शमी की बेटी ने होली खेली, मौलाना नाराज:कहा- ये शरीयत के खिलाफ और नाजायज; क्रिकेटर को रोकना चाहिए था
क्रिकेटर मोहम्मद शमी के बाद अब उनकी बेटी आयरा से मौलाना नाराज हो गए हैं। शमी की बेटी का होली खेलते हुए फोटो सामने आने के बाद बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा- रंग खेलना शरीयत के खिलाफ और नाजायज है।
मौलाना ने कहा- वह छोटी बच्ची है, ना-समझी में होली खेल गई तो यह गुनाह नहीं है। अगर वह समझदार है। इसके बाद भी होली खेलती है तो यह शरीयत के खिलाफ माना जाएगा।
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष शहाबुद्दीन रजवी ने कहा- पहले भी शमी को नसीहत दी थी, लेकिन उसके बावजूद उनकी बेटी का होली खेलते हुए वीडियो सामने आया।
उन्होंने कहा- शमी समेत सभी परिजन से यह अपील की है कि शरीयत में जो नहीं है, उसको अपने बच्चों को न करने दें।
होली हिंदुओं का बहुत बड़ा पर्व है, लेकिन मुसलमान को रंग खेलने से बचना चाहिए क्योंकि अगर कोई शरीयत को जानते हुए भी होली खेलता है, तो वह गुनाह है।

इससे पहले 2 बार शमी को नसीहत दी थी, उसे जानिए
1.) 6 मार्च : शमी ने एनर्जी ड्रिंक पी तो कहा- शरीयत का पालन करें
चैंपियंस ट्रॉफी-2025 मैच के दौरान मोहम्मद शमी ने एनर्जी ड्रिंक पी थी। इस पर शहाबुद्दीन रजवी ने कहा था- शरीयत के नियमों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है। इस्लाम में रोजा रखना फर्ज है। अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर रोजा नहीं रखता तो वह इस्लामिक कानून के अनुसार गुनहगार माना जाता है।
क्रिकेट खेलना बुरा नहीं है, लेकिन धार्मिक जिम्मेदारियों को भी निभाना चाहिए। मैं हिदायत देता हूं कि शमी शरीयत के नियमों का पालन करें और अपने धर्म के प्रति जिम्मेदार बनें।

2.) 10 मार्च : शमी को शरीयत के उसूलों पर अमल करना होगा
मौलाना शहाबुद्दीन ने टीम इंडिया की जीत पर मुबारकबाद दी। कहा- मैं टीम इंडिया के कप्तान, तमाम खिलाड़ी और मोहम्मद शमी को कामयाबी पर दिल की गहराइयों के साथ बधाई देता हूं। मुबारकबाद देने के बाद मौलाना ने कहा- जो रोजे कजा हो गए हैं, नहीं रख सके, वो रोजे रमजान शरीफ के बाद रख लें।
वो जब अपने घर वापस आएं तो अपने परिवार के लोगों को समझाएं कि शरीयत का मजाक न बनाएं। शमी को शरीयत के उसूलों पर हर हाल में अमल करना होगा, खुदा और रसूल से डरें क्योंकि कयामत के दिन उन्हें हिसाब देना होगा।

शमी के विवाद पर इंजमाम ने कहा था- हमारी टीम खाने-पीने स्क्रीन के पीछे चली जाती थी
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज इंजमाम उल हक ने कहा- खेलते वक्त रोजा छोड़ना कोई वैसी बात नहीं है। मुझे लगता है कि ज्यादा दिक्कत इस बात से हुई कि उसने सार्वजनिक रूप से पानी पी लिया। खेलने के साथ रोजा रख पाना मुश्किल है। हम लोगों का भी अपना अनुभव है। रोजे के दौरान मैच होता था, तो पाकिस्तान टीम वाटर ब्रेक के लिए स्क्रीन के पीछे चली जाती थी।
किसी को खुश करने के लिए ना रोजा रखा जाता और ना ही छोड़ा जाता है। तेज गेंदबाज को सबसे ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में स्पोर्ट्समैन होने के नाते कह रहा हूं कि खेल के दौरान रोजा रखना मुश्किल होता है। मेरा यही मानना है कि सबके सामने खाना-पीना ना करें। अगर शमी स्क्रीन के पीछे पानी पीते तो कोई दिक्कत नहीं होती।
चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में विराट ने शमी की मां के छुए पैर मोहम्मद शमी अमरोहा के रहने वाले हैं। रविवार रात दुबई में जब चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेला जा रहा था, तब शमी की मां भी थीं। खिताब जीतने के बाद शमी अपनी मां को भी ग्राउंड में ले आए।
शमी ने अपनी मां को विराट कोहली से मिलवाया। शमी की मां को देखते ही विराट उनसे मिलने आए। कोहली ने फौरन उनके पैर छुए। मोहम्मद शमी की मां ने कोहली के सिर पर हाथ रखा और आशीर्वाद भी दिया। इसके बाद विराट कोहली ने मोहम्मद शमी की मां के साथ फोटो भी क्लिक करवाया।


14 महीने बाद क्रिकेट में वापसी की शमी 2023 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल के बाद चोटिल हो गए थे। उन्हें एड़ी की सर्जरी करानी पड़ी थी। फिर उन्हें वापसी के लिए 14 महीने का इंतजार करना पड़ा था।