जोधपुर में सोने की तस्करी की सूचना:वाहनों की चेकिंग कर रहे अफसरों पर व्यापारी के गार्ड ने चलाई गोली, कार में बैठे स्वतंत्र गवाह की पीठ में लगी गोली

डीआरआई की टीम सादी वर्दी में चेकिंग कर रही थी, ऐसे में गार्ड को गफलत हो गई कि वह बदमाश हैं क्योंकि, व्यापारी के पास 5 किलो सोना था और वह गाड़ी में रखा था; इसी से गार्ड को टीम के बदमाश होने की शंका हुई

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जोधपुर। जिले के बिलाड़ा के निकट खारिया मीठापुर में शुक्रवार सुबह सोने की तस्करी की आशंका में जांच करने गई राजस्व खुफिया निदेशालय(डीआरआई) की टीम पर सोने के एक व्यापारी के गार्ड ने गोली चला दी। गोली टीम के साथ गए एक स्वतंत्र गवाह के लगी। गंभीर रूप से घायल गवाह को इलाज के लिए जोधपुर लाया गया है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गोली डीआरआई की टीम को सिविल ड्रेस में देख लूट की गफलत में चली या फिर तस्करों ने जानबूझ कर गोली चलाई।

पुलिस अधीक्षक(जोधपुर ग्रामीण) राहुल बारहठ ने बताया कि डीआरआई की टीम को सूचना मिली थी कि इन दिनों जोधपुर का एक व्यापारी व्यापक स्तर पर बगैर बिल के सोना लेकर आ रहा है। इस व्यापारी के यहां आज जयपुर से सोने की खेप पहुंचने वाली थी। इस पर डीआरआई की टीम ने बर से एक कार का पीछा करना शुरू किया। खारिया मीठापुर और बिलाड़ा के बीच सोना लेकर आ रहे लोगों की इनोवा कार को रूकवाया गया। इस बीच कार में सवार व्यक्ति ने फायर कर दिया। गोली डीआरआई टीम की कार में बैठे स्वतंत्र गवाह सुमेर सैन के जा लगी। गंभीर घायल सुमेर को तुरंत बिलाड़ा स्थित ट्रोमा सेंटर ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के पश्चात उसे जोधपुर रैफर कर दिया गया। बारहठ ने बताया कि गोली चलने की सूचना मिलते ही बिलाड़ा पुलिस थाने की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। घटना स्थल पर पहुंच पुलिस ने गोली चलाने वाले गार्ड मनोहर सिंह व स्वयं को चालक बताने वाले बाबूसिंह व रतन कच्छवाह को गिरफ्तार कर लिया। गार्ड के पास लाइसेंसशुदा पिस्टल मिली है। वहीं कार की तलाशी लेकर उसमें से साढ़े पांच किलोग्राम सोना बरामद किया गया।

लूट की गफलत में चली गोली

बताया जा रहा है कि डीआरआई की टीम के सोना ला रही इनोवा कार को रुकवाते ही सिविल ड्रेस में उसे कुछ लोगों ने घेर लिया। साढ़े पांच किलोग्राम सोना लेकर आ रहे कार में सवार लोगों को लगा कि ये लोग उन्हें लूटने आए है। ऐसे में कार में सवार गार्ड ने एक गोली दाग दी। गोली चलते ही डीआरआई के लोगों ने अपना परिचय दिया। इसके बाद उन्होंने पुलिस बुला तीनों को गिरफ्तार करवा दिया। अब तीनों से पूछताछ की जा रही है। वहीं पुलिस का दावा है कि सोना तस्करी का है। तस्करों ने भागने के लिए गोली चलाई। लेकिन गोली चलाने के बाद डीआरआई टीम के परिचय देते ही वे रूक गए। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि गोली गफलत में चली या फिर जानबूझ कर चलाई गई। जांच में यदि व्यापारी बरामद सोने का बिल पेश नहीं कर पाए तो माना जाएगा कि यह तस्करी का सोना है।
तीन लाख रुपए प्रति किलोग्राम का अंतर
बताया जा रहा है कि बिल के साथ सोना खरीदना इन दिनों व्यापारियों को काफी महंगा पड़ रहा है। एक किलोग्राम सोने में तीन लाख रुपए का अंतर है। ऐसे में कुछ व्यापारी इन दिनों तस्करी का सोना मंगाने को प्राथमिकता दे रहे है। जोधपुर में सोना मुख्य रूप से जयपुर, दिल्ली व मुंबई से आता है। तस्करी का सोना मंगाने वाले व्यापारी अमूमन बिल वाले सोने के साथ ही बगैर बिल का तस्करी का सोना भी मंगाते है। ताकि आसानी से पकड़ में नहीं आए। सोने की इस तस्करी को रोकने के लिए डीआरआई की टीम लगातार जांच में जुटी है।

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