जयपुर. शहर के कोतवाली थाना इलाके में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। दुष्कर्म के मामले में करीब सात महीनों से फरार चल रहा आरोपी दीपावली की रात को पीड़िता के घर पहुंचा। घर में घुसते ही आरोपी ने कमरे में मौजूद पीड़िता पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी। वारदात के दौरान घर में मौजूद पीड़िता की नाबालिग बच्चे ने लपटों से घिरी मां को बचाने के प्रयास में झुलस गई। दोनों को SMS अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। उधर, घटना का पता चलने पर कोतवाली थाना पुलिस और उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए।
घटना के बाद तत्काल टीमें गठित कर मुख्य आरोपी, उसके दो बड़े भाईयों और बुजुर्ग पिता को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों को रविवार को कोर्ट में पेश कर 18 नवंबर तक रिमांड पर लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। आरोप है कि मुख्य आरोपी के दोनों भाईयों और पिता ने पीड़िता के गर पत्थर फेंके। आरोपी का सहयोग किया जिसकी जांच की जाएगी।
कोतवाली थाना प्रभारी यशवंत सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी रमेशचंद कोली (40), मनमोहन कोली (35), लेखराज कोली (28) है। ये तीनों सगे भाई है। इसके अलावा गिरफ्त में आया चौथा आरोपी कन्हैयालाल कोली (70) है, जो कि तीनों आरोपियों का पिता है। ये सभी गणगौरी बाजार में चौगान स्टेडियम के पास केशव कॉलोनी में रहते हैं। इन सभी के खिलाफ हत्या के प्रयास और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वारदात का मुख्य आरोपी लेखराज कोली है।
दुष्कर्म का केस दर्ज करवाने पर आग लगाने का मामला
जानकारी के मुताबिक, 28 साल के मुख्य आरोपी लेखराज के खिलाफ 37 साल की महिला ने लॉकडाउन के पहले घर में घुसकर दुष्कर्म करने का केस दर्ज करवाया था। इसके बाद आरोपी लेखराज फरार हो गया था। पुलिस भी उसे गिरफ्तार करने में असफल रही। पीड़िता ने बताया कि वह 14 नवंबर को दीपावली की शाम करीब 7:15 बजे को घर पर अकेली थी। उनके पति कॉलोनी में बने मंदिर में दीपक जलाने गए थे।
पहले पेट्रोल उड़ेला, फिर घर में जल रहे दीपक फेंककर आग लगा दी
पीड़िता के मुताबिक, लेखराज घर में घुस गया। उसने मुझ पर पेट्रोल उडे़ल दिया और जलता दीपक मुझ पर फेंककर आग लगा दी और वहां से भाग निकला। इस दौरान मुझे बचाने पहुंची मेरी नाबालिग बेटी भी झुलस गई। इस बीच घर पहुंचे महिला के पति ने पड़ोसियों की मदद से आग को बुझाया। इसके बाद पत्नी व बेटी को SMS अस्पताल में भर्ती करवाया।