राजस्थान: अब तक 102 विधायक गहलोत आवास में विधायक दल की बैठक में पहुंचे, इनमें 92 कांग्रेसी और 10 निर्दलीय
बैठक में शामिल होने वाले विधायकों को पुलिस एस्कॉर्ट के बीच सुरक्षा में लाया गया महेश जोशी ने कहा- भाजपा सरकारी एजेंसियों का गलत उपयोग कर रही
जयपुर. मुख्यमंत्री गहलोत के आवास पर सोमवार सुबह विधायक दल की बैठक के लिए मंत्री और विधायकों का पहुंचना शुरू हो गया है। बैठक में शामिल होने वाले विधायकों को पुलिस एस्कॉर्ट के बीच सुरक्षा में लाया गया। अब तक करीब 102 विधायक पहुंचने की चर्चा हैं, जिनमें 92 कांग्रेस और 10 निर्दलीय बताए जा रहे हैं।
#WATCH If anyone is upset in family, they should find a solution by sitting with members of the family…On behalf of Congress leadership, including Sonia ji & Rahul ji, I convey that doors of Congress party are always open for Sachin ji or any member: Randeep Surjewala, Congress pic.twitter.com/x4sYvVs4Gk
— ANI (@ANI) July 13, 2020
वहीं, गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, ‘सरकार को कोई खतरा नहीं है। हमें 109 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। जिन विधायकों को भाजपा द्वारा जबरन रोका जा रहा है, वे वीडियो बनाएं और शेयर करें। राजस्थान में कांग्रेस सरकार अपने 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी।’
उधर, कांग्रेस ने साफ किया कि आज की बैठक में शामिल नही होने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान श्रम मंत्री टीकाराम जूली खुद कार ड्राइव कर सीएम हाउस पहुंचे।बानसूर विधायक शकुंतला रावत और रामगढ़ विधायक सफिया जुबेर खान मुख्यमंत्री निवास पहुंचीं।
Over 90 MLAs at Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot's residence in Jaipur, for Congress Legislative Party meeting. The meeting has started: Sources. pic.twitter.com/QrnxjQxUKb
— ANI (@ANI) July 13, 2020
राजनीति के जानकार बताते हैं कि पायलट भले ही दावा करें कि उनके पास 30 विधायकों का समर्थन है। लेकिन, मौजूदा हालात को देखते हुए उनके खेमे में 15 विधायक ही नजर आ रहे हैं। साथ ही, गहलोत सरकार के कद्दावर मंत्री भी बाकी विधायकों से भी संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।
Rajasthan: Income Tax Department conducting raid at Rajiv Arora's Amrapali office in Jaipur. Rajiv Arora is a member of State Congress Office. pic.twitter.com/hVwU0WnEgX
— ANI (@ANI) July 13, 2020
इस बीच, मुख्य सचेतक महेश जोशी का बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारी एजेंसियों का गलत उपयोग कर रही है। सरकार बहुमत में है। उन्हाेंने कांग्रेस नेताओं पर आयकर छापों की आलोचना की।
Sachin Pilot was the rightful candidate for the post of Rajasthan CM but Ashok Gehlot took the charge, a conflict in the party began since then. What's happening today is the result of that conflict. The state government has lost the majority: Rajasthan BJP president Satish Punia pic.twitter.com/WJLPrwIVUh
— ANI (@ANI) July 13, 2020
मुख्यमंत्री आवास में खाने पर 115 विधायक पहुंचने का दावा
मुख्यमंत्री गहलोत ने रविवार रात सरकार के सभी मंत्रियों और विधायकों को सरकारी आवास पर खाने पर बुलाया। कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सरकार के पास पूर्ण बहुमत है। करीब 115 विधायक इस रात्रि भोज में शामिल हुए हैं।
109 MLAs have signed a letter expressing their trust&support to govt led by CM Ashok Gehlot&leadership of Sonia Gandhi ji&Rahul Gandhi ji.Few more MLAs had telephonic conversation with CM&they'll also sign letter of support till morning:#Rajasthan Congress in-charge Avinash Pande pic.twitter.com/pdMVxfrEsM
— ANI (@ANI) July 12, 2020
दावे और सियासी गणित के दो पहलू:
पहला: पायलट का दावा है कि उनके संपर्क में 30 से ज्यादा विधायक हैं। इसे सही मानें तो गहलोत सरकार अल्पमत में आ जाएगी। कांग्रेस के 107 में से 30 विधायक इस्तीफा देते हैं तो सदन में विधायकों की संख्या 170 हो जाएगी। ऐसे में बहुमत के लिए 86 विधायकों की जरूरत होगी। 30 के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के पास 77 विधायक बचेंगे। एक आरएलडी विधायक पहले से उनके साथ है। कांग्रेस की कुल संख्या 78 होगी। यानी बहुमत से 8 कम। उधर, आरएलपी के 3 विधायक मिलाकर भाजपा के पास 75 विधायक हैं। सरकार बनाने के लिए भाजपा को निर्दलीय तोड़ने होंगे। प्रदेश के 13 निर्दलीय विधायकों में फिलहाल 10 कांग्रेस समर्थक हैं। अगर इसमें से भाजपा 8 विधायक अपनी तरफ कर ले तो अपनी सरकार बना सकती है।
दूसरा: पायलट के दावे से अलग अब तक की स्थिति में 15 कांग्रेस विधायक उनके खेमे में होने की संभावना है। अगर यह सभी विधायक इस्तीफा देते हैं तो सदन में विधायकों की संख्या 185 हो जाएगी। फिर बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 93 पर पहुंच जाएगा। मौजूदा समीकरण में गहलोत गुट में 92 कांग्रेस विधायक हैं। एक आरएलडी विधायक उनके साथ हैं और अगर कुछ निर्दलीय गहलोत के साथ रहे तो सरकार सुरक्षित रहेगी।