अर्थव्यवस्था / पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा- सरकार आरोप लगाने की आदत से मजबूर है

पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने कहा है कि केंद्र और राज्य में एक पार्टी की सरकार वाला विकास का डबल इंजन मॉडल फेल हो गया है. उन्होंने संकटग्रस्त पंजाब ऐंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (PMC) के परेशान 16 लाख जमाकर्ताओं को राहत देने के लिए सरकार से तत्काल कदम उठाने की मांग की है.

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मुंबई. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान का जवाब देते हुए गुरुवार को कहा कि सरकार समस्याओं का समाधान तलाशने की बजाय विपक्षियों पर आरोप लगाने की आदत से मजबूर है। सीतारमण ने बुधवार को कहा था कि मनमोहन सिंह और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के समय सरकारी बैंक सबसे बुरे दौर में थे।

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‘पिछले 5 साल में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा फैक्ट्रियां बंद हुईं’
मनमोहन सिंह महाराष्ट्र चुनाव के सिलसिले में मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए असली दिक्कतों और वजहों का पता लगाना जरूरी होता है। सरकार की उदासीनता से देश के लोगों की महत्वाकांक्षाएं और भविष्य प्रभावित हो रहा है। महाराष्ट्र में बिजनेस सेंटीमेंट बिगड़े हुए हैं। कई फैक्ट्रियों के बंद होने का खतरा मंडरा रहा है। पिछले 5 साल में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा फैक्ट्रियां बंद हुईं। केंद्र और महाराष्ट्र की सरकार जनता के अनूकूल नीतियां अपनाना नहीं चाहती।

आत्महत्या में नंबर वन बना महाराष्ट्र

उन्होंने कहा कि चीन के माल की वजह से महाराष्ट्र में प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग पर विपरीत असर पड़ रहा है और इंडस्ट्रियल सेक्टर में गिरावट आ रही है, कारोबारी सेंटिमेंट डाउन है. राज्य में अवसरों की भारी कमी है. युवाओं को कम सैलरी की नौकरी करने को मजबूर होना पड़ रहा है. कभी महाराष्ट्र निवेश के लिहाज से नंबर एक राज्य था, आज आत्महत्या में  नंबर वन हो गया है.

पीएमसी खाताधारकों को राहत देने के लिए सरकार उठाए कदम

उन्होंने संकटग्रस्त पंजाब ऐंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (PMC) के परेशान 16 लाख जमाकर्ताओं को राहत देने के लिए सरकार से तत्काल कदम उठाने की मांग की है. मुंबई में पीएमसी खाताधारकों से मुलाकात में मनमोहन सिंह ने कहा, ‘पीएमसी में जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यूपूर्ण है. मेरी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और रिजर्व बैंक के गवर्नर से आग्रह है कि इस मामले को तत्काल देखें और साथ मिलकर कोई व्यावहारिक समाधान निकालें ताकि 16 लाख जमाकर्ताओं को राहत मिले.’

मनमोहन सिंह ने कहा, ‘यह मैटर सुप्रीम कोर्ट के पास है, इसलिए मैं ज्यादा नहीं कहूंगा, लेकिन मुझे भरोसा है कि रिजर्व बैंक इसके लिए कोई समाधान निकालने की कोशिश करेगा और उम्मीद है कि सरकार ऐसा कोई कदम उठाएगी, जिससे 16 लाख जमाकर्ताओं को राहत मिल सके.’ उन्होंने कहा कि ऐसे जमाकर्ता जिन्हें किडनी ट्रांसप्लांट जैसे बेहद जरूरी काम के लिए पैसा चाहिए, उन्हें प्रधानमंत्री राहत कोष से मदद देनी चाहिए.

हमने गलती की तो मोदी सरकार उससे सबक ले

निर्मला सीतारमण के बयान पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जो हुआ वह हुआ, कुछ कमजोरियां रही होंगी, लेकिन इस सरकार को हमारी कमजोरियों से सीखकर इकोनॉमी की समस्याओं से निपटना चाहिए, आप हर साल यह कहकर नहीं बचते कि ये सब यूपीए सरकार की देन हैं. आप कोई समाधान नहीं निकाल पा रहे.

गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी में एक लेक्चर के दौरान कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के दौर में देश के सरकारी बैंकों का हाल बदतर स्थिति में पहुंच गया था. इसके साथ ही उन्‍होंने आरोप लगाया था कि रघुराम राजन के दौर में सिर्फ एक फोन कॉल पर लोन दे दिए जाते थे.

उन्होंने कहा, ‘आपकी सरकार पिछले 5 साल से है. लेकिन हुआ क्या, नीरव मोदी भाग गया. सरकार सिर्फ आरोप लगा रही है, मसलों का कोई समाधान नहीं निकाल रही.’

मेरी इतनी तकदीर कहां कि सरकार सलाह ले

एक सवाल के जवाब में चुटकी लेते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, ‘मेरी इतनी तकदीर कहां कि यह सरकार मुझसे सलाह ले. निर्मला सीतारमण बजट से पहले मेरे पास आईं थीं और मैंने उन्हें शुभकामनाएं दी थीं.

5 साल में 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी असंभव

फाइव ट्रि‍लियन डॉलर की इकोनॉमी के सरकार के लक्ष्य पर उन्होंने कहा, ‘मैं पहले भी कह चुका हूं कि 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लिए 10 से 12 फीसदी ग्रोथ रेट चाहिए हर साल, लेकिन अब हर साल ग्रोथ रेट कम हो रहा है, आईएमएफ ने भी कहा है कि इस साल सिर्फ 6.1 फीसदी बढ़त होगी.’

कॉरपोरेट टैक्स से राहत नहीं

कारोबारियों को फायदा हो तो मैं सपोर्ट करता हूं, लेकिन समस्या यह है कि मांग में कमी है और इसको बेहतर करने के लिए इनडायरेक्ट टैक्स (इनकम टैक्स)में कटौती करनी चाहिए.

बेरोजगारी का समाधान

उन्होंने कहा कि बेरोजगारी का समाधान यही है कि इकोनॉमी तेजी से बढ़े, लेकिन स्लोडाउन है, इसलिए लेबर इन्टेंसिंव इंडस्ट्री को बचाना और प्रोत्साहित करना होगा.

एनआरसी भेदभावपरक है

एनआरसी का जो कानून है उसमें मुसलमानों के साथ भेदभाव किया गया है. मैं एनआरसी के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन इसमें मानवता नहीं खत्म होनी चाहिए. 

370 का हमने किया समर्थन

मनमोहन सिंह ने कहा कि हमने संसद में अनुच्छेद 370 के बिल का समर्थन किया है. लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोगों की भलाई के लिए ज्यादा गंभीर प्रयास करने होंगे.

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