बटाला में पुलिस की तरफ से किए गए फर्जीवाड़े का संज्ञान लेते हुए डीजीपी ने कार्रवाई के आदेश दिए हैं। दरअसल, एक डिजिटल मीडिया के कर्मचारी और उसकी पत्नी ने पड़ोस में रह रहे रिटायर्ड बैंक मैनेजर को पानी की लीकेज ठीक कराने की बात कही थी। इस पर भड़के पूर्व बैंक अधिकारी ने पत्रकार पर गोलियां चला दी। बाद में जब बात पुलिस तक पहुंची तो पुलिस ने जांच में आत्मरक्षा में हवाई फायर किए जाने की कहानी बना उल्टा पत्रकार पर ही कर्फ्यू के उल्लंघन का मामला दर्ज कर डाला। यह मामला डीजीपी दिनकर गुप्ता के संज्ञान में भी आया तो उन्होंने एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसी बीच पीड़ित पत्रकार की पत्नी जांच अधिकारी पर भरोसा नहीं होने की बात कहते हुए न्याय के लिए आत्महत्या की धमकी दी है।
घटना 27 मार्च की है। मोनिका कटोच ने बताया कि उस दिन मोनिका का पति केवल कटोच और भाई पड़ोस में रहते रिटायर्ड बैंक मैनेजर रमेश कुमार को उसकी लीक पानी की पाइप से हो रही परेशानी पर बात करने गए थे। इस दौरान भड़क गए रमेश कुमार ने दोनों की जान लेने के इरादे से पिस्तौल से गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस संबंध में केवल ने पुलिस को शिकायत की तो मौके पर पहुंचे एसपी जसबीर सिंह राय इंसाफ का आश्वासन दिया।
हैरानी तो तब हुई, जब कुछ ही घंटों में पुलिस ने थाना सिविल लाइन मे उसके उल्टा केवल के खिलाफ ही कर्फ्यू के उल्लंधन का फर्जी मामला दर्ज कर दिया। रमेश कुमार पर भी इरादा-ए-कत्ल की कार्रवाई करने की बजाय फायरिंग को आत्मरक्षा में बदल दिया। एसएसपी उपिंदरजीत सिंह घुम्मन खुद यह बात कह रहे हैं कि रिटायर्ड बैंक मैनेजर रमेश कुमार ने छत पर चढ़कर सिर्फ एक हवाई फायर किया था, जबकि हकीकत कुछ और ही है। गोलियों के निशान गली में एक घर की दीवार करीब 5-6 फीट की ऊंचाई पर खिड़की के कांच में साफ नजर आ रहे हैं। अगर इन निशानों पर गौर किया जाए तो साफ है कि पुलिस ने झूठी कहानी बनाई है।
उधर पीड़ित पत्रकार परिवार का यह भी आरोप है कि पुलिस ने इस केस में मोटे पैसे खाकर जान लेने की कोशिश करने वाले रमेश कुमार को बचाया है। अब वह खुल्लम-खुल्ला उन्हें धमका रहा है कि उसके पास बहुत पैसे हैं, पैसे वाले का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
एक महीने बाद भी न्याय नहीं मिलने के चलते पत्रकारकेवल कटोच की पत्नी मोनिका ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर पुलिस को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है कि अगर रमेश कुमार पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज नहीं किया तो वह बच्चों के साथ एसएसपी दफ्तर के बाहर आत्महत्या कर लेगी। मोनिका ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को भी मेल भेजकर इंसाफ की मांग की है। इस पर डीजीपी दिनकर गुप्ता ने इस सारे मामले में एसएसपी को जांच करने के आदेश दिए हैं।
इस मामले में एसएसपी उपिंदरजीत सिंह घुम्मन ने कहा है कि इस सारे मामले की जांच एसपी जसबीर सिंह राय को सौंप दी है। वहीं रविवार को मोनिका कटोच ने कहा है कि उन्हें एसपी जसबीर सिंह राय पर भरोसा नहीं है। इस मामले की जांच किसी और पुलिस अधिकारी से कराई जाए। जब गोली चली, तब भी यही एसपी मौका देखकर गए थे और उल्टा उसके पति पर ही केस दर्ज कर लिया गया।