लुधियाना/जालंधर। दिल्ली के सिंघू बार्डर पर कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ संघर्ष कर रहे किसानों ने रविवार को लुधियाना के कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू का जोरदार विरोध किया। जैसे ही बिट्टू सिंघू सीमा पर जन संसद में शामिल होने पहुंचे, किसानों ने विरोध करना शुरू कर दिया। भीड़ ने उनके खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए। विरोध करने वालों ने उनकी कार पर हमला कर दिया और विंडस्क्रीन तोड़ डाली। हमले में उनकी पगड़ी भी उतार दी गई। बड़ी मुश्किल से बिट्टू भीड़ से बाहर निकले। बिट्टू के अलावा सांसद गुरजीत सिंह औजला, विधायक कुलबीर सिंह जीरा और अन्य कांग्रेस नेता भी किसानों के निशान पर आए। तीखा विरोध देख किसी तरह वे बाहर निकले।
बिट्टू बोले- यह शरारती तत्वों का काम, खालिस्तानी झंडे लहराने के लिए दिए जा रहे 1 करोड़
सिंघू बार्डर अपने साथ हुई घटना के बाद कांग्रेस सांसद बिट्टू ने कहा कि यहां शरारती तत्व मौजूद हैं। लोगों के हाथ में खालिस्तानी झंडे हैं। हालांकि इतनी भीड़ में इन लोगों की पहचान करने में किसान नेता भी कुछ खास नहीं कर सकते हैं। इन लोगों को झंडे लहराने के लिए 80 लाख से 1 करोड़ रुपये तक दिए जा रहे हैं। वह तो वैसे भी उनके निशाने पर हैं।
उल्लेखनीय है कि सांसद रवनीत बिट्टू भी दिल्ली में पिछले दो महीने से अपने साथी कांग्रेस सांसदों और विधायकों के साथ कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए धरने पर बैठे हैं। बता दें कि सिंघू सीमा के पास गुरु तेग बहादुर वार मेमोरियल हॉल में हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चादुनी के निमंत्रण पर जन संसद आयोजित की जा रही है। सांसद रवनीत बिट्टू और अन्य कांग्रेस सांसद इसमें भाग लेने के लिए पहुंचे थे।