राणा ने अपने ग्रुप में दविंदर बंबीहा, नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया, कौशल चौधरी, गौंडर और शेरा खुब्बन को भी साथ में बताया है। सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को शाम साढ़े 5 बजे मानसा के जवाहरके में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी।
यह कहा भूप्पी राणा ने
भूप्पी राणा ने लिखा कि मूसेवाला का मानसा में कत्ल कर दिया गया। पंजाबी इंडस्ट्री में जट्ट की तूती बोलती थी। लॉरेंस और गोल्डी बराड़ झूठे फेम के लिए कहते हैं कि मूसेवाला ने गुरलाल बबराड़ और विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में बंबीहा ग्रुप की मदद की। यह बात झूठी है। हम जो भी करते हैं, अपने दम पर करते हैं। लॉरेंस ग्रुप जो भी करता है, उसे अपने मरे लोगों के साथ जोड़ देता है। जिसने भी मूसेवाला को मरवाने में मदद की, एक-एक से हिसाब लिया जाएगा। सिद्धू के परिवार, दोस्त और प्रशंसकों से हमारी हमदर्दी है। हम सिद्धू को वापस नहीं ला सकते लेकिन मौत का बदला जरूर लेंगे।
लॉरेंस गैंग का कट्टर दुश्मन भूप्पी राणा
भूप्पी राणा गैंग और लॉरेंस गैंग में कट्टर दुश्मनी है। उनके बीच जेल के अंदर तक मारपीट हो चुकी है। भूप्पी राणा पर हरियाणा और पंजाब में कत्ल समेत कई अपराधों के 25 से ज्यादा केस दर्ज हैं।
अकाउंट वैरिफाइड नहीं लेकिन गैंगस्टरों का यही तरीका
जिन सोशल मीडिया अकाउंट्स से अब मूसेवाला के कत्ल का बदला लेने की धमकी दी जा रही है, वह वैरिफाइड नहीं हैं। हालांकि गैंगस्टरों और खासकर बंबीहा ग्रुप का यही तरीका है। हर बार कत्ल की जिम्मेदारी लेने या धमकी देने के लिए वह नया अकाउंट बना लेते हैं। पुलिस के अफसर भी मानते हैं कि गैंगस्टर ट्रैक होने के डर से एक ही अकाउंट इस्तेमाल नहीं करते।