देश में कोरोना 10 हजार से ज्यादा मरीज हुए ठीक, केरल में आज नहीं मिला कोई पॉजिटिव केस
केरल (Kerala) में वर्तमान में कोरोना वायरस से संक्रिम 95 मामले एक्टिव हैं. जबकि 401 मरीज ठीक हो चुके हैं. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि रविवार को राज्य में एक भी कोरोना पॉजिटिव (Coronavirus) केस सामने नहीं आया.
नई दिल्ली. भारत में कोरोना लॉकडाउन (Lockdown) को और दो हफ्तों के लिए बढ़ा दिया गया है. देश में अब 17 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा. हालांकि इस दौरान ऑरेंज और ग्रीन जोन में कुछ बंदिशों में ढील दी गई है. 2 मई की शाम तक देश में कोरोना संक्रमण के 37,776 केस और 1,223 मौतें की रिपोर्ट आई. इस बीच खुशी की बात ये रही कि 10,018 मरीज ठीक हुए हैं. वहीं, अब केरल से भी एक अच्छी खबर सामने आई है. केरल (Kerala) में पिछले 24 घंटे में कोरोना का एक भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है.
केरल में वर्तमान में कोरोना वायरस से संक्रिम 95 मामले एक्टिव हैं. राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में कोरोना के 401 मरीज ठीक हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि रविवार को एक भी कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया. जबकि एक मरीज रिकवर हुआ. इससे पहले शनिवार को केरल में कोरोना के दो नए केस सामने आए थे. मामला कन्नूर में सामने आया था, जहां अब तक सबसे अधिक (38) मामले पॉजिटिव पाए गए.
वायनाड को ग्रीन से हटाकर ऑरेंज जोन में डाला
वहीं केरल के वायनाड जिले में महीने भर बाद शनिवार को कोविड-19 संक्रमण का एक मामला सामने आने पर उसे ‘ग्रीन जोन’ से निकाल कर ‘ऑरेंज जोन’ वाले क्षेत्रों की सूची में डाल दिया गया. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने यह जानकारी दी. विजयन ने बताया, ‘शनिवार को केवल दो नए मामले सामने आए. इनमें से एक मामला वायनाड से सामने आया है, जहां बीते एक महीने में कोई मामला सामने नहीं आया था। लिहाजा वायनाड को ग्रीन जोन से हटा कर ‘ऑरेंज जोन’ की सूची में डाल दिया गया है.’ उन्होंने कहा कि लाखों केरलवासी राज्य से बाहर फंसे हुए हैं और उन्हें वापस लाने की जरुरत है.
राज्य में शराब की दुकानें और ब्यूटी पार्लर बंद
राज्य में कुल 80 क्षेत्र कोरोना वायरस संक्रमण से अधिक प्रभावित(हॉटस्पॉट) चिह्नित किये गए हैं. विजयन ने स्पष्ट किया कि राज्य में शराब की दुकानें, ब्यूटी पार्लर और सैलून बंद रहेंगे. केरल के प्रवासी मामलों के विभाग ने कहा कि राज्य में आने के लिए 5.34 लाख केरलवासियों ने पंजीकरण कराया है, जिसमें 3.98 लाख विदेशों में रहने वाले प्रवासी हैं और 1.36 लाख प्रवासी भारत के अन्य राज्यों में फंसे हुए लोग हैं.