मौलाना साद ने नहीं दिए इन 26 सवालों के जवाब, क्राइम ब्रांच ने भेजा दूसरा नोटिस
मरकज की फंडिंग को लेकर भी एजेंसी जांच कर रही है. दरअसल, ये जानकारी मिली है कि मरकज में खाड़ी देशों से बड़ी मात्रा में फंड मिलता है, जो जांच के दायरे में है.
-
मौलाना साद को भेजा गया दूसरा नोटिस, पहले नोटिस पर नहीं दिया था जवाब
-
मौलाना साद से पूछे गए हैं 26 सवाल
दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज कोरोना का बड़ा केंद्र बन गया है. मरकज से निकले कई जमाती कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इस बड़ी लापरवाही के लिये मरकज के संचालक मौलाना साद के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया गया है, लेकिन वो अभी तक फरार हैं. इस बीच क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद को दूसरा नोटिस भेज दिया है.
मौलाना साद ने बताया है कि वो सेल्फ क्वारनटीन में हैं जिसके बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नोटिस भेजकर 26 सवालों के जवाब मांगे हैं. लेकिन किसी भी सवाल का जवाब मौलाना साद ने नहीं दिया है. मौलाना साद ने कहा है कि वो सेल्फ क्वारनटीन में हैं और मरकज अभी बंद है, लिहाजा किसी भी सवाल का जवाब फिलहाल नहीं दे सकते हैं. जब मरकज खुलेगा तब बाकी सवालों के जवाब दिए जाएंगे. मौलाना साद के इस रुख से जांच टीम संतुष्ट नहीं है और टीम ने दूसरा नोटिस भेज दिया है.
इस बीच क्राइम ब्रांच की टीम ने मरकज में जांच-पड़ताल भी शुरू कर दी है. क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि मरकज में अंदर कोई सीसीटीवी नहीं मिला है, साथ ही मरकज से जुड़े लोग गोल-मटोल जवाब दे रहे हैं. क्राइम ब्रांच को मरकज से कुछ दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है. फॉरेंसिक टीम ने भी मरकज जाकर तफ्तीश की है, लेकिन टीम को वहां से कोई भी इलैक्ट्रॉनिक डिवाइस नहीं मिली है.
मरकज से किसी भी इलैक्ट्रॉनिक डिवाइस का ना मिलना भी जांच टीम के शक को बढ़ा रहा है. सूत्रों ने बताया है कि मौलाना साद के सेल्फ क्वारनटीन में होने की बात तो स्वीकार्य है, लेकिन वो लैपटॉप या मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर सकते, ऐसा मानना मुश्किल है. यही वजह है कि मौलाना साद को दूसरा नोटिस भेजा गया है और सवालों के जवाब मांगे गए हैं.
फंडिंग की भी जांच
मरकज की फंडिंग को लेकर भी एजेंसी जांच कर रही है. दरअसल, ये जानकारी मिली है कि मरकज में खाड़ी देशों से बड़ी मात्रा में फंड मिलता है, जो जांच के दायरे में है.
क्राइम ब्रांच ने पूछे ये 26 सवाल
1- मरकज का पूरा नाम-पता और रजिस्ट्रेशन की जानकारी.
2- संगठन से जुड़े लोगों की जानकारी.
3- मरकज कमेटी के लोगों की जानकारी.
4- पिछले तीन साल के ITR की जानकारी.
5- मरकज का पैन नंबर, बैंक अकाउंट और बैंक स्टेटमेंट.
6- मरकज में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या.
7- 1 जनवरी से नोटिस की तारीख तक कितने धार्मिक कार्यक्रम हुए.
8- मरकज का पूरा नक्शा.
9- मरकज के सीसीटीवी की जानकारी, अगर हैं तो कितने सीसीटीवी कैमरे.
10- धार्मिक कार्यक्रम के लिए पुलिस या प्रशासन से मंजूरी ली?
11- क्या पुलिस या प्रशासन ने धार्मिक कार्यक्रम के लिए कोई गाइडलाइन जारी कीं.
12- मरकज मैनेजमेंट और सरकारी एजेंसियों के बीच कोई संपर्क.
13- मरकज में भाग लेने वालों की ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग.
14- विदेशियों समेत 12 मार्च के बाद आए सभी श्रद्धालुओं की जानकारी.
15- 12 मार्च के बाद आए श्रद्धालुओं के रिकॉर्ड का ऑरिजनल रजिस्टर.
16- क्या कोई श्रद्धालु बीमार हुआ?
17- बिल्डिंग खाली कराने के लिए मरकज ने क्या किया?
18- लॉकडाउन लागू होने के बाद क्या किया?
19- स्टाफ, वॉलंटियर्स और पार्किंग के लोगों की लिस्ट.
20- 12 मार्च के बाद आने वाले लोगों की हर रोज के हिसाब से लिस्ट.
21- 12 मार्च के बाद उन लोगों की हर दिन की लिस्ट जिन्हें अस्पताल ले जाया गया.
22- 12 मार्च के बाद मस्जिद या कहीं और जाने वाले लोगों की लिस्ट.
23- जिन लोगों ने मरकज में शिरकत की और बाद में उनकी मौत हो गई.
24- कर्फ्यू पास कितने लोगों को जारी कराए गए.
25- 12 मार्च के बाद मरकज का दौरा करने वाले सरकारी अफसरों की लिस्ट.
26- जांच में काम आने वाला कोई अन्य दस्तावेज.
बता दें कि मरकज में हुए धार्मिक जलसे के बाद कई जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश के 17 राज्यों से जमात से जुड़े लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और देश के कुल कोरोना केसों में 30 प्रतिशत जमात से जुड़े हैं.