राजस्थान की सियासी उठापटक:वसुंधरा राजे की चुप्पी पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह बोले- मौन की गूंज कभी-कभी शब्दों से भी तेज होती है
शेखावत ने कहा- गहलोत लोकसभा चुनाव में बेटे की हार को पचा नहीं पा रहे लोकसभा चुनाव में शेखावत ने वैभव गहलोत को 2.74 लाख वोटों से हराया था
राजस्थान में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की चुप्पी को लेकर हर कोई चर्चा कर रहा है। केंद्रीय मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि कभी-कभी मौन की गूंज शब्दों से भी तेज होती है। न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में शेखावत ने कहा कि राजस्थान में चल रहे राजनीतिक ड्रामे की स्क्रिप्ट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद लिखी है। इसके जरिए वे अपने अंदरुनी और बाहरी विरोधियों को निशाना बनाना चाहते हैं।
गहलोत अपने बेटे की हार को पचा नहीं पा रहे
शेखावत ने कहा कि मैंने लोकसभा चुनाव में गहलोत के बेटे वैभव को हराया था और मुख्यमंत्री इसे पचा नहीं पा रहे। इसलिए मुझे निशाना बना रहे हैं। लोकसभा चुनाव में शेखावत ने वैभव गहलोत को 2.74 लाख से भी ज्यादा वोटों से हराया था। गहलोत ने शेखावत पर आरोप लगाया है कि वे राजस्थान की सरकार गिराने की साजिश में शामिल हैं।
शेखावत का कहना है कि राजस्थान के राजनीतिक संकट से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं। यह सब गहलोत और सचिन पायलट के बीच की लड़ाई है। गहलोत, पायलट समेत कुछ लोगों को कांग्रेस से निकालना चाहते हैं। इसलिए भाजपा पर दोष मढ़ रहे हैं।
बेनीवाल के आरोप के बाद वसुंधरा ने चुप्पी तोड़ी थी
गहलोत-पायलट की लड़ाई खुलकर सामने आने पर जहां राजस्थान भाजपा के नेता इस मुद्दे पर खुल कर बोल रहे थे, लेकिन वसुंधरा राजे चुप्पी साधे रहीं। करीब एक हफ्ते बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कुछ लोग राजनीतिक घटना पर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। वसुंधरा का जवाब नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल के आरोप के बाद आया। बेनीवाल ने कहा था कि राजे खुद गहलोत की मदद कर रही हैं।