हाथरस केस:विक्टिम के भाई ने कहा- अब यूपी में नहीं रहना चाहते, केस दिल्ली ट्रांसफर किया जाए; सीबीआई को एक आरोपी के घर से लाल रंग के दाग लगे कपड़े मिले

मुख्य आरोपी संदीप के पिता ने अपने बेटे और अन्य तीनों आरोपियों को बेकसूर बताया। कहा- हमें रंजिश के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है। सीबीआई जांच से सबकुछ साफ हो जाएगा। हम नार्को टेस्ट के लिए तैयार हैं।

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हाथरस के कथित गैंगरेप और हत्या मामले में सीबीआई जांच जारी है। आज इसका छठवां दिन है। जांच टीम आज अलीगढ़ जेल जाकर आरोपियों से पूछताछ कर सकती है। दूसरी तरफ, विक्टिम के भाई ने शुक्रवार को कहा- हमारा परिवार अब बूलगढ़ी गांव (यूपी) में नहीं रहना चाहता। केस सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया जाए तो बेहतर होगा। हम भी वहां जाकर किराए के मकान में रह लेंगे। हालांकि, परिवार ने प्रशासन की तरफ से मुहैया कराई गई सुरक्षा पर संतोष जाहिर किया।

आरोपियों के परिवार से पूछताछ

गुरुवार को सीबीआई टीम चंदपा कोतवाली और इसके बाद बुलगढ़ी गांव पहुंची। यहां आरोपियों के परिजनों से करीब 4 घंटे पूछताछ की। फोरेंसिक टीम ने मुख्य आरोपी संदीप के कमरे की तलाशी ली। उसका मोबाइल और मार्कशीट भी जब्त किए। इसके बाद बाकी आरोपियों के घर की भी तलाशी ली। इस दौरान एक आरोपी लवकुश के घर से लाल रंग के दाग मिले कुछ कपड़े मिले हैं। टीम इन्हें साथ ले गई। परिजन इसे पेंट के दाग बता रहे हैं।

मुख्य आरोपी संदीप के पिता ने अपने बेटे और अन्य तीनों आरोपियों को बेकसूर बताया। कहा- हमें रंजिश के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है। सीबीआई जांच से सबकुछ साफ हो जाएगा। हम नार्को टेस्ट के लिए तैयार हैं।

पीड़ित की वकील ने भी केस दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की थी
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में हाथरस केस की सुनवाई हुई थी। इस दौरान पीड़ित पक्ष की वकील सीमा कुशवाहा ने केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की थी। सीमा ने कहा था कि जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होना चाहिए।

यह है पूरा मामला?

हाथरस जिले के चंदपा इलाके के बुलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को चार लोगों ने 19 साल की दलित लड़की से कथित गैंगरेप किया था। आरोपियों ने युवती की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़ित की मौत हो गई। चारों आरोपी जेल में हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि दुष्कर्म नहीं हुआ था।

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