खेती बचाओ यात्रा का दूसरा दिन:राहुल गांधी ने फिर साधा केंद्र पर निशाना; कहा-अडानी और अंबानी देश के अन्न पर कब्जा करना चाहते हैं, कांग्रेस इसे होने नहीं देगी

संगरूर के कस्बा भवानीगढ़ की अनाज मंडी में होगा राहुल गांधी की रैली का आयोजन, सीएम कैप्टन अमरिंदर समेत कई दिग्गज हुए शामिल राहुल गांधी ने आज अपने भाषण में किसान के मुद्दों के साथ नोटबंदी और जीएसटी को भी तवज्जो दी

संगरूर. नए कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। खेती बचाओ यात्रा (जनसभा और ट्रैक्टर मार्च) के दूसरे दिन आज संगरूर के कस्बा भवानीगढ़ की अनाज मंडी में राहुल गांधी ने कहा कि आज मसला किसान और मजदूर का नहीं, बल्कि पूरे देश का है। अडानी और अंबानी देश के अन्न पर कब्जा करना चाहते हैं। इन्हीं के साथ मिलकर केंद्र की मोदी सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों के जरिये लोगों खासकर किसानों की आजादी को छीनने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस इसे होने नहीं देगी।

कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को दूसरे दिन पंजाब में अपनी ट्रैक्‍टर यात्रा में केंद्र सरकार पर फिर जमकर निशाना साधा। राहुल की यात्रा में किसान मजदूर आदती एकता पर जोर दिया जा रहा है। वैसे, राहुल की दूसरे दिन की यात्रा में पंजाब कांग्रेस में सिद्धू को लेकर भी बड़े संकेत मिले। पहले दिन यात्रा में शामिल सिद्धू आज नजर नहीं आए। यात्रा की शुरूआत पर हुई रैली में अन्‍य नेताओं के साथ हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा तो आए, लेकिन सिद्धू नहीं पहुंचेे।  इससे सिद्धू को लेकर कयासबाजी फिर तेज हो गई है।

यात्रा की दूसरे दिन की शुरूआत पर आयोजित रैली में राहुल गांधी ने कहा, आज मसला किसान और मजदूर का नहीं बल्कि पूरे देश का है। अडानी और अंबानी देश के अन्न पर कब्जा करना चाहते हैं। राहुल ने कहा, तीन कृषि कानूनों के जरिये लोगों खासकर किसनों की आजादी को छीनने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस इसे होने नहीं देगी।

राहुल गांधी ने आज अपने भाषण में किसान के मुद्दों के साथ नोटबंदी और जीएसटी को भी खासा तवज्जो दी। उन्‍होंने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी ने देश के लोगों व अर्थव्‍यवस्‍था को बहुत नुकसान पहुंचाया। नोटबंदी बड़ा घोटाला था। अब तीन कृषि कानूनों के जरिये केंद्र की भाजपा सरकार किसानों को बर्बाद करना चाहती है। राहुल गांधी ने कहा कि आज ज्यादा साइलोज, मंडी बनाने की जरूरत है। पीडीएस सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत है। लेकिन, पीएम नरेंद्र मोदी ऐसा नहीं कर रहे हैं। वह अडानी और अंबानी के लिए जमीन साफ कर रहे है।

राहुल की खेती बचाओ यात्रा में किसानों, मजदूरों और आढ़तियों की एकता पर जोर दिया जा रहा है। सोमवार को यात्रा के दूसरे दिन की शुरुआत से पहले रैली में पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुनील जाखड़ और अन्‍य नेताओं के साथ हरियाणा राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा तो आए, लेकिन सिद्धू नहीं पहुंचे।

राहुल गांधी ने आज अपने भाषण में किसान के मुद्दों के साथ नोटबंदी और जीएसटी को भी तवज्जो दी। उन्‍होंने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी ने देश के लोगों व अर्थव्‍यवस्‍था को बहुत नुकसान पहुंचाया है। नोटबंदी बड़ा घोटाला था। अब तीन कृषि कानूनों के जरिये केंद्र की भाजपा सरकार किसानों को बर्बाद करना चाहती है। राहुल गांधी ने कहा कि आज ज्यादा साइलोज, मंडी बनाने की जरूरत है। पीडीएस सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत है। लेकिन, पीएम नरेंद्र मोदी ऐसा नहीं कर रहे हैं। वह अडानी और अंबानी के लिए जमीन साफ कर रहे हैं।

दूसरी ओर, नवजोत सिंह सिद्धू के दूसरे दिन राहुल गांधी की ट्रैक्‍टर यात्रा ओर कांग्रेस के मंच से गायब होने से कयासबाजी शुरू हो गई है। नवजोत सिद्धू आज संगरूर में कांग्रेस के मंच से गायब रहे। कल मोगा में जिस प्रकार से उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनकी सरकार पर हमला किया था, उससे राहुल खिन्न हो गए थे। माना जा रहा है कि इसीलिए आज सिद्धू को आज बुलाया ही नहीं गया।

राहुल गांधी ने कहा कि कुछ पूंजीपति किसानों की जमीन और फसल को हथियाना चाहते हैैं। नरेंद्र मोदी ने पहले ही नोटबंदी व जीएसटी के बाद रोजगार देने वाला सिस्टम खत्म कर दिया है। आने वाले समय में देश में रोजगार देने वाला सिस्टम पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी को अडानी व अंबानी जैसे पूंजीपति कठपुतली की तरह नचा रहे हैं।

राहुल ने पूछा कि जब देश में कोरोना संकट है तो ऐसे में तत्काल कृषि कानून लाने की क्या जरूरत थी। इन पर बहस क्यों नहीं की गई। केंद्र सरकार दावा कर रही है कि यह कानून किसानों के हित में हैं, अगर वाकई ऐसा है तो देश को अन्न सुरक्षा प्रदान करने वाले पंजाब व हरियाणा के किसान इनका विरोध क्यों कर रहे हैं? राहुल गांधी ने कहा, आज मसला किसान और मजदूर का नहीं बल्कि पूरे देश का है, क्योंकि अडानी और अंबानी देश के अन्न पर कब्जा करना चाहते है।

राहुल गांधी की रैली के लिए लोगों में दिखा उत्साह

राहुल गांधी रैली के लिए इलाके के लोगों, खासकर महिलाओं में भारी उत्साह देखने को मिला। राहुल का भाषण सुनने के लिए यहां सुबह से ही लोग अपने ट्रैक्टरों और पार्टी की तरफ से मुहैया करवाई बसों में पहुंचते देखे गए। दूसरी तरफ इस रैली को लेकर प्रशासन की तरफ से भी पूरी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। यहां प्रदेश के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत कई दिग्गज जनसभा और ट्रैक्टर मार्च का हिस्सा बनेंगे।

कैप्टन बोले-सुप्रीम कोर्ट जाना पड़े तो भी पीछे नहीं हटेंगे

रैली में पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए पंजाब विधानसभा की बैठक बुलानी पड़े या सुप्रीम कोर्ट जाना पड़े हम हर कदम उठाएंगे। कैप्टन ने कहा कि अगर अडानी और अंबानी आए तो आज जो हाल मक्की की हो रही है, वही हाल गेहूं और चावल की हो जाएगी। आढ़ती और किसान के 60 साल पुराने रिश्ते को खत्म किया जा रहा है।

अनाज मंडी में रैली से पहले की गई तैयारियां। हर तरफ बैरिकेडिंग की गई थी।
अनाज मंडी में रैली से पहले की गई तैयारियां। हर तरफ बैरिकेडिंग की गई थी।

रैलीस्थल पर की गई थी ऐसी व्यवस्था

  • अनाज मंडी में रैली वाली जगह के आसपास हर तरफ बैरिकेडिंग की गई थी। हर व्यक्ति को अंदर जाने के लिए पहले मैटल डिटेक्टर से गुजरना पड़ रहा था।
  • अगली एंट्री पर सेहत कामगारों की टीम हर व्यक्ति के हाथ सैनेटाज करवाने के साथ-साथ नॉन टच थर्मामीटर से तापमान की जांच कर रही हैं और मास्क देकर अंदर भेजा जा रहा था।
  • प्रशासन और पार्टी की तरफ से लोगों के खाने-पीने के लिए विशेष लंगर की सुविधा करने के साथ-साथ और अस्थायी टॉयलेट्स का भी विशेष प्रबंध किया गया।
  • जनसभा के बाद ट्रैक्टर मार्च के लिए यहां राहुल गांधी और पार्टी के दूसरे नेताओं के लिए विशेष ट्रैक्टर तैयार किया गया। बड़ी संख्या में किसानों ने अपने ट्रैक्टरों के साथ शिरकत की।
  • रैली स्थल पर राहुल गांधी का 60 फीट से ऊंचा लगा होर्डिंग विशेष आकर्षण का केंद्र नजर आ रहा था।

रैली में पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसानों के हिताें की रक्षा के लिए पंजाब विधानसभा की बैइक बुलानी पड़े या सुप्रीम कोर्ट जाने पड़े हम हर कदम उठाएंगे। कैप्टन ने कहा कि अगर अडानी और अंबानी आए तो आज जो हाल मक्की की हो रही है, वही हाल गेहूं और चावल की हो जाएगी। आढ़ती और किसान के 60 साल पुराने रिश्ते को खत्म किया जा रहा है।

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