PM का अलीगढ़ दौरा LIVE:मोदी बोले- डबल इंजन सरकार के डबल लाभ का बड़ा उदाहरण है यूपी; 6 पॉइंट्स में गरीब-किसान से लेकर युवाओं के रोजगार तक की बात कही
बहन बेटियों को घर से निकलने में, स्कूल-कॉलेज जाने में डर लगता था। जब तक बेटियां घर वापस नहीं आएं, माता-पिता की सांसे अटकी रहती थीं। कितने ही लोगों को अपना पुश्तैनी घर छोड़ना पड़ा। पलायन करना पड़ा। आज कोई भी अपराधी ऐसा करने से पहले 100 बार सोचता है। योगी जी की सरकार में गरीब की सुनवाई भी है और गरीब का सम्मान भी है।
अलीगढ़. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर के नोड और राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा, मुख्यमंत्री योगी की अगुवाई में उत्तर प्रदेश का काफी विकास हुआ है। यहां देश और दुनिया के हर छोटे-बड़े निवेशक आ रहे हैं। ये तब होता है जब निवेश के लिए जरूरी माहौल बनता है, जरूरी सुविधाएं मिलती हैं। केंद्र और प्रदेश की योगी सरकार मिलकर लोगों को यही सुविधाएं देने का काम कर रही है। आज उत्तर प्रदेश डबल इंजन सरकार के डबल लाभ का एक बहुत बड़ा उदाहरण बन रहा है।
#WATCH | Under Yogi Ji's leadership, Uttar Pradesh has admistered more than 8 cr vaccine doses so far. The State has a record of administering highest doses of vaccines in a day: PM Modi in Aligargh pic.twitter.com/ZD13MeW1vO
— ANI UP (@ANINewsUP) September 14, 2021
मोदी के भाषण की 6 अहम बातें
1. अलीगढ़ हिंदुस्तान की सरहद की रक्षा करेगा : कल तक जो अलीगढ़ लोगों के घरों की सुरक्षा करता था, आज वही अलीगढ़ हिंदुस्तान की सरहदों की रक्षा करेगा। यहां रक्षा उत्पाद बनेंगे। अलीगढ़ नोड में छोटे हथियार, ड्रोन, एयरोस्पेस, मेटल कॉम्पोनेंट्स, डिफेंस पैकेजिंग जैसे उत्पाद बन सकेंगे। इसके लिए नए उद्योग लगाए जा रहे हैं। 100 करोड़ से ज्यादा के निवेश होंगे। ये बदलाव अलीगढ़ और आस-पास के क्षेत्र को एक नई पहचान देगा। मोदी ने कहा, डिफेंस इंडस्ट्री के जरिए यहां के मौजूदा व्यापारियों और MSME को भी फायदा मिलेगा। गरीबों के लिए ये काफी बेहतर अवसर होगा।
2. राष्ट्र के नायक और नायिकाओं से देश की कई पीढ़ियों को वंचित रखा : पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह आज वो जहां कहीं भी होंगे बहुत खुश होंगे। PM मोदी ने बिना नाम लिए कांग्रेस और विपक्षी दलों पर निशाना साधा। कहा, भारत का इतिहास ऐसे राष्ट्र भक्तों से भरा पड़ा है। ऐसे आजादी के दिवानों ने अपना सब कुछ खपा दिया, लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद ऐसे राष्ट्र नायक और नायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित ही नहीं कराया गया। उनकी गाथाओं को जानने से देश की कई पीढ़ियां वंचित रह गईं। 20वीं सदी की उन गलतियों को आज 21वीं सदी में सुधार रहे हैं।
3. पहले पश्चिमी UP के लोग डरकर रहते थे : एक दौर था जब उत्तर प्रदेश में शासन-प्रशासन गुंडो और माफियाओं की मनमानी से चलता था। अब वसूली करने वाले, माफिया राज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं। मैं पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोगों को विशेष तौर पर याद दिलाना चाहता हूं कि इसी क्षेत्र में चार-पांच साल पहले परिवार अपने ही घरों में डरकर जीते थे।
बहन बेटियों को घर से निकलने में, स्कूल-कॉलेज जाने में डर लगता था। जब तक बेटियां घर वापस नहीं आएं, माता-पिता की सांसे अटकी रहती थीं। कितने ही लोगों को अपना पुश्तैनी घर छोड़ना पड़ा। पलायन करना पड़ा। आज कोई भी अपराधी ऐसा करने से पहले 100 बार सोचता है। योगी जी की सरकार में गरीब की सुनवाई भी है और गरीब का सम्मान भी है।
4. किसानों के लिए संभावनाओं के नए द्वार खुले : सरकार छोटे किसानों को ताकत देने के लिए काम कर रही है। डेढ़ गुना ज्यादा MSP दिए जा रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधाओं को बेहतर बनाया गया। किसानों के खाते में 6 हजार रुपए दिए जा रहे हैं। कई योजनाओं से किसानों को मजबूत किया।
UP में पिछले चार सालों में MSP के खरीद पर नए रिकॉर्ड बने हैं। गन्ने के किसानों का भी भुगतान किया गया। आने वाला साल UP के गन्ना किसानों के लिए नए संभावनाओं का द्वार खोलने वाला है। गन्ने से जो इथेनॉल बनता है, इसका ईंधन में प्रयोग बढ़ाया जा रहा है। इसका फायदा पश्चिमी UP के गन्ना किसानों को मिलेगा।
5. शिक्षा और रोजगार पर : राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय आधुनिक शिक्षा का एक बड़ा केंद्र बनेगा। साथ ही देश में डिफेंस से जुड़ी पढ़ाई, टेक्नोलॉजी और मैनपावर बनाने वाला सेंटर भी बनेगा। नई शिक्षा नीति में जिस तरह शिक्षा, कौशल और स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर बल दिया गया है, उससे इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बहुत लाभ होगा। अपनी सैन्य तादाद को मजबूत करने के लिए आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ने के भारत के प्रयासों को ये विश्वविद्यालय गति देगा। इससे यहां के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
6. बचपन की कहानी: अपनी स्पीच के दौरान मोदी ने कहा, “आज बचपन की बात करने का मन कर रहा है। लोग अपने घर की या दुकान की सुरक्षा के लिए अलीगढ़ के भरोसे रहते थे, क्योंकि अलीगढ़ का ताला लगा होता था तो लोग निश्चिंत हो जाते थे। करीब 55-60 साल पुरानी बात है। अलीगढ़ से ताले के एक सेल्समैन थे। एक मुस्लिम मेहरबान थे। वे हर तीन महीने में हमारे गांव आते थे। वो काली जैकेट पहनते थे।’
“मुस्लिम महाशय सेल्समैन के नाते अपना ताला व्यापारियों के पास रखकर जाते थे और तीन महीने बाद फिर आते तो पैसा ले आते थे। अगल-बगल गांवों में भी यही करते थे। मेरे पिताजी से उनकी अच्छी दोस्ती थी। दिनभर जो पैसे वसूल करके लाते थे तो मेरे पिता जी के पास छोड़ देते थे। जब 4-6 दिन के बाद मेरा गांव छोड़कर जाते थे तो फिर पिताजी से पैसे लेकर ट्रेन से निकल जाते थे।’
“हम सीतापुर और अलीगढ़ से बहुत परिचित थे। आंख की बीमारी के ट्रीटमेंट के लिए हमारे गांव का हर आदमी सीतापुर जाता था। दूसरा इन महाशय के कारण अलीगढ़ बार-बार सुनते थे। कल तक जो अलीगढ़ तालों के जरिए घरों, दुकानों की रक्षा करता था, 21वीं सदी में मेरा अलीगढ़ हिंदुस्तान की सीमाओं की रक्षा का काम करेगा। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के तहत यूपी सरकार ने अलीगढ़ के तालों और हार्डवेयर को नई पहचान दिलाने का काम किया है।’
योगी ने कहा- सहारनपुर में महारानी के नाम खुलेगा विश्वविद्यालय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित किया। कहा कि सहारनपुर में भी एक राज्य विश्वविद्यालय प्रस्तावित है। इसे महारानी के नाम पर खोला जाएगा। इसके अलावा मेरठ में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद के नाम पर स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी खोलने जा रहे हैं। योगी ने कहा, 2017 में PM मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी। फरवरी 2018 में मोदी ने पहले इंवेस्टर समिट का उद्घाटन किया था। आज उसका परिणाम है कि देश के अंदर UP में 3 लाख करोड़ का निवेश हुआ। युवाओं को अपने ही घर और जनपद में रोजगार की सुविधा उपलब्ध हो पाई। उसी समय प्रधानमंत्री ने डिफेंस कॉरिडोर का शिलान्यास किया था। आज उसका एक नोड अलीगढ़ में शुरू हो रहा है।
आजादी की लड़ाई में इस क्षेत्र का नेतृत्व करने वाले राजा महेंद्र प्रताप सिंह को कभी याद नहीं किया गया। आज उनकी स्मृति में एक राज्य विश्वविद्यालय खोला जा रहा है। डिफेंस कॉरिडोर और राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय उन्हें आजादी के आंदोलन को हमेशा याद दिलाएगा।
2.5 लाख छात्रों को मिलेगा नए विश्वविद्यालय का फायदा
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला प्रधानमंत्री रखी। इससे अलीगढ़ और आस-पास के करीब 2.5 लाख से ज्यादा छात्रों को सीधे तौर पर फायदा होगा। अभी तक ये छात्र डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा से संबद्ध कॉलेजों में पढ़ते हैं। अब अलीगढ़ में नया विश्वविद्यालय खुलने से इन छात्रों को कई तरह का फायदा मिलेगा। छात्रों को छोटे-छोटे काम के लिए आगरा नहीं जाना पड़ेगा। प्रस्ताव के मुताबिक, राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में कई तरह के प्रोफेशनल कोर्स शुरू किए जाएंगे। इस विश्वविद्यालय से अभी 395 कालेजों को संबद्ध किया जाएगा।
मोदी के दौरे के सियासी मायने
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है। इसके कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। PM मोदी के इस दौरे से BJP ने 100 सीटों पर फोकस किया है। पश्चिमी UP के जाट और OBC वोटर्स को अपने पाले में करने की कोशिश होगी। इसी के साथ UP के विकास का नया मॉडल भी प्रधानमंत्री पेश कर सकते हैं। मोदी के इस दौरे को 3 पॉइंट्स में समझें…
1. राजा महेंद्र सिंह के बहाने जाट वोटर्स को साधने की कोशिश
मुजफ्फरनगर में सरकार के खिलाफ राकेश टिकैत की बड़ी किसान महापंचायत के तुरंत बाद PM मोदी का अलीगढ़ दौरा काफी अहम माना जा रहा है। पश्चिमी UP में किसान आंदोलन के चलते BJP को काफी कमजोर माना जा रहा है। ऐसे समय में प्रधानमंत्री का ये दौरा बड़ी सियासी चाल बताई जा रही है।
प्रधानमंत्री ने अलीगढ़ में राजा महेंद्र सिंह के नाम पर बनने वाली स्टेट यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया। राजा महेंद्र सिंह जाटों के बड़े राजा थे। पश्चिमी UP के जाट वोटर्स के बीच राजा महेंद्र का बड़ा सम्मान है। राजा महेंद्र ने ही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के लिए अपनी जमीन दी थी, लेकिन यूनिवर्सिटी में कहीं भी उनका नाम नहीं था। ऐसे में लंबे समय से जाट वर्ग के लोग AMU का नाम राजा महेंद्र सिंह के नाम करने की मांग कर रहे थे।
पश्चिमी UP में जाटों की मुस्लिम और दलितों के बाद सबसे बड़ी आबादी है। इस इलाके के 5 मंडलों आगरा, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर ,मुरादाबाद और आंशिक रूप से बरेली में जाट बेहद प्रभावी हैं। इतना ही नहीं, इनका असर करीब 100 विधानसभा सीटों पर भी है। PM जाट स्वाभिमान और जाटों के सरोकार का सम्मान करने कै मैसेज देंगे।
2. कल्याण सिंह के बहाने OBC को साधने की कोशिश
हिंदुत्व के फायरब्रांड नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का जन्म भी अलीगढ़ में हुआ था। कल्याण सिंह OBC के बड़े नेता थे। राम मंदिर आंदोलन में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री अपने इस कार्यक्रम के दौरान मंच से कल्याण सिंह का नाम जरूर लेंगे। इसी के साथ वो OBC वोटर्स पर भी निशाना साधेंगे। अलीगढ़ और आस-पास जाटों के साथ ही लोधी वोटर्स का भी बड़ा वर्ग है। कल्याण सिंह लोधी जाति से ही आते थे।
3. ध्रुवीकरण की राजनीति को दे सकते हैं बल
अलीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने से पहले ही हिंदुस्तान का बंटवारा करवाने वाले और पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर बवाल हुआ। सियासी जानकार मानते हैं कि इस विवाद का फायदा BJP को मिल सकता है। भाजपा राजा महेंद्र प्रताप बनाम जिन्ना और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को बीच में घसीटकर ध्रुवीकरण की कोशिश हो सकती है। जिन्ना की तस्वीर आज भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लगी हुई है, जबकि इस यूनिवर्सिटी के लिए जमीन देने वाले राजा महेंद्र सिंह का कहीं नाम तक नहीं है। PM मोदी इशारों-इशारों में इस मुद्दे को भी उठा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो पश्चिमी यूपी में BJP ध्रुवीकरण का बड़ा दांव चल देगी। जिसका फायदा चुनाव में मिल सकता है।