सुशांत केस में पहली बार बोली मुंबई पुलिस:रिया समेत 56 लोगों से पूछताछ की, एक्ट्रेस से 2 बार सवाल-जवाब किए; सुशांत के खाते से रिया के अकाउंट में सीधे रकम ट्रांसफर के सबूत फिलहाल नहीं

मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा- सुशांत के बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर होने के सबूत नहीं, उनके सीए से पूछताछ की जा रही है परमबीर सिंह ने बताया कि तीनों बहनों और पिता ने अपने बयान में पहले किसी पर शक नहीं जताया था

0 990,124

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच पर अब बिहार और मुंबई पुलिस आमने-सामने आ गई है। इस मामले पर पहली बार मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा कि सुशांत के परिवार ने अपने बयान में पहले किसी पर शक नहीं जताया था। सिंह ने कहा कि रिया चक्रवर्ती के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं। उन्होंने इशारों में यह भी कहा कि बिहार पुलिस को इस मामले में जांच का अधिकार नहीं है।

उधर, पटना के एसपी विनय तिवारी को मुंबई में क्वारैंटाइन किए जाने पर कमिश्नर ने कहा कि यह बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) का मुद्दा है। बीएमसी के अफसर अपने हिसाब से इस मामले में काम कर रहे हैं। तिवारी रविवार को मुंबई पहुंचे थे। इस पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ‘यह अच्छा नहीं हुआ। बिहार पुलिस सिर्फ अपना काम कर रही है। इसे राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

पुलिस कमिश्नर सिंह ने सुशांत केस से जुड़ी 7 अहम बातें बताईं

1. जांच जारी है, अब तक 56 बयान दर्ज : पुलिस ने अब तक 56 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। रिया चक्रवर्ती से दो बार पूछताछ की गई। फॉरेंसिक एक्सपर्ट, डॉक्टर्स की टीम को कंसल्ट किया गया है। बारीकी से जांच चल रही है। अभी तक हम रिजल्ट पर नहीं पहुंचे। नैसर्गिक मौत और संदेहास्पद मौत ये दोनों एंगल की जांच हो रही है।

2. किसी ने हत्या का शक नहीं जताया : जांच के दौरान अभिनेता के घर पर मौजूद सभी लोगों के बयान 16 जून को दर्ज किए थे। इनमें उनकी बहनें और पिता शामिल हैं। यही नहीं उनके जीजा सिद्धार्थ और ओपी सिंह का बयान भी दर्ज किया गया था। किसी ने अपने बयान में हत्या का शक नहीं जताया था।

3. परिवार वाले फिर बयान दर्ज करने नहीं आए: हमनें उनकी बहनों को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वे नहीं आईं। सुशांत के पिता ने भी अपना बयान दिया था उनके सिग्नेचर हमारे स्टेटमेंट पर हैं। उन्होंने उस वक्त किसी के पर शक नहीं जताया था।

4. बिहार पुलिस की जांच पर: मुंबई ज्यूरिस्डिक्शन (अधिकार क्षेत्र) से बाहर जांच को लेकर कानूनी राय ली जा रही है। हमें नहीं पता क्या उनकी (बिहार पुलिस) जांच सही है। उन्हें जीरो एफआईआर दर्ज कर केस हमें ट्रांसफर करना चाहिए था। हमारी जांच सही दिशा में चल रही है। जैसा ओपिनियन आएगा, उस हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।

5. दिशा सालियान के सुसाइड को लेकर: सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान पहले से किसी तनाव में थी। उसके सुसाइड केस की भी जांच चल रही है। यह भी जांच कर रहे हैं कि दिशा सालियान से जोड़ने का प्रयास करने की वजह से क्या सुशांत तनाव में थे। जांच में यह बात भी सामने आई है कि बायपोलर डिसऑर्डर, स्किजोफ्रेनिया जैसे बीमारियों को सुशांत गूगल पर सर्च करते थे।

6. फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन: सुशांत का अकाउंट कोटक महिंद्रा बैंक में है। उनके खाते में 18 करोड़ रुपए जमा थे। इसमें से 4 करोड़ रुपए अभी भी हैं। हमने उनके सीए, बैंक, ऑफिस से इस बारे में बात की है। रिया के खाते में पैसे ट्रांसफर होने की जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। पैसे किसके अकाउंट में ट्रांसफर हुए, इस बारे में जांच की जा रही है।

7. सुशांत के घर पर पार्टी पर: सुशांत के घर पर 13 और 14 जून की पार्टी होने की बात अब तक जांच में सामने नहीं आई है। हमनें उसके फ्लैट के सीसीटीवी बरामद किए हैं। लेकिन, कोई पार्टी हुई थी, ऐसा एक भी सबूत नही मिला है। इसमें किसी राजनीतिक व्यक्ति के शामिल होने की जो बात सोशल मीडिया पर चल रही है, वह गलत है। हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं।

सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस की जांच में अब महाराष्ट्र और बिहार पुलिस आमने-सामने आ गई हैं। जांच के लिए रविवार को मुंबई पहुंचे पटना के एसपी विनय तिवारी को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने क्वारैंटाइन कर दिया। उनके हाथ पर क्वारैंटाइन की मुहर लगाते हुए उन्हें अगले आदेश तक एक घर में रहने को कहा गया है। मतलब साफ है कि वे अब जांच के लिए किसी से मिल नहीं सकेंगे।

2015 बैच के आईपीएस विनय तिवारी बिहार पुलिस के एक तेजतर्रार अफसर माने जाते हैं। फिलहाल, वह पटना में तैनात हैं। उन्हें सुशांत केस की जांच को लीड करने के लिए रविवार को मुंबई भेजा गया था। बीएमसी ने उनके हाथ पर क्वारैंटाइन की मुहर लगा दी।

तिवारी को क्वारैंटाइन किए जाने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि यह अच्छा नहीं हुआ। बिहार पुलिस सिर्फ अपना काम कर रही है। इसे राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

बिहार पुलिस का आरोप- जबरदस्ती क्वारैंटाइन किया
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीट किया, ‘आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी पुलिस टीम का नेतृत्व करने के लिए ऑफिशियल ड्यूटी पर पटना से मुंबई पहुंचे, लेकिन उन्हें रात 11 बजे बीएमसी के अधिकारियों ने जबरन क्वारैंटाइन कर दिया। अनुरोध के बावजूद उनकी आईपीएस मेस में रहने की व्यवस्था नहीं की गई। अब उन्हें गोरेगांव के एक गेस्ट हाउस में रखा गया है। इस पर महाराष्ट्र के डीजीपी से बात करूंगा।’

बीएमसी की सफाई- नियम के हिसाब से क्वारैंटाइन किया गया
बीएमसी की ओर से कहा गया कि हमने सरकारी आदेशों का पालन करते हुए और नियम के मुताबिक से तिवारी को क्वारैंटाइन किया। अगर उनमें किसी तरह के कोरोना के लक्षण नजर आते हैं तो आने वाले समय में उनका स्वैब टेस्ट भी करवाया जाएगा। राज्य सरकार ने 25 मई को आदेश जारी किया था। इसमें देश में कहीं से भी विमान यात्रा कर आने वाले लोगों के लिए नियम तय किए गए थे। तिवारी भी बिहार से विमान से मुंबई आए थे। लिहाजा उन पर भी यह नियम लागू होता है।

रिया चक्रवर्ती को तलाश रही है बिहार पुलिस
इससे पहले बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने एक निजी चैनल के साथ बात करते हुए कहा कि रिया चक्रवर्ती तीन-चार दिनों से लापता है और उनका फोन भी बंद है। हम चाहते हैं कि रिया सामने आएं और जांच में साथ दें। हम उनसे कुछ सवाल करना चाहते हैं। ऐसा नहीं है कि उनके सामने आते ही हम उन्हें सूली पर लटका देंगे।

डीजीपी पांडे ने आगे यह भी कहा कि इमोशनल वीडियो डालने से कुछ नहीं होता। आप अगर सच्चे हैं तो पुलिस से आकर बात करें और सच जानने में उनका साथ दें। उन्होंने रिया चक्रवर्ती से अपील करते हुए कहा कि सुशांत मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस में कोआर्डिनेशन: विनय तिवारी
रविवार को मुंबई हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए आईपीएस विनय तिवारी ने कहा था कि मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस में पूरा कोआर्डिनेशन है। तिवारी ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि कोआर्डिनेशन नहीं हो रहा था। बीते एक सप्ताह से हमारी टीम यहां काम कर रही है। जांच की एक प्रक्रिया होती है और उसका अगला स्टेप सुपरविजन होता है। इसके लिए किसी सीनियर अफसर को आना होता है तो उसी क्रम में मुझे यहां भेजा गया।’

Leave A Reply

Your email address will not be published.