संगरूर हार के बाद ‘बदलाव’ का दबाव:पंजाब बजट में शिक्षा और सेहत पर फोकस; इन्हें सुधारने का वादा कर AAP सत्ता में आई
सरकारी स्कूलों में अस्टेट मैनेजर नियुक्ति होंगे। जो स्कूल में सफाई, टॉयलेट, पेयजल, रंग-रोगन, पंखों की मरम्मत आदि काम देखेंगे। स्कूल प्रिंसिपल या टीचर यह काम नहीं करेंगे। इसके लिए 123 करोड़ रुपए रखे गए हैं। टीचर, प्रिंसिपल और हेड मास्टर को देश-विदेश में एक्सपर्ट एजेंसी और इंस्टीट्यूशंस से शॉर्ट और मिड टर्म कोर्स कराएंगे। इस पर 30 करोड़ खर्च होंगे।
चंडीगढ़। संगरूर में लोकसभा का उपचुनाव हारी आम आदमी पार्टी पर ‘बदलाव’ दिखाने का दबाव है। इसकी छाप CM भगवंत मान की अगुआई वाली सरकार के पहले बजट में साफ दिखी। जिसमें सबसे ज्यादा फोकस शिक्षा और सेहत पर करना पड़ा। इन्हीं दोनों के सिस्टम को सुधारने के लंबे-चौड़े वादे कर AAP पंजाब की 117 में से 92 सीटें जीत सत्ता में आई है। सरकार ने 2022-23 के लिए शिक्षा का बजट 16% और सेहत का 24% बढ़ा दिया।
ऐसे सुधरेगी स्कूली शिक्षा
- सरकारी स्कूलों में अस्टेट मैनेजर नियुक्ति होंगे। जो स्कूल में सफाई, टॉयलेट, पेयजल, रंग-रोगन, पंखों की मरम्मत आदि काम देखेंगे। स्कूल प्रिंसिपल या टीचर यह काम नहीं करेंगे। इसके लिए 123 करोड़ रुपए रखे गए हैं।
- टीचर, प्रिंसिपल और हेड मास्टर को देश-विदेश में एक्सपर्ट एजेंसी और इंस्टीट्यूशंस से शॉर्ट और मिड टर्म कोर्स कराएंगे। इस पर 30 करोड़ खर्च होंगे।
- ट्रांसफर पॉलिसी, स्मार्ट स्कूल पॉलिसी, पढ़ो पंजाब-पढ़ाओ पंजाब, इंग्लिश बूस्टर क्लब के असर और रिजल्ट का विश्लेषण होगा। इसके लिए CRRID, IDC, पंजाब यूनिवर्सिटी, NCERT, NIEPA जैसी संस्थाओं की मदद ली जाएगी।
Punjab Finance Minister #HarpalSinghCheema will present the Mann government's first budget in a while#budget #Punjab pic.twitter.com/24AtRVcuPv
— Reema (@_R_E_EM_A) June 27, 2022
- 100 स्कूलों को ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ के तौर पर डेवलप किया जाएगा। यह स्कूल प्री-प्राइमरी से 12वीं तक होंगे। डिजिटल क्लासरूम, उपकरणों से लैस लैब, वोकेशनल ट्रेनिंग के जरिए स्टूडेंट्स को वर्ल्ड लेवल के कंपीटिशन के लिए तैयार किया जाएगा। इस पर 200 करोड़ खर्च होंगे।
- 500 सरकारी स्कूलों में आधुनिक डिजिटल क्लासरूम बनाए जाएंगे। इस पर 40 करोड़ खर्च होंगे। इससे अध्यापक और एडवाइजर दूरदराज से स्टूडेंट्स के साथ बातचीत कर सकेंगे।
- 424 करोड़ से सरकारी स्कूलों का बुनियादी ढांचा अपग्रेड होगा। 2728 ग्रामीण और 212 शहरी स्कूलों में चारदीवारी बनेगी। 2310 ग्रामीण और 93 शहरी स्कूलों में चारदीवारी की रिपेयरिंग होगी।
- 23 करोड़ से सरकारी स्कूलों में पहली से 8वीं तक के सभी स्टूडेंट्स को यूनिफॉर्म दी जाएगी। पहले यह लाभ सिर्फ SC, ST और BPL फैमिली के बच्चों को मिलता था।
- सरकारी स्कूलों में पंजाब नौजवान उद्यमी प्रोग्राम शुरू होगा। इसमें 11वीं क्लास के बच्चे स्टार्टअप को लेकर अपने सुझाव दे सकेंगे। उन्हें 2 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इसके लिए 50 करोड़ रुपए रखे गए हैं।
सेहत में बदलाव के लिए यह कदम
- सेहत बजट को पिछले साल यानी 2021-22 के मुकाबले 23.80% बढ़ाकर 4731 करोड़ किया गया है।
- इस साल के अंत तक 77 करोड़ से 117 मोहल्ला क्लीनिक बनेंगे। 75 इसी 15 अगस्त से काम करना शुरू कर देंगे।
- सरकारी अस्पतालों की स्थिति पर नजर रखने और उसे दूर करने के लिए एस्टेट मैनेजमेंट यूनिट बनाई जाएगी। पहले इसे सरकार चलाएगी। फिर किसी एजेंसी को दिया जाएगा।
- 2 साल में पटियाला और फरीदकोट में सरकारी सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल बनाए जाएंगे। 2027 तक 3 और ऐसे अस्पताल बनेंगे।
- दिल्ली की फरिश्ते स्कीम पंजाब में लागू होगी। जख्मी को अस्पताल ले जाने वाले को सरकार सम्मानित करेगी। जख्मी का अस्पताल में मुफ्त इलाज होगा।
यह सब खर्च कहां से आएगा
वित्त मंत्री हरपाल चीमा का दावा है कि सरकार की इनकम 2021-22 के मुकाबले 17.08% बढ़ेगी। जिससे खजाने में 95,378 करोड़ रुपए अधिक आएंगे। नई एक्साइज पॉलिसी से 9,648 करोड़ की कमाई होगी। जो पिछले साल के मुकाबले 56% ज्यादा है। GST वसूली कमियां दूर कर 27% इनकम बढ़ेगी। जिससे खजाने में 4,350 करोड़ रुपए आएंगे। गैर टैक्स स्रोतों से 636 करोड़ की इनकम के साथ 11% बढ़ोतरी की उम्मीद है। इसमें माइनिंग भी शामिल है। केंद्रीय टैक्स से 14757 और केंद्र से ग्रांट इन एड से 28,731 करोड़ आने का अनुमान है।