मुजफ्फरनगर में BKU की महापंचायत:कल गाजीपुर कूच करेंगे किसान, नरेश टिकैत बोले- भाजपा के लोगों को गांव में नहीं घुसने देंगे
महापंचायत में नरेश टिकैत ने किसानों से गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने की अपील की। उन्होंने कहा, 'आज हम सब घर जाएंगे, क्योंकि गाजीपुर बॉर्डर पर पश्चिमी यूपी के कई जिलों से किसान पहुंच चुके हैं। कल (शनिवार) से सड़कों पर ट्रैक्टर ट्राली की लाइन नहीं टूटेगी।' टिकैत ने कहा कि जिन्हें हमने वोट देकर दिल्ली और प्रदेश की कुर्सी पर बैठाया, अब उन्हें गांव और घर में घुसने नहीं देंगे। उनका साफ इशारा भाजपा की तरफ था।
नई दिल्ली। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर दो महीने से जारी किसानों का प्रदर्शन 26 जनवरी को हिंसा में तब्दील हो गया। इसके बाद, पुलिस ने बॉर्डर खाली कराने की कवायद शुरू कर दी। लेकिन, भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने धरना छोड़ने से इनकार कर दिया। इसके बाद उनके भाई और BKU के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने अपने गृह जिले मुजफ्फरनगर में महापंचायत बुलाई थी।
महापंचायत में नरेश टिकैत ने किसानों से गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘आज हम सब घर जाएंगे, क्योंकि गाजीपुर बॉर्डर पर पश्चिमी यूपी के कई जिलों से किसान पहुंच चुके हैं। कल (शनिवार) से सड़कों पर ट्रैक्टर ट्राली की लाइन नहीं टूटेगी।’ टिकैत ने कहा कि जिन्हें हमने वोट देकर दिल्ली और प्रदेश की कुर्सी पर बैठाया, अब उन्हें गांव और घर में घुसने नहीं देंगे। उनका साफ इशारा भाजपा की तरफ था।
टिकैत बोले- किसान कमजोर नहीं
बालियान खाप के चौधरी और BKU अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि किसान के सम्मान और स्वाभिमान को ठेस पहुंची है। किसान सम्मान चाहते हैं। इसलिए पंचायत का आयोजन किया गया है। 65 दिन तक किसानों की बात नहीं सुनी गई। चार साल हो गया, गन्ने का रेट नहीं बढ़ा। पेमेंट भी बकाया है। गाजीपुर बॉर्डर पर धरना जारी रहेगा, लेकिन इसका फैसला निर्णायक कमेटी लेगी। मैंने धरना खत्म करने की बात कही थी, लेकिन इसमें छेड़छाड़ और गड़बड़ कर दी गई। कौन आदमी भेजे गए? गलत सोच के आदमी क्यों भेजे गए? मारपीट की गई। किसान कमजोर नहीं है। आंदोलन कर रहे किसानों की जान की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है।
किसानों के समर्थन में सियासी दल
टिकैत की महापंचायत में शामिल होने पहुंचे आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने खुद को पूरब का बेटा बताते हुए कहा, ‘हम काले कानून वापस कराकर रहेंगे। अगर राकेश टिकैत की गिरफ्तारी हुई, तो हम भी जेल भर देंगे।’ इधर, शामली जिले में हुई पंचायत में भी गाजीपुर कूच का फैसला लिया गया। किसान नेता सतवीर सिंह पंवार ने कहा, ‘अगर राकेश टिकैत पर हाथ उठाया या उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की गई, तो हम उनके समर्थन में आत्मदाह कर लेंगे।’ कैराना से सपा विधायक नाहिद हुसैन ने भी किसानों से गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने को कहा।
नरेश टिकैत के मंच पर कई नेता
मुजफ्फरनगर में राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष नरेश टिकैत मौजूद रहे। राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी इसमें शामिल हुए। पंचायत में पहुंचे शामली से कांग्रेस के पूर्व विधायक पंकज मलिक ने भाजपा पर किसान आंदोलन को जबरन खत्म कर लोकतंत्र की हत्या कराने का आरोप लगाया।
जाट लैंड लंबे वक्त बाद फिर चर्चा में
महापंचायत की वजह से 2013 के बाद एक बार फिर जाट लैंड में सियासत गर्माई हुई है। इसमें नरेश टिकैत के साथ सपा, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं और कार्यकर्ताओं की भी अच्छी-खासी भीड़ उमड़ी। भीड़ को देखकर पुलिस अलर्ट हो गई है। आसपास के बाजार बंद करा दिए गए और पुलिस स्टेशनों के आसपास नाकाबंदी बढ़ा दी गई। इससे पहले, 2013 में सचिन और सौरभ नाम के दो लड़कों की हत्या के बाद महापंचायत हुई थी। इसके बाद पूरे मुजफ्फरनगर में दंगे हो गए थे। लिहाजा, इस बार ऐहतियात बरतते हुए पूरे रेंज से पुलिस बल बुलाने के साथ यहां पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई है।
गाजीपुर में राकेश टिकैत से मिले जयंत चौधरी
पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर से गुरुवार की रात में प्रदर्शनकारी किसानों को हटाने की कोशिश की थी। लेकिन, BKU के प्रवक्ता राकेश टिकैत प्रदर्शन पर अड़े रहे। शुक्रवार सुबह रालोद नेता जयंत चौधरी यूपी गेट पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘प्रशासन पर किसानों को हटाने का दबाव हो सकता है, लेकिन किसान हटना नहीं चाहते। किसानों का मुद्दा संसद में उठना चाहिए।’
इधर, आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसानों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उधर, दिल्ली सरकार के दूसरे मंत्री सत्येंद्र जैन और विधायक राघव चड्ढा ने सिंघु बॉर्डर पर जाकर व्यवस्थाएं देखीं।
नरेश टिकैत ने किसानों से गाजीपुर जाने की अपील की थी
नरेश टिकैत ने गुरुवार की रात को अपने गांव सिसौली में पंचायत करके किसानों से गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने की अपील की थी। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए किसानों से सभी हाईवे पर टेंट लगाने की बात कही है। ब्रजघाट, डासना और मेरठ-दिल्ली हाईवे पर फोर्स ने डेरा डाल दिया है। बुलंदशहर जिले की सीमाएं सील करते हुए किसानों के मूवमेंट पर रोक लगा दी गई है।
सियासी दलों के समर्थन से बढ़ी BKU की ताकत
टिकैत की तरफ से किसानों से कहा गया है कि महापंचायत में इतनी भीड़ जुट जाए कि सरकार को किसानों की एकता के सामने झुकने को मजबूर होना पड़े। रात भर BKU के असर वाले गांवों में भीड़ जुटाने के लिए बैठकों का दौर चलता रहा। RLD, कांग्रेस और सपा ने महापंचायत को समर्थन देकर BKU की ताकत बढ़ा दी है।