हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर से हिरासत में लिए गए किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल रिहा हो गए। शुक्रवार को पंजाब पुलिस व प्रशासन की किसान नेताओं से मीटिंग हुई। जिसमें पुलिस ने डल्लेवाल को रिहा करने की बात मान ली। इसके बाद देर शाम डल्लेवाल लुधियाना के DMC अस्पताल से बाहर आए।
उन्होंने बाहर आने के बाद कहा कि जिस वार्ड में मुझे रखा गया, वहां मोबाइल तक ले जाने की इजाजत नहीं थी। अगर मुझे मरणव्रत पर नहीं बैठना होता तो पुलिसवालों की चाय पी लेता।
मुझे इमरजेंसी वार्ड में रखा गया था। मेरा किसी तरह का ब्लड नहीं लिया। शुगर का भी चेकअप नहीं हुआ। मैंने चेकअप करने भी नहीं देना था। हालांकि, डॉक्टर वार्ड में लेकर जरूर आए थे। अगर मेरी सेहत का इतना ख्याल था तो फोन जब्त क्यों किया। वार्ड में आए दूसरे मरीजों को भी फोन नहीं लाने दिया। मुझे नजरबंद रखा गया।
मेडिकल बुलेटिन जारी करने वाले डॉक्टरों को मेरे सामने लाओ कि मेरा मेडिकल कहां हुआ है। कब मेरे टेस्ट हुए। मुझे इस दौरान कई बार कहा गया कि अनशन छोड़ दो। मेरे साथ सबसे ज्यादा बुरा यह हुआ कि दूसरे मरीजों को परेशान किया। आंदोलन को रोकने के लिए ये सब किया गया।
आज जब मुझे रिहा होना था तो इससे पहले अस्पताल की महिला स्टाफ ने मुझे पोते का वीडियो दिखाया। इस पर उस बेचारी का नंबर लग गया कि उसने उसने मुझे वीडियो क्यों दिखाया। इसके बाद डल्लेवाल किसान नेताओं के साथ खनौरी बॉर्डर रवाना हो गए।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल खनौरी बॉर्डर पर मोर्चे में शामिल होंगे। उनका मरणव्रत जारी रहेगा। डल्लेवाल के आने के बाद एक दिसंबर के प्रदर्शन को लेकर फैसला होगा।
दरअसल, 26 नवंबर को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत शुरू करना था। इससे पहले रात 2 बजे पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें खनौरी बॉर्डर पर टेंट से हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें लुधियाना के DMC अस्पताल ले जाया गया था।
इसके बाद किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर मीटिंग की। जिसमें फैसला हुआ कि पूर्व सैनिक सुखजीत सिंह हरदो झंडे खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठेंगे। आज उनके मरणव्रत का चौथा दिन है।
IG बोले- पंजाब सरकार को डल्लेवाल की चिंता थी
किसान नेताओं से मीटिंग के बाद IG जसकरण सिंह ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल को लुधियाना DMC अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा रहा है। जल्द ही किसान नेता उन्हें खनौरी बॉर्डर लेकर आ जाएंगे। पंजाब सरकार को डल्लेवाल की सेहत की चिंता थी। किसानों को रिक्वेस्ट की गई है कि किसी भी स्टेज पर कोई दिक्कत आए तो मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।
एक दिसंबर को भगवंत मान के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे
एक दिन पहले किसानों ने 1 दिसंबर को संगरूर में सीएम भगवंत मान के खिलाफ प्रदर्शन करने का फैसला लिया था। उनका आरोप है कि उनकी लड़ाई 10 महीने से केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ चल रही थी, लेकिन पंजाब सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया।
किसान नेताओं ने कहा कि वरिष्ठ किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में लेने से यह साफ हो गया है कि केंद्र सरकार की तरह पंजाब सरकार भी आंदोलन को दबाने में लगी हुई है। सीएम भगवंत मान पहले कहते थे कि मैं किसानों का वकील हूं। मैं किसानों की तरफ से बोलता हूं। इसके साथ ही उन्होंने किसानों के मुद्दों को हल करवाने के लिए चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों को बुलाया था। अब सीएम को बताना चाहिए कि उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर अब तक केंद्र से क्या चर्चा की है।