राजस्थान में कोरोना LIVE:RTPCR से पकड़ में नहीं आ रहा है वायरस; 80% केस ए-सिम्प्टोमैटिक, सीटी स्कैन में मिल रहा फेफड़ों में इन्फेक्शन

10 दिन में तीन गुना हो गए नए केस; इस साल पहली बार 1 अप्रैल को 1350 संक्रमित मिले, राजस्थान में सबसे ज्यादा जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर व डूंगरपुर में कोरोना के मरीज

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जयपुर। राजस्थान में कोरोना सुपर एक्टिव मोड में पहुंच गया है। 10 दिन में संक्रमण के केस तीन गुना बढ़ गए। प्रदेश में गुरुवार को 1350 संक्रमित मरीज मिले। 10 दिन पहले यानी 23 मार्च को 480 केस मिले थे। इस दूसरी लहर में चिंताजनक बात यह है कि RTPCR टेस्ट में कोरोना वायरस पकड़ में नहीं आ रहा है। RTPCR रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। जब उनका सीटी स्कैन हो रहा है तो लंग्स में इंफेक्शन सामने आ रहा है यानी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है।

राज्य में करीब 80 प्रतिशत केस ए-सिम्प्टोमैटिक हैं, यानी कई लोगों में सामान्य जुकाम, खांसी, गले में खराश, हाथ-पैर और बदन में दर्द के लक्षण नजर आ रहे हैं, लेकिन जब वे RTPCR टेस्ट करा रहे हैं तो उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। एक्सपर्ट कहते हैं कि कोई ए-सिम्प्टोमैटिक 20 लोगों के संपर्क में आ रहा है तो तय है कि वह 10 को संक्रमित करेगा। इनसे संक्रमण फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है।

जयपुर में एक दिन में केसों का आंकड़ा 242 पहुंचा
प्रदेश में सबसे ज्यादा केस जयपुर, जोधपुर, कोटा, अलवर, उदयपुर और डूंगरपुर में सामने आ रहे हैं। जिस भीलवाड़ा मॉडल की बात करके सरकार वाहवाही लूट रही थी। वहां भी नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं। जयपुर में कोरोना का दोहरा शतक लग गया है। यहां 1 अप्रैल को इस साल के सर्वाधिक 242 पॉजिटिव केस सामने आए।

संक्रमण दर बढ़कर 3% हुई, 10% पहुंचने की आशंका
2020 के नवंबर में कोरोना पीक पर था। तब 24 घंटे में 3000 से ज्यादा केस सामने आए थे। इसके बाद दिसंबर से केस घटना शुरू हुए। इस साल जनवरी में संक्रमण की दर 0.88% थी। अब यह बढ़कर 3% हो गई है। अब 100 सैंपल टेस्टिंग पर 3 पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि कोरोना संक्रमण की यही रफ्तार रही तो जुलाई तक पॉजिटिविटी रेट 10% को पार कर जाएगा।

अभी 10 शहरों में नाइट कर्फ्यू, पाबंदियां बढ़ना तय
सरकार ने 10 शहरों में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। 21 मार्च को पहले 8 शहरों में रात 11 बजे नाइट कर्फ्यू लगाया, फिर मामले बढ़ने पर 10 शहरों में इसे लागू किया गया। मुख्यमंत्री ने अफसरों को लगातार निगरानी के निर्देश दिए हैं। जहां भी मामले बढ़ेंगे, वहां नाइट कर्फ्यू के अलावा दूसरी पाबंदियां लगाने को कहा है।

45 साल से अधिक उम्र वाले 6.45 लाख लोगों का पहले ही दिन वैक्सीनेशन
राजस्थान में 60 साल और उससे ज्यादा उम्र के 6.59 लाख लोगों को वैक्सीन के दो डोज लग चुके हैं। 45 साल से 59 साल की उम्र के लोगों का गुरुवार से वैक्सीनेशन शुरू हुआ है। पहले ही दिन 6.45 लाख लोगों का वैक्सीनेशन हुआ। इस एज ग्रुप के प्रदेश में 2 करोड़ 9 लाख लोग हैं। इस रफ्तार से वैक्सीनेशन हुआ तो महीने भर में सभी को टीका लग सकता है।

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