहा था कि वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ हैं. इमरती देवी तो उस वीडियो में ये कहते हुए सुनी गई थीं कि वो कमलनाथ सरकार में बहुत परेशान थीं. हालांकि कांग्रेस ने इन वीडियो को पुराना बताया था.

कांग्रेस ने लगाया था बंधक होने का आरोप

कांग्रेस लगातार ये आरोप लगा रही है कि बीजेपी ने सिंधिया खेमे के इन मंत्री और विधायकों को बंधक बना रखा है. उन्हें दबाव और धमकी देकर ले जाया गया. यहां तक कहा गया कि उन्हें किडनैप किया गया. सीएम से लेकर बाकी नेता और मंत्री भी विधायकों को बंधक बनाए जाने के आरोप लगाते रहे हैं.

पटवारी और लाखन सिंह को गिरफ्तार किया था

गुरुवार को वो वीडियो भी सामने आए, जिसमें कमलनाथ सरकार में मंत्री जीत पटवारी के साथ बेंगलुरु पुलिस की बहस और धक्का-मुक्की दिखाई दी. कांग्रेस ने भोपाल पीसीसी ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को ये वीडियो दिखाए. आरोप लगाया कि बीजेपी की ओर से बंधक बनाए गए विधायकों को लेने गए जीतू पटवारी और लाखन सिंह के साथ बेंगलुरु पुलिस ने दुर्व्यवहार किया और फिर उन्हें हिरासत में ले लिया था.

स्पीकर ने दिया है नोटिस

कांग्रेस ने इन बागी विधायकों और मंत्रियों की लिस्ट विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को सौंपकर उनकी सदस्यता बर्खास्त करने की मांग की थी. संदेह भी जताया था कि आखिर ये इस्तीफे विधायकों ने ही लिखे हैं या नहीं. दरअसल इस्तीफे बीजेपी नेता भूपेन्द्र सिंह लेकर आए थे और ई-मेल किए गए थे. इस पर स्पीकर ने 13 विधायकों को नोटिस जारी किया था.

ये विधायक भोपाल पहुंच रहे

सिंधिया गुट के विधायकों में से पहले प्लेन में भाजपा सांसद रमाकांत भार्गव और विधायक अरविंद भदोरिया के साथ कांग्रेस विधायक सुरेश धाकड़, जसवंत जाटव, इमरती देवी, मनोज चौधरी, एंदल सिंह कंषाना, रक्षा सिरोनिया हैं। विधायकों के अलावा इस प्लेन में पुनीत शर्मा और मोहन सिंह भी हैं। दूसरे प्लेन में भाजपा नेता उमाशंकर गुप्ता के साथ कांग्रेस विधायक तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रभुराम चौधरी, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, महेंद्र सिंह सिसोदिया, कमलेश जाटव वापस लौटेंगे। वहीं विधायक रक्षा सिरोनिया के पति संतराम भी दूसरे प्लेन में आ रहे हैं।

विधायकों को लेकर आ रहे पायलट्स के नाम दिग्विजय और राहुल

सिंधिया गुट के विधायक दो विमानों से आ रहे हैं। उनमें से एक विमान के पायलट का नाम कैप्टन दिग्विजय सिंह है। वहीं, दूसरे प्लेन के पायलट का नाम कैप्टन राहुल सिंह है। रोचक है कि कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। वहीं, दिग्विजय सिंह प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार हैं।

विधायकों ने केंद्रीय बलों की सुरक्षा मांगी

इस बीच, बेंगलुरू से आने वाले विधायकों को रिसीव करने के लिए भाजपा के नेता दो बसों के साथ एयरपोर्ट पहुंचे। विधायकों ने सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों की मांग की। इस संबंध में विधानसभा सचिवालय की तरफ से डीजीपी को एक पत्र भी भेजा गया। कमलनाथ कैबिनेट में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भी एयरपोर्ट पर मौजूद हैं। उन्होंने सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की मांग को भाजपा की चाल बताया। इस बीच, ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दिल्ली जाने के लिए थोड़ी देर में एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां उनके समर्थक सैकड़ों की संख्या में मौजूद हैं और नारेबाजी कर रहे हैं।

स्पीकर से विधायकों की मुलाकात की वीडियोग्राफी होगी

स्पीकर ने इस्तीफे की सत्यता बताने को कहा है। इस्तीफे स्वेच्छा से दिए गए हैं या किसी दबाव में, विधायक व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर यह बात बताएंगे। इस मुलाकात की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। जो विधायक स्पीकर के सामने हाजिर नहीं होगा, उसका इस्तीफा मान्य नहीं होगा। वहीं, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बेंगलुरु से लौटने वाले विधायकों के कोरोनावायरस से संक्रमण की आशंका जताई और उनके टेस्ट कराने की मांग की।

भूपेंद्र सिंह ने इस्तीफे स्वीकार करने का अनुरोध किया
पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर उन्हें तीन और विधायकों बिसाहूलाल सिंह, ऐंदल सिंह कंषाना और मनोज चौधरी के इस्तीफ़े सौंपे थे। साथ ही विधायकों का इस्तीफा मंजूर करने का अनुरोध किया था। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है, लेकिन जब तक विधायकों के इस्तीफों पर फैसला नहीं होगा, फ्लोर टेस्ट कैसे होगा।

जीतू पटवारी और लाखन सिंह अभी भी बेंगलुरु में

बेंगलुरु के जिस रिसॉर्ट के बाहर गुरुवार दोपहर मंत्री जीतू पटवारी और लाखन सिंह के साथ एक नाटकीय घटनाक्रम का वीडियो सामने आया। इसके बाद कांग्रेस ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। पटवारी और लाखन सिंह समेत मध्य प्रदेश के 4 मंत्री अभी बेंगलुरु में हैं। उन्होंने विधायकों को रिसॉर्ट में रखे जाने के को लेकर कर्नाटक कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार के साथ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा विधायकों को बंधक बनाए जाने के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं।

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