राजस्थान कांग्रेस में टूट का डर LIVE / पायलट के साथ 30 कांग्रेसी-निर्दलीय, पर दिल्ली गए दो कांग्रेस एमएलए बोले- आखिरी सांस तक पार्टी के साथ; जयपुर में कल विधायक दल की बैठक
विधायकों की खरीद-फरोख्त की जांच कर रही एसओजी ने पायलट को नोटिस भेजा, पायलट की नाराजगी से राजस्थान में हलचल सूत्रों ने बताया- पायलट के समर्थन में 30 कांग्रेस, कुछ निर्दलीय विधायक; पायलट ने 15 भाजपा विधायकों से संपर्क का दावा किया
जयपुर. विधायकों की खरीद-फरोख्त की जांच कर रही एसओजी के नोटिस के बाद राजस्थान की सियासत में हलचल मच गई है। नोटिस से नाराज डिप्टी सीएम सचिन पायलट और उनके समर्थकों ने सीएम अशोक गहलोत के सामने मुश्किल खड़ी कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, 30 कांग्रेसी विधायक, कुछ निर्दलीय और 15 भाजपा विधायक पायलट के संपर्क में हैं।
खबर ये भी है कि पायलट समेत 12 कांग्रेस और 3 निर्दलीय विधायक के दिल्ली के अलावा हरियाणा के होटलों में हैं। डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत 12 कांग्रेस और 3 निर्दलीय विधायकाें के दिल्ली के अलावा हरियाणा के तावड़ू स्थित एक हाेटल में हाेने की सूचना मिली।
राजस्थान की सियासत के अहम अपडेट्स…
- अशोक गहलोत ने सोमवार सुबह 10.30 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है। सभी विधायकों को जयपुर पहुंचने को कहा गया है।
- केंद्र ने रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन को ऑब्जर्वर बनाकर जयपुर भेजा है। ये यहां पर विधायकों से बातचीत करेंगे।
- ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया- पुराने साथी पायलट को देखकर दुखी हूं, जिन पर गहलोत सरकार ने केस किया। कांग्रेस में काबिलियत की कद्र नहीं।
- कपिल सिब्बल ने अपनी ही पार्टी पर तंज कसा- क्या कांग्रेस तभी जागेगी, जब उसके अस्तबल से घोड़े चले जाएंगे?
- अशोक गहलोत सुबह से अपने आवास पर कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों से मिल रहे हैं। सभी मंत्रियों और विधायकों को कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र को छोड़कर जयपुर पहुंचे।
एसओजी नोटिस पर सीएम बोले- यह सामान्य प्रक्रिया
पायलट के नाराज होने की वजह विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का नोटिस बताया जा रहा है। एसओजी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत अन्य मंत्रियों को भी नोटिस भेजा है।
हालांकि, सीएम ने कहा है कि यह सामान्य प्रक्रिया है। नोटिस के बाद पायलट समर्थक विधायक नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार ने सभी हदें पार कर दी हैं और अब अशोक गहलोत के साथ काम करना असंभव है।
Is #Sachinpilot Will Be Next Scindia ? pic.twitter.com/CMtQWVo4pn
— Rohit kale (@kale_rohit_3303) July 12, 2020
दिल्ली गए दो विधायकों के सुर अलग
दिल्ली गए कांग्रेसी विधायकों दानिश अबरार और रोहित बोहरा ने जयपुर लौटकर कहा कि वे निजी कारणों से दिल्ली गए थे। अगर मीडिया कहता है कि हम इस वजह से वहां गए, या उस वजह से वहां गए.. तो ये हमारी समस्या नहीं है। हम किसी भी विवाद का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं। हम कांग्रेस के िसपाही हैं और आखिरी सांस तक कांग्रेस के साथ रहेंगे।
एसओजी जांच में सामने आई विधायकों को 25 करोड़ देने की बात
- एसओजी के अनुसार उसने अवैध हथियार और विस्फोटक सामग्री की तस्करी से जुड़े मामले में मोबाइल नंबर 9929229909 और 8949065678 को सर्विलांस पर लिया हुआ था।
- सर्विलांस पर लिए गए मोबाइल की बातचीत में सामने आया है कि राज्यसभा चुनाव से पहले सरकार गिराने की साजिश रची गई थी। विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए देने की जानकारी भी सामने आई है।
- विधायकों को पैसा देने के मामले में एसीबी ने शनिवार को तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इनमें महुवा से ओमप्रकाश हुड़ला, अजमेर किशनगढ़ से सुरेश टांक और पाली मारवाड़ जंक्शन से निर्दलीय विधायक खुशवीर सिंह शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर चर्चा- सचिन पायलट अगले सीएम होंगे?
सोशल मीडिया पर सचिन पायलट के अगला सीएम बनने की चर्चा चल रही है। लोग सवाल कर रहे हैं कि पायलट राजस्थान के अगले ज्योतिरादित्य सिंधिया होंगे? क्या राजस्थान में भाजपा की सरकार बन जाएगी?
ये विधायक दिल्ली पहुंचे
सुरेश टांक, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, ओम प्रकाश हुडला, राजेंद्र बिधुड़ी, पीआर मीणा, रोहित बोहरा, चेतन डूडी और दानिश अबरार दिल्ली पहुंचे हैं। बाकी के विधायकों के नाम का पता नहीं चल पाया है। भास्कर से बातचीत में इन विधायकों ने बताया कि वे निजी काम से दिल्ली पहुंचे हैं।
राजस्थान विधानसभा की मौजूदा स्थिति: कुल सीटें: 200
पार्टी | विधायकों की संख्या |
कांग्रेस | 107 |
भाजपा | 72 |
निर्दलीय | 13 |
आरएलपी | 3 |
बीटीपी | 2 |
लेफ्ट | 2 |
आरएलडी | 1 |
राजस्थान की विधानसभा में दलीय स्थिति को देखें तो कांग्रेस के पास 107 विधायकों का समर्थन है। इसके अलावा, सरकार को 13 निर्दलीय और एक राष्ट्रीय लोकदल के विधायक का भी समर्थन है। गहलोत सरकार के पास 121 विधायकों का समर्थन है। उधर, भाजपा के पास 72 विधायक हैं। बहुमत जुटाने के लिए कम से कम 29 विधायक चाहिए।