मुंबई में बाढ़ जैसे हालात:कोलाबा में बारिश का 46 साल का रिकॉर्ड टूटा, 24 घंटे में 294 मिमी पानी गिरा; राज्य में एनडीआरएफ की 20 टीमें तैनात, आज भी रेड अलर्ट

मुंबई में तीन दिन से बारिश हो रही है, फोर्ट, चर्चगेट, मरीन ड्राइव, ब्रीच कैंडी, जैसे इलाकों में पानी भर गया है मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे, पुणे और पालघर में आज बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है

मुंबई में मंगलवार से लगातार बारिश हो रही है। इससे पूरे शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मुंबई, ठाणे और पालघर में आज भी बारिश का रेड अलर्ट है। राहत और बचाव के लिए महाराष्ट्र में 20 टीमें तैनात की गई हैं। अकेले मुंबई में ही 5 टीमें काम कर रही हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से आज घर से नहीं निकलने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री ठाकरे से बात कर हालात पर चर्चा की।

बुधवार को मुंबई की बारिश का हाल निसर्ग तूफान के दिन से भी ज्यादा खतरनाक नजर आया। कोलाबा में पिछले 12 घंटे में 293.8 मिमी बारिश हुई। इससे पहले कोलाबा में अगस्त महीने में 1974 में रिकॉर्ड 262 मिमी बारिश हुई थी।

पूरी रात एनडीआरएफ की टीम ने काम किया
मुख्यमंत्री ठाकरे ने बीएमसी और एनडीआरएफ के अधिकारियों के साथ बैठक की। मुंबई में पूरी रात एनडीआरएफ की टीम फंसे लोगों को निकालने की कोशिश करती रहीं। कामकाजी दिन होने के कारण आज भी दफ्तर आने-जाने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

बारिश के कारण मुंबई के बायकुला इलाके में सड़कें तालाब बन चुकी हैं। कई जगह गाड़ियां पानी में डूबी हुई हैं।

मुंबई के इन इलाकों में दिखा सबसे ज्यादा असर

फोर्ट, चर्चगेट, मरीन ड्राइव, गिरगांव, ब्रीच कैंडी, पेडर रोड, हाजी अली जैसे इलाकों में जल-जमाव हो गया है। चर्नी रोड में विल्सन कॉलेज के सामने, गिरगांव, बाबुलनाथ एरिया, बालकेश्वर एरिया में सड़कों पर पानी भरा रहा। इनमें से कई इलाकों में बिजली चली गई। जेजे अस्पताल के कैजुअल्टी वार्ड में पानी घुस गया है। दक्षिण मुंबई के कुछ अस्पताल भी बारिश का पानी भरने की खबर है। जसलोक अस्पताल की इमारत की कुछ टाइल्स गिर गईं।

सड़कों पर बाढ़ जैसी स्थिति के बाद लोग पानी से बचने के लिए ब्रिज के सहारे आगे बढ़ते नजर आए।

प्रधानमंत्री ने हरसंभव मदद का वादा किया
बुधवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की और मुंबई में बारिश से बिगड़े हालातों के बारे में जानकारी ली। पीएम ने ठाकरे को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है।

लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कों और निचली बस्तियों में पानी भर गया है।

स्टेडियम और स्टॉक एक्सचेंज को भी नुकसान हुआ
भारी बारिश के बीच हवाओं की रफ्तार इतनी तेज थी कि जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) में भारी-भरकम क्रेन तक पलट गई। इसी तरह शेयर मार्केट की बिल्डिंग पर लगा बोर्ड टूट गया। डी वाई पाटिल स्टेडियम को भी नुकसान पहुंचा है। इसकी कई रैलिंग उड़ गईं। दक्षिण मुंबई में वानखेड़े स्टेडियम की हाईमास्ट लाइट के खंभे तेज हवा के साथ हिलते दिखे।

मुंबई के मस्जिद बंदर और बायकुला रेलवे स्टेशन के बीच फंसी लोकल ट्रेन के यात्रियों को निकालने की कोशिश करती एनडीआरएफ की टीम।

एनडीआरएफ ने 290 यात्रियों को सुरक्षित निकाला
एनडीआरएफ और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने दो लोकल ट्रेनों में फंसे 290 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। सूत्रों के मुताबिक, राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे समेत दर्जनों अन्य लोग यहां ईस्टर्न फ्रीवे पर ट्रैफिक में करीब साढ़े तीन घंटे फंसे रहे। वे यहां यशवंतराव चव्हाण केंद्र में एनसीपी नेताओं की बैठक में शामिल होने जा रहे थे।

सड़कों पर लोग गाड़ियों को खींचते हुए नजर आए।
बुधवार को बारिश में मुंबई के कई इलाकों में बसें पानी में डूबी नजर आईं।

कोविड-हेल्थ सेंटर में घुसा पानी
भायंदर पूर्व में बने प्रमोद महाजन कोविड हेल्थ सेंटर का सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऑनलाइन उद्घाटन किया था। इस सेंटर में करोड़ों रुपए की लागत के साथ एक अस्थायी शेड बनाया गया है, जिसमें दवाइयां और अन्य मेडिकल उपकरण लगे हैं, लेकिन कुछ घंटे की बारिश के बाद इसमें भी पानी घुस गया और यहां भर्ती मरीजों को शिफ्ट करना पड़ा।

शहर के कई इलाकों में पेड़ और मोबाइल टावर गिरने की जानकारी सामने आई है।

पालघर में बाढ़ में फंसे 22 लोग बचाए गए
महाराष्ट्र की पालघर ग्रामीण पुलिस ने जिले में भारी बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति के बीच 22 लोगों को बचा लिया। इनमें 5 साल की एक बच्ची भी शामिल है, जो पेड़ पर चढ़ गई थी और 4 घंटे से भी ज्यादा समय तक वहीं फंसी रही।

बारिश के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत दफ्तर जाने वालों को हुई।
मुंबई के किंग सर्कल इलाके में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति नजर आई।

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