लखीमपुर हिंसा पर प्रियंका ने मोदी-योगी को घेरा:वाराणसी में बोलीं- देश के गृह राज्यमंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल दिया, जब तक इस्तीफा नहीं होता लड़ते रहेंगे
वाराणसी. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को वाराणसी के जगतपुर में किसान न्याय रैली की। प्रियंका ने अपनी बातों की शुरुआत मां दुर्गा का आह्वान कर किया। कहा, इस देश के गृह राज्यमंत्री के बेटे ने लखीमपुर में अपनी गाड़ी के नीचे छह किसानों को कुचल दिया। यहां के मुख्यमंत्री उस मंत्री (गृह राज्य मंत्री) का बचाव कर रहे हैं, जिसके बेटे ने ऐसा काम किया है। जो प्रधानमंत्री लखनऊ आ सकते थे वो दो घंटे की दूरी पर लखीमपुर नहीं जा सकते उन किसानों के आंसू पोंछने के लिए?
प्रियंका गांधी ने कहा, जब तक गृह राज्यमंत्री का इस्तीफा नहीं हो जाता, हम लड़ते रहेंगे। कहा, मैंने वहां जाने की कोशिश की तो रास्ते में हर तरफ पुलिस की घेराबंदी थी। लेकिन अपराधी को पकड़ने के लिए कोई नहीं निकला। अपराधी को निमंत्रण भेजा कि आकर हमसे बात करिए। क्या किसी देश में ऐसा देखा है कि किसी अपराधी को पुलिस निमंत्रण दे।
और क्या-क्या कहा?
- जब किसान नक्षत्र सिंह के घर गई तो परिवार ने बताया कि उनका बेटा सीमा सुरक्षा बल में दाखिल हुआ है। जब मैं रमन कश्यप पत्रकार के घर गई तो बताया गया कि उन्हें जीप के नीचे कुचला गया। क्योंकि वे सच का वीडियो बना रहे थे। सभी परिवारों ने कहा कि उन्हें सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं है। क्योंकि हमें न्याय दिलाने वाला इस सरकार में नहीं दिख रहा है।
- कोरोना काल में यदि कोई अस्पताल कहता था कि हमारे पास ऑक्सीजन नहीं है तो सरकार उन पर आक्रमण कर रही थी। उसके बाद हाथरस का हादसा हुआ। जिसमें सबने देखा कि सरकार ने अपराधियों पर आक्रमण नहीं किया। हाथरस में सरकार ने पीड़ित परिवार को चिता तक नहीं जलाने दी। उस परिवार ने भी कहा दीदी न्याय चाहिए। लेकिन हम न्याय की आस नहीं रख सकते।
- यह देश नष्ट हो रहा है, इस बात को आप सब लोग पहचानिए। सच्चाई क्या है और उसे बोलने से डर क्यों रहे हैं? समय आ गया है। चुनाव की बात नहीं है, अब देश की बात है। यह देश आपका देश है। भाजपा के नेताओं, मंत्रियों और प्रधानमंत्री की जागीर नहीं है।
- अगर आप जागरूक नहीं बनेंगे और उनकी राजनीति में उलझें रहेंगे तो आप कुछ नहीं बचा पाएंगे। आपको जो आंदोलनकारी और आतंकवादी कहते हैं, उनको न्याय देने के लिए मजबूर करिए। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को जेल में डालिए और मारिए, लेकिन हम डरेंगे नहीं।
- जब तक वह गृह राज्य मंत्री इस्तीफा नहीं दे देता है हम चुप नहीं बैठेंगे। हम कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं, हमने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी है, हम किसी से नहीं डरेंगे।
- सिर्फ एक सवाल अपने मन से सवाल पूछिए। सात साल से जबसे यह सरकार आई है आपके जीवन में तरक्की हुई है कि नहीं हुई है। यदि नहीं हुई है तो हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़िए और जब तक परिवर्तन न हो संघर्ष करते रहिए।
- प्रधानमंत्री ने पिछले साल अपने लिए 2 हवाई जहाज खरीदे। दोनों हवाई जहाज 16 हजार करोड़ रुपए के थे और इस देश की एयर इंडिया को 18 हजार करोड़ रुपए में अपने दोस्तों को बेच दिए। आप लोग समझ सकते हैं कि इस देश में हो क्या रहा है।
- दलित, निषाद और महिला सभी त्रस्त है। लेकिन, मीडिया में हमेशा यही आता है कि हम सभी सुरक्षित हैं। इस देश में दो तरह के लोग सुरक्षित हैं। एक जो भाजपा के नेता हैं और दूसरे जो उनके खरबपति मित्र हैं। बाकी इस देश में किसी धर्म और जाति के लोग सुरक्षित नहीं हैं।
काशी विश्वनाथ की विशेष साधना की, मां दुर्गा से लिया आशीर्वाद
इससे पहले प्रियंका गांधी बाबा विश्वनाथ मंदिर पहुंचीं, जहां उन्होंने षोडशोपचार पूजन किया। प्रियंका ने भगवान शिव को मयूरी इत्र का लेपन किया। इसके बाद मंदिर के सेवायत ने उन्हें त्रिपुंड लगाया। इसके बाद उन्होंने अन्नूपर्णा मंदिर और दुर्गाकुंड स्थित मां कूष्मांडा मंदिर में दर्शन-पूजन किया।
काफिला रोक धूप में खड़े कार्यकर्ताओं से मिलीं प्रियंका
बाबतपुर एयरपोर्ट से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर जाते समय कोइराजपुर में प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं को धूप में फूल-मालाएं लेकर खड़ा देखा। इस पर उन्होंने अपना काफिला रुकवा दिया। युवा कांग्रेस नेता विशाल सिंह विक्कू और उनके साथियों ने गर्मजोशी से प्रियंका गांधी का स्वागत किया। वहीं, प्रियंका गांधी ने सभी का उत्साहवर्धन किया। साथ ही कहा कि 2022 की तैयारी में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए।
औरंगाबाद हाउस के प्रतिनिधि के बगैर काशी में पहली सभा
पूर्व मुख्यमंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी का औरंगाबाद हाउस के नाम से विख्यात घराना पूर्वांचल में कांग्रेस का प्रथम परिवार कहलाता है। पंडित कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र और पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी ने बीते महीने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के खास करीबियों में से एक ललितेशपति त्रिपाठी ने अभी कोई पार्टी जॉइन नहीं की है। यह पहला ऐसा अवसर है जब नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य की पूर्वांचल की जनसभा में औरंगाबाद हाउस का कोई प्रतिनिधि नहीं था।
रैली को सफल बनाने को बड़े नेताओं ने किया था कैंप
रैली को सफल बनाने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के साथ सचिव राजेश तिवारी व बाजीराव खाड़े, पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी, विधायक अनुराधा मिश्र, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, मोहम्मद इमरान प्रतापगढ़ी, पीएल पुनिया वाराणसी में कैंप किए हुए थे। वहीं, स्थानीय स्तर पर पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्र और पूर्व मंत्री व विधायक अजय राय के साथ अन्य नेता जुटे रहे।