बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक तांत्रिक ने 8 साल की बच्ची के साथ खुद को जिंदा जला लिया। घटना में दोनों की मौत हो गई। तांत्रिक ने इस तरह की घटना को अंजाम क्यों दिया? फिलहाल इस बात का पता नहीं लग सका है। घटना बाड़मेर के बाखासर थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह 10 बजे हुई।
राजस्थान के बाड़मेर जिले (Barmer News) में बाखासर थाना क्षेत्र के सुजों का निवाण गांव में पाकिस्तान से 6 साल पहले आये एक तांत्रिक (Tantric ) युवक ने नाबालिग बालिका को जिंदा जला (Burnt Alive) खुद भी आग में कूद गया. जिससे दोनों की गंभीर रूप से जल जाने से मौके पर ही मौत हो गई. सुजों का निवाण निवासी रामचंद्र पुत्र भोजाराम जाति भील ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 10:00 बजे मेरी पुत्री मंजू एवं उसके मामा की लड़की घर से करीब आधा किलोमीटर दूर हमारे रिश्तेदारों के घर से छाछ लेने के लिए निकली थी.
वापस आते समय रास्ते में पहले से तैयारी करके बैठे किस्तुराराम पुत्र जोगाराम ने नाबालिग पुत्री मंजू का हाथ पकड़कर खोदे गए गड्ढे में कूद गया, जिसमें भरे हुए घास फूस में आग लगा दी, जिससे दोनों गंभीर रूप से जल गए एवं दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. मंजू एवं किस्तुराराम को जलते देख उसके साथ गई उसके मामा की 8 वर्षीय लड़की ने घर आकर घटना (Rajasthan Crime) की जानकारी दी.
सूजो का निवाण गांव में रहने वाले बच्ची के पिता रामचंद्र ने बताया कि उनकी बेटी अपनी ममेरी बहन के साथ घर से करीब आधा किलोमीटर दूर रिश्तेदार के घर गई हुई थी। वहां से लौटते समय तांत्रिक किस्तुराराम (40) ने जबर्दस्ती बच्ची का हाथ पकड़ लिया। इसके बाद वह पहले से चिता की तरह तैयार गड्ढे में कूद गया और दोनों को आग लगा ली।
परिजन के पहुंचने से पहले ही हुई मौत
बच्ची और तांत्रिक को जिंदा जलता देख उसकी ममेरी बहन ने परिजन को जानकारी दी। लेकिन जब तक परिजन मौके पर पहुंचे, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
आरोपी का दिमागी संतुलन ठीक नहीं था
तांत्रिक किस्तुराराम ने गड्ढे में घास-फूस भरकर चिता जैसी तैयारी कर रखी थी। पुलिस को तांत्रिक के घर पर भी उसी तरह गड्ढे में बनी चिता मिली है। स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला है कि आरोपी का दिमागी संतुलन ठीक नहीं था। वह तंत्र-मंत्र भी करता था।
जानकारी मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे तब तक दोनों की जलने से मौत हो चुकी थी. सूचना मिलने पर बाखासर पुलिस मौके पर पहुंची एवं किस्तूराराम के परिजनों से पूछताछ करने पर मिली जानकारी से पता चला कि किस्तुराराम के दिमागी संतुलन सही नहीं होने के कारण उसने इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सुपुर्द किया तथा मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया. वह इस पूरे मामले में बाड़मेर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा का कहना है कि जब हमने आरोपी के घर की तलाशी ली तो उसमें कुछ तंत्र-मंत्र का सामान मिला प्रथम दृष्टया यह मामला तांत्रिक विद्या या इससे जुड़े होने का लग रहा है.
इन तमाम बातों की को लेकर मामला दर्ज कर दिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है. इसमें और जो भी इससे संबंधित बातें सामने आएगी या कोई व्यक्ति और होंगे उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल मामले की जांच बाखासर पुलिस द्वारा की जा रही है. मामले की जांच बाखासर थाना अधिकारी निम्बसिंह भाटी कर रहे हैं तथा घटना की जानकारी मिलने पर चौहटन वृताधिकारी नारायण सिंह रावलोत भी मौके पर पहुंचे एवं घटना की जानकारी ली.